अमरनाथ में बाढ़ आने के बाद जीवितों की तलाश की धूमिल होती उम्मीद

श्रीनगर. दक्षिण कश्मीर स्थित अमरनाथ तीर्थक्षेत्र में अचानक आई बाढ़ के बाद सेना भारी मशीनरी का इस्तेमाल कर पवित्र गुफा तक के मार्ग को बहाल करने की कोशिश कर रही है और बचावकर्ता त्रासदी के बाद जीवित बचे लोगों की तलाश करने का अंतिम प्रयास कर रहे हैं, लेकिन लापता लोगों के मिलने की उम्मीद हर गुजरते घंटे के साथ और धूमिल होती जा रही है.

राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘बचाव अभियान जारी है और विभिन्न एजेंसियों के कर्मी जीवित लोगों को खोजने की उम्मीद में मलबे को साफ कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि मलबा हटाने का अधिकांश काम खोजी कुत्तों द्वारा चिह्नित क्षेत्रों में किया जा रहा है.

अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने अब भी उम्मीद नहीं छोड़ी है, लेकिन मलबे में दबे किसी भी व्यक्ति का मिलना चमत्कार होगा.’’ उन्होंने कहा कि जहां तक किसी के जीवित या कोई शव मिलने का सवाल है, तो अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. बचावकर्ता यह पता लगाने के लिए खोजी कुत्तों के अलावा थर्मल इमेजर और अन्य अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं कि मलबे में क्या कोई जीवित व्यक्ति है.

इस बीच, गुफा मंदिर के मार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने के लिए सेना ने भारी मशीनरी तैनात की है. अधिकारी ने कहा, ‘‘सेना के इंजीनियर मलबे को हटाने और पवित्र गुफा के मार्ग को बहाल करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि खराब मौसम मार्ग को बहाल के प्रयासों में बाधा पैदा कर सकता है.

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