कांग्रेस सत्ता में आई तो होगी अडाणी समूह के मामले की जांच: राहुल गांधी

पवार देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं कि उनसे अडाणी पर सवाल करूं: राहुल गांधी

नयी दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को अडाणी समूह पर कोयले के आयात में ज्यादा कीमत दिखाकर 12 हजार करोड़ रुपये की अनियमितता का आरोप लगाया और कहा कि 2024 में उनकी पार्टी को केंद्र में सरकार बनाने का मौका मिला तो इस कारोबारी समूह से जुड़े मामले की जांच कराई जाएगी.

कांग्रेस नेता ने ब्रिटिश अखबार ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ की एक खबर का हवाला देते हुए यह दावा भी किया कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस संदर्भ में ‘मदद करना चाहते हैं’ कि प्रधानमंत्री अडाणी समूह के मामले की जांच कराएं और अपनी विश्वसनीयता बचाएं.
उन्होंने उद्योगपति गौतम अडाणी से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार की मुलाकातों को लेकर कहा कि पवार देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं और अडाणी का बचाव भी नहीं कर रहे हैं, इसलिए वह राकांपा नेता से सवाल नहीं करते .

राहुल गांधी ने ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ की जिस खबर का हवाला दिया उसमें कहा गया है कि 2019 और 2021 के बीच अडाणी के 31 लाख टन मात्रा वाले 30 कोयला शिपमेंट का अध्ययन किया गया, जिसमें कोयला व्यापार जैसे कम मुनाफे वाले व्यवसाय में भी 52 प्रतिशत लाभ पाया गया तथा यह राशि करीब 12000 करोड़ रुपये हो सकती है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा, ”पहले हमने 20 हजार करोड़ रुपये की बात की थी और सवाल पूछा था कि ये पैसा किसका है, कहां से आया? अब पता चला है कि 20 हजार करोड़ करोड़ रुपये का आंकड़ा गलत था, उसमें 12 हजार करोड़ रुपये और जुड़ गए हैं. अब कुल आंकड़ा 32 हजार करोड़ रू का हो गया है.” उन्होंने आरोप लगाया, ”अडाणी जी इंडोनेशिया में कोयला खरीदते हैं और जब तक वो कोयला हिंदुस्तान पहुंचता है, उसका दाम दोगुना हो जाता है. इस तरह तकरीबन 12 हजार करोड़ रुपये अडानी जी ने हिंदुस्तान की जनता की जेब से निकाले हैं. यह सब कोयले की कीमत गलत दिखाकर, ज्यादा कीमत दिखाकर और बिजली के दाम बढ.ाकर किया गया है.” कांग्रेस नेता ने कहा कि यह चोरी का मामला है और यह चोरी जनता की जेब से की गई है.

उन्होंने दावा किया, ”यह (अडाणी मामले की खबर) किसी भी सरकार को गिरा देगी. यह एक ऐसे व्यक्ति द्वारा की गई सीधी चोरी है, जिसे भारत के प्रधानमंत्री द्वारा बार-बार संरक्षित किया गया है. और आश्चर्य की बात यह है कि यहां का मीडिया इस खबर में दिलचस्पी नहीं रखता.” उन्होंने बिजली के दाम में बढ.ोतरी का विषय उठाते हुए कटाक्ष किया कि कई राज्यों में बिजली पर सब्सिडी देने की जरूरत पड़ती है तो उसका कारण भी अडाणी हैं. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार अडाणी समूह की रक्षा कर रही है.

यह पूछे जाने पर कि अगर आपको कांग्रेस की सरकार बनाने का मौका मिलता है तो क्या अडाणी समूह की जांच करवाई जाएगी तो राहुल गांधी ने कहा, ”बिल्­कुल करवाएंगे, क्­यों नहीं करवाएंगे? देखिए, ये अडाणी जी की बात नहीं है, ये 32,000 करोड़ रुपये हिन्­दुस्­तान की जनता से चोरी किया गया है, मुद्दा वो है. कोई भी 32,000 करोड़ रुपये चोरी करेगा, उसकी जांच होगी, क्­यों नहीं होगी?” कांग्रेस नेता ने दावा किया कि अडाणी समूह से जुड़े मामले के कारण प्रधानमंत्री मोदी की विश्वसनीयता प्रभावित हो रही है.

