बिलासपुर में दुष्कर्म पीड़िता की मां की गिरफ्तारी के विरोध में बंद का आयोजन

बिलासपुर. छत्तीसगढ. में बिलासपुर जिले के रतनपुर कस्बे में रविवार को दुष्कर्म के आरोपी व्यक्ति के रिश्तेदारों की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत पर कथित दुष्कर्म पीड़िता की मां की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए स्थानीय लोगों और कारोबारियों समेत कुछ हिंदू संगठनों की ओर से ‘बंद’ का आयोजन किया गया जिससे कस्बे में तनाव दिखा. पुलिस ने कहा कि इस मामले में उसकी ओर से तीन सदस्यीय जांच दल गठित किया गया है.

बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने कहा कि इस दौरान किसी तरह की हिंसा की कोई खबर नहीं मिली और स्थिति नियंत्रण में है. सिंह ने कहा, ”स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए रतनपुर थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है. मैंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित करके उससे एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा है.”

पुलिस ने कहा कि कथित दुष्कर्मी के एक रिश्तेदार ने शिकायत दर्ज कराई थी कि महिला (पीड़िता की मां) ने उसके नाबालिग बेटे का यौन शोषण किया था जिसके कारण बलात्कार पीड़िता की मां को दो दिन पहले गिरफ्तार किया गया था. रतनपुर शहर बिलासपुर जिला मुख्यालय से लगभग 25 किमी और राज्य की राजधानी रायपुर से 150 किमी दूर स्थित है.

मामले का ब्योरा देते हुए एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि रतनपुर निवासी 19 वर्षीय युवती ने मार्च में एक स्थानीय व्यक्ति के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर अदालती कार्यवाही के बाद जेल भेज दिया गया था.
अधिकारी ने कहा कि आरोपी युवक का चाचा पार्षद है जिसने कथित तौर पर पीड़िता और उसकी मां पर अपने भतीजे के खिलाफ मामला वापस लेने का दबाव बनाया था. उन्होंने कहा कि पार्षद ने कथित तौर पर पीड़िता और उसकी मां को झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी थी.

अधिकारी ने कहा, ”आरोपी की एक महिला रिश्तेदार ने 19 मई को रतनपुर थाने में दुष्कर्म पीड़िता की मां के खिलाफ दर्ज शिकायत में आरोप लगाया कि उसने उसके 10 साल के नाबालिग बेटे का यौन उत्पीड़न किया. इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत पीड़िता की मां के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसी दिन उसे गिरफ्तार कर लिया.” लेकिन महिला की गिरफ्तारी के खिलाफ कई स्थानीय निवासी शनिवार को पुलिस थाने पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस को चूड़ियां पेश कीं. स्थानीय नागरिकों, कारोबारियों और कुछ हिंदू संगठनों ने इसके खिलाफ रविवार को ‘बंद’ का आह्वान किया जो दिनभर जारी रहा. कस्बे में बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती रही.

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