प्रधानमंत्री ने अपनी झूठी शान के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में क्यों डाला: जयराम रमेश

सरकार कोविड चिंताओं का हवाला दे ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को बना रही है निशाना: जयराम रमेश

नयी दिल्ली/नूंह. कांग्रेस ने भारत-चीन सीमा पर तनाव की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधा और सवाल किया कि उन्होंने अपनी झूठी शान की खातिर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में क्यों डाल दिया. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री से पांच सवाल पूछे और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की छवि चमकाने के जुनून और व्यक्ति केंद्रति कूटनीति की कीमत देश को चुकानी पड़ी है.

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘कुछ समय पहले आपने (मोदी ने) ‘इंच टूवार्ड्स माइल्स’ का नया नारा दिया जिसमें इंच का मतलब भारत-चीन था और माइल्स का मतलब ‘मिलेनियम आॅफ एक्सेप्शनल एनर्जी’ था. आपके इस नारे के बाद चीन ने लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में हमारे भूभाग के हजारों मील हथियाने लिए अपनी ‘एक्सेप्शनल एनर्जी’ (अद्भुत ऊर्जा) लगा दी. क्या आप स्वीकार करेंगे कि आपकी गलत परख की देश को भारी कीमन चुकानी पड़ी?’’

रमेश ने कहा, ‘‘अपने देश के भीतर अपनी छवि चमकाने के मकसद से अपनी व्यक्ति केंद्रित कूटनीति और दुनिया के प्रमुख नेताओं के साथ मजबूत रिश्तों की तस्वीर पेश करने में पूरी ताकत झोंक दी. आप अपने ‘मित्र’ शी चिनंिफग के साथ अहमदाबाद में झूले पर बैठे, बाली में हाथ मिलाया.’’ उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया, ‘‘क्या आपकी व्यक्ति केंद्रित कूटनीति पूरी तरह से खोखली साबित नहीं हुई? क्या छवि चमकाने के प्रति आपका जो जुनून है वह राष्ट्रीय हित की कीमत पर नहीं होता है?’’

कांग्रेस नेता ने पूछा, ‘‘क्या यह सच है कि 2015 में आपने सेना के तीनों अंगों के शीर्ष अधिकारियों से कहा था कि चीन भारत के लिए सैन्य खतरा नहीं है? क्या इससे यह बात साबित नहीं होती कि सभी उपलब्ध साक्ष्य के बावजूद आप भ्रम और अतिआत्मविश्वास से घिरे हुए हैं?’’

उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2020 की शुरुआत में चीन ने जो अतिक्रमण किया वो सकते में डालने वाला रणनीतिक कदम था जिसके लिए हम तैयार नहीं थे. इसका आखिरी बार सामना कारगिल के समय हुआ था जब भाजपा की सरकार थी. ऐसा क्यों होता है कि जब भी ऐसी हैरान करने वाली गतिविधियां होती हैं तो उसकी शिकार भाजपा होती है जो राष्ट्रवाद का दम भरती है? हम चीन के इस कदम का लेखाजोखा कब रखेंगे जैसा कि कारगिल युद्ध के बाद था?’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या यह बेहतर नहीं होता कि आप अंतरराष्ट्रीय मत को अपने पक्ष में करने का प्रयास करते? आपने अपनी झूठी शान की खातिर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में क्यों डाल दिया?’’ पिछले दिनों विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने लोकसभा में कहा था, ‘‘यदि चीन के प्रति भारत का रुख उदासीन होता तो सीमा पर सेना को किसने भेजा?, हम चीन पर सैनिकों की वापसी के लिए दबाव क्यों बनाते और हम सार्वजनिक रूप से क्यों कहते कि हमारे संबंध सामान्य नहीं हैं.’’ उन्होंने यह भी कहा था कि देश के जवान यांगत्से में 13 हजार फुट की ऊंचाई पर डटे हैं और सीमा की सुरक्षा कर रहे हैं.

सरकार कोविड चिंताओं का हवाला दे ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को बना रही है निशाना: जयराम रमेश

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बृहस्पतिवार को कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कोविड नियमों का पालन करने की नसीहत देते हुए केंद्र सरकार द्वारा लिखा गया पत्र तीन भाजपा सांसदों की चिंताओं पर आधारित था न कि विशेषज्ञों या वैज्ञानिकों की सलाह पर. उन्होंने केंद्र सरकार पर चुंिनदा ढंग से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को निशाना बनाने का भी आरोप लगाया.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया था कि यदि कोविड नियमों का पालन नहीं किया जा सकता, तो वे ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को निलंबित करने पर विचार करें. मांडविया के पत्र के बाद रमेश का यह बयान आया है. कांग्रेस की यह यात्रा सात सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी जो तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान से होते हुए अब हरियाणा में है. यात्रा का समापन कश्मीर में होगा.

कांग्रेस महासचिव (संचार) रमेश ने कहा, ‘‘ यदि विशेषज्ञों की सलाह होती या किसी चिकित्सा संस्थान, जनस्वास्थ्य या वैज्ञानिक संस्थान की सलाह पर किसी नियम का पालन किया जाना होता तो उसका पालन करना हमारी जिम्मेदारी हो जाती है. हम राजनीतिक दिशानिर्देश का विरोध करेंगे, वैज्ञानिक दिशानिर्देशों का नहीं.’’

उन्होंने कहा कि गांधी को लिखे पत्र में मांडविया ने कोरोना वायरस के फैलने पर तीन भाजपा सांसदों द्वारा प्रकट की गयी चिंता का हवाला दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘ यह पत्र तीन भाजपा सांसदों की ओर से प्रकट की गयी चिंताओं पर आधारित था न कि विशेषज्ञों या वैज्ञानिकों की सलाह पर और स्वास्थ्य मंत्री अचानक राहुल गांधी को पत्र भेज देते हैं.’’ उन्होंने कहा कि यात्रा में भाग ले रहा हर ‘भारतयात्री’ पूरी तरह टीकाकरण करवा चुका है और ‘‘ कई ने तो बूस्टर डोज भी लगवा ली है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘ अबतक भारत जोड़ो यात्रा में कोविड का एक भी मामला सामने नहीं आया है.’’ भाजपा को निशाने पर लेते हुए रमेश ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एक गंभीर जनस्वास्थ्य मुद्दे पर राजनीति की जा रही है. उन्होंने कहा कि 2020 में जब से कोविड महामारी फैली, तब से ऐसा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसे मामले का राजनीतिकरण गलत है लेकिन सरकार ‘चुंिनदा ढंग से’ यात्रा को निशाना बना रही है.

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि यदि स्थिति गंभीर है तो संसद सत्र को स्थगित कर दिया जाना चाहिए, मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया जाना चाहिए तथा अंतरराष्ट्रीय उडानें बंद कर दी जानी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ चीन से आयात बंद कर दीजिए, लेकिन आप ऐसा करने को तैयार नहीं हैं क्योंकि चीनी कंपनियां आपकी मदद करती हैं.’’ चीन और अन्य देशों में हाल में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक तेज वृद्धि सामने आयी है.

कांग्रेस नेता ने अरंिवद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी पर भी यह कहते हुए निशाना साधा कि वह भाजपा की ‘‘बी’’ टीम है. रमेश ने कहा, ‘‘ घटनाक्रम समझिए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने गांधी को पत्र लिखा जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरंिवद केजरीवाल ने दिल्ली में यात्रा के प्रवेश से महज कुछ दिन पहले कोविड स्थिति की समीक्षा की है.’’ प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में कोविड-19 से संबंधित स्थिति की समीक्षा की.

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