उन्होंने कहा, ”मैं प्रधानमंत्री की मदद करने की कोशिश कर रहा हूं, मैं उनसे कह रहा हूं- आप सफाई दे दीजिए, खुद को पाक-साफ साबित करिये, जांच शुरू करिये, अपनी विश्वसनीयता को बचाइए, लेकिन प्रधानमंत्री अपनी विश्वसनीयता की रक्षा नहीं करना चाहते, क्­योंकि शायद कोई और कारण है.” राहुल गांधी के आरोपों पर फिलहाल अडाणी समूह की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

अमेरिकी कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा अडाणी समूह के खिलाफ ‘अनियमितताओं’ और स्टॉक मूल्य में हेरफेर का आरोप लगाए जाने के बाद से कांग्रेस इस कारोबारी समूह पर निरंतर हमले कर रही है और आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराए जाने की मांग कर रही है. अडाणी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए सभी आरोपों से इनकार किया है. उसका कहना है कि उसकी ओर से कोई गलत काम नहीं किया गया है.

पवार देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं कि उनसे अडाणी पर सवाल करूं: राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उद्योगपति गौतम अडाणी से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार की मुलाकातों को लेकर बुधवार को कहा कि पवार देश के प्रधानमंत्री नहीं हैं और अडाणी का बचाव भी नहीं कर रहे हैं, इसलिए वह राकांपा नेता से सवाल नहीं करते. उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में यह दावा भी किया कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अडाणी का बचाव कर रहे हैं, इसलिए वह उनसे सवाल पूछते हैं.

राहुल गांधी ने ब्रिटिश समाचार पत्र ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ में प्रकाशित अडाणी समूह से संबंधित एक खबर का हवाला देकर इस कारोबारी समूह पर कोयले के आयात में ज्यादा कीमत दिखाकर 12000 करोड़ रुपये की ‘चोरी करने’ का आरोप लगाया. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से सवाल भी किया कि अडाणी समूह के खिलाफ लगे आरोप जांच क्यों नहीं हो रही है? इसी संदर्भ में कांग्रेस नेता से सवाल किया गया कि क्या उन्होंने राकांपा अध्यक्ष से यह पूछा कि अडाणी में ऐसा क्या है कि वह उनसे बार-बार मिलते हैं? इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा, ”नहीं मैंने उनसे (पवार) यह सवाल नहीं पूछा है. शरद पवार जी भारत के प्रधानमंत्री नहीं हैं, शरद पवार जी अडाणी की रक्षा (बचाव) नहीं कर रहे हैं, मोदी जी कर रहे हैं और इसीलिए मैं यह सवाल मोदी जी से पूछता हूं, न कि शरद पवार जी से.”

उनका कहना था, ” यदि शरद पवार जी भारत के प्रधानमंत्री होते और यदि वह अडाणी की रक्षा (बचाव) कर रहे होते, तो मैं शरद पवार जी से भी प्रश्न पूछ रहा होता.” अमेरिकी कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा अडाणी समूह के खिलाफ ‘अनियमितताओं’ और स्टॉक मूल्य में हेरफेर का आरोप लगाए जाने के बाद से कांग्रेस इस कारोबारी समूह पर निरंतर हमलावर है और आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराए जाने की मांग कर रही है. दूसरी तरफ, कांग्रेस के सहयोगी दल के प्रमुख पवार अतीत में कुछ मौकों पर अडाणी से मिले थे और इस पूरे विवाद के शुरू में अडाणी का बचाव भी किया था.

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