वायनाड उपचुनाव : प्रियंका ने संवैधानिक मूल्यों को कमजोर करने के लिए भाजपा नीत केंद्र पर निशाना साधा
वायनाड. कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी वाद्रा ने वायनाड लोकसभा सीट के उपचुनाव के लिए सोमवार को अपने प्रचार अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-नीत केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया और आरोप लगाया कि उसके शासन में संविधान के मूल्यों को लगातार कमजोर किया जा रहा है. मीनांगडी में आयोजित एक नुक्कड़ सभा के दौरान एआईसीसी महासचिव ने मणिपुर में हुई हिंसा का उल्लेख किया और आरोप लगाया कि देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ ”योजनाबद्ध” हमले हो रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया, ”आप जानते हैं कि केंद्र की भाजपा सरकार विभिन्न समुदायों के बीच भय, गुस्सा और संकट फैला रही है. आपने अल्पसंख्यकों पर हमले देखे हैं. आपने मणिपुर में हमले देखे हैं. आपने बार-बार योजनाबद्ध तरीके से गुस्सा, नफरत और डर फैलते देखा है.” प्रियंका ने यह भी आरोप लगाया कि एक के बाद एक नीतियां आम लोगों के बजाय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मित्रों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं.
उन्होंने अपने भाई राहुल गांधी, मां सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तथा कांग्रेस के प्रदेश नेताओं के साथ 22 अक्टूबर को कलपेट्टा शहर में एक रोडशो के बाद नामांकन दाखिल किया था. उसके बाद यह वायनाड का उनका दूसरा दौरा है.
उन्होंने कहा, ”दिन-रात मेहनत करने वाले किसानों के प्रति कोई संवेदना नहीं है. आदिवासी लोगों के प्रति कोई समझ नहीं है, उनकी जमीनें अमीर लोगों के लिए छीन ली जाती हैं.” अपने भाई राहुल गांधी के यह सीट छोड़ने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि वह (प्रियंका) जानती हैं कि वायनाड छोड़ने पर उनका (राहुल का) दिल कितना भारी था.
उन्होंने कहा, ”मैं जानती हूं कि आप मेरे भाई के प्रति प्यार के कारण ही यहां आए हैं. उनका आप सभी से गहरा रिश्ता है, आप सभी उनके परिवार हैं.” प्रियंका ने कहा, ”आज हम एक बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं और वह (राहुल) उस लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं… और हम सभी उन मूल्यों के लिए लड़ रहे हैं, जिन पर देश बना है. हम अपने संविधान के मूल्यों के लिए लड़ रहे हैं. आज हम अपने लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं. आज हम समानता के लिए लड़ रहे हैं और आप में से हर कोई इस लड़ाई में महत्वपूर्ण सैनिक है.” उन्होंने यह भी कहा कि अगर वह सांसद चुनी जाती हैं तो वह पूरी मेहनत से काम करेंगी.
प्रियंका ने कहा, ”मैं आपके साथ खड़ी रहूंगी. मैं आपके लिए लड़ूंगी. मैं संसद में आपके मुद्दे उठाऊंगी. मैं आपके मुद्दों के समाधान के लिए लड़ूंगी.” मीनांगडी में बैठक के बाद छोटा सा रोड शो हुआ. इसके बाद प्रियंका दोपहर 2.30 बजे मनंतावडी विधानसभा क्षेत्र के पनामारम में अगली बैठक के लिए रवाना हुईं. बाईस अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने के बाद यह क्षेत्र का उनका दूसरा दौरा है.
प्रियंका ने दिन में अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर पोस्ट किया, ”वायनाड के लोग अतीत में सत्य, न्याय और लोकतंत्र के साथ खड़े रहे हैं और संविधान की भावना को मजबूत करने के लिए काम किया है. वायनाड के लोग संविधान और लोकतंत्र को मजबूत करना जारी रखेंगे और विकास एवं प्रगति का एक नया अध्याय लिखेंगे. लोगों का जोश और उत्साह देखने लायक है. आज मैं वायनाड के लोगों से बातचीत करूंगी.” इस बीच, निर्वाचन अधिकारी ने सोमवार को मतपत्रों की पड़ताल पूरी करने के बाद कांग्रेस नेता का नामांकन स्वीकार कर लिया. उन्होंने नामांकन पत्रों के चार सेट जमा किये थे.
भारतीय जनता पार्टी ने प्रियंका गांधी पर नामांकन के साथ जमा कराये गये हलफनामे में अपनी और अपने पति रॉबर्ट वाद्रा की संपत्ति के बारे में ”आवश्यक जानकारी का खुलासा नहीं करने” का आरोप लगाया था. कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) सदस्य रमेश चेन्निथला सहित कांग्रेस नेताओं ने सुबह 11.50 बजे हेलीकॉप्टर से पहुंचने पर नीलगिरि कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस के मैदान में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
उन्होंने अपनी पहली बैठक के लिए सड़क मार्ग से मीनांगडी जाने से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं और छात्रों का अभिवादन किया.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस्तीफा देने के कारण वायनाड सीट पर उपचुनाव कराना पड़ रहा है. राहुल ने इस साल हुए आम चुनाव में वायनाड और उत्तर प्रदेश की रायबरेली दोनों सीट से जीत हासिल की थी. बाद में उन्होंने वायनाड से इस्तीफा दे दिया था.