शराब, दूसरों का अपमान करने की प्रवृत्ति ‘इंडिया’ के घटक दलों को जोड़ती है: भाजपा

राज्यसभा में गोयल का कांग्रेस पर तंज, कहा कि उन्हें 'कांग्रेस घास' से एलर्जी है

नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भ्रष्टाचार और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के कथित अपमान के मुद्दों को लेकर बृहस्पतिवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर निशाना साधा और कहा कि ‘शराब’ और दूसरों का अपमान करने की प्रवृत्ति इसके घटक दलों को एकजुट रखने के लिए ‘फेविकोल’ का काम करती है.

संसद से अपने 143 सदस्यों के निलंबन के विरोध में विपक्षी दलों के मार्च निकालने के तुरंत बाद भाजपा ने ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव अलायंस’ यानी ‘इंडिया’ पर पलटवार किया. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधने के लिए यहां पार्टी मुख्यालय में कथित आबकारी नीति घोटाले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कथित संलिप्तता और कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू से जुड़ी कंपनियों से 350 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद होने का जिक्र किया और साथ ही आम आदमी पार्टी के संयोजक पर पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के समन को नजरअंदाज कर जांच से भागने का आरोप भी लगाया.

उन्होंने कहा, ”कोई शराब घोटाला करके भाग रहा है. कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने उपराष्ट्रपति धनखड़ का मजाक उड़ाया है. वे मार्च कर रहे हैं. इन पार्टियों को एक साथ रखने के लिए ये दो चीजें फेविकोल का काम कर रही हैं.” पात्रा ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर अतीत में भारत की परंपराओं और सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया.

केजरीवाल द्वारा अपनी सरकार की अब खत्म की जा चुकी आबकारी नीति में कथित घोटाले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय के समन में दूसरी बार शामिल नहीं होने पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि वह लंबे समय तक कानून के लंबे हाथों से नहीं बच सकते.

पात्रा ने कहा, ”आपने घोटाला किया है और आप पकड़े जाएंगे.” उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि वैसे भी आतिशी और सौरभ भारद्वाज जैसे आप के नेताओं ने ‘भरोसे’ के साथ दावा किया है कि उनके नेता को गिरफ्तार किया जाएगा. पात्रा ने कहा, ”अरविंद और जवाबदेही एक साथ नहीं चल सकते.” उन्होंने कहा कि यह निर्वाचित प्रतिनिधियों का कर्तव्य है कि वे कानूनी समन का जवाब दें.

पात्रा ने कहा कि आप नेता ने पहले समन के बाद ईडी के समक्ष पेश नहीं होने के लिए आधिकारिक व्यस्तताओं, दिवाली उत्सव और हालिया विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी के स्टार प्रचारक के रूप में अपनी व्यस्तता का हवाला दिया. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी को पांच विधानसभा चुनावों में एक प्रतिशत से भी कम वोट मिले हैं और जेलों में कैदियों के लिए ‘विपश्यना करने की व्यवस्था है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने समन के जवाब में आरोप लगाया कि ये राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के इशारे पर जारी किए गए हैं जो विपक्ष की आवाज को दबाना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वह 10 दिवसीय विपश्यना सत्र में भाग लेने वाले हैं. पात्रा ने समन पर सवाल उठाने के लिए उनकