अखिलेश के बयान के बाद चौहान ने ‘इंडिया’ गठबंधन पर कसा तंज

भोपाल. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनावों में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटकों द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार खड़े करने पर कटाक्ष करते हुए शुक्रवार को कहा कि वे ”दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती” के आदर्श वाक्य से प्रेरित हैं.

विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों में शामिल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और आम आदमी पार्टी (आप) ने मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कुछ सीटों पर अलग-अलग उम्मीदवारों की घोषणा की है. इससे संकेत मिलता है कि यह गठबंधन राज्य स्तर पर काम नहीं कर रहा है.

मध्य प्रदेश में कांग्रेस के सपा के लिए अब तक एक भी सीट नहीं छोड़ने से नाराज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को संकेत दिया कि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी से वही व्यवहार मिल सकता है. विपक्षी गठबंधन में मतभेद को उजागर करते हुए यादव ने तीखी टिप्पणी की और कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को अपने “छोटे नेताओं” को उनकी पार्टी के बारे में टिप्पणी करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए.

दो दर्जन से अधिक दलों के हाल ही में बने गठबंधन में दरारों की ओर इशारा करते हुए चौहान ने इसे एक असंगत गठबंधन करार दिया और इसे ‘घमंडिया’ (अहंकारी) कहा. भाजपा नेता ने एक बयान में कहा, ”हम पहले दिन से कह रहे हैं कि यह ‘बेमेल गठबंधन’ है. यह दिल्ली (केंद्र) में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती जैसा है. न तो उनके विचार एक जैसे हैं और न ही उनके दिल एक जगह हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता के कारण यह टूट रहा है.” चौहान के अनुसार सपा अध्यक्ष यादव ने कहा है कि कांग्रेस ने उन्हें एक साल तक अंधेरे में रखा और बाद में सीटों के आवंटन को लेकर उनकी पार्टी को धोखा दिया.

चौहान ने आश्चर्य जताया कि ‘इंडिया’ गठबंधन किस प्रकार का समूह है जब कांग्रेस, सपा और आप मध्य प्रदेश में एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं. उन्होंने सवाल किया, “लोग उनके व्यवहार से आश्चर्यचकित हैं. जब वे (गठबंधन के घटक दल) राज्यों में एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं, तो वे अगर केंद्र में शासन करेंगे तो देश का भविष्य क्या होगा?” चौहान ने दावा किया कि गठबंधन की औपचारिक घोषणा से पहले ही इसमें दरार पैदा हो गई और इसका कोई भविष्य नहीं दिखता.

सपा प्रमुख यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी के नेताओं ने मध्य प्रदेश में एक बैठक के लिए कांग्रेस के फोन कॉल का जवाब नहीं दिया होता अगर उन्हें पता होता कि ‘इंडिया’ गठबंधन केवल राष्ट्रीय स्तर (लोकसभा चुनाव के लिए) तक ही सीमित है.
मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में सपा ने बुंदेलखंड क्षेत्र में एक सीट (बिजावर) जीती थी और पांच विधानसभा क्षेत्रों में वह दूसरे स्थान पर रही थी. सपा को राज्य के पिछले विधानसभा चुनाव में 1.3 प्रतिशत वोट मिले थे. सपा ने वहह चुनाव आदिवासी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ा था.

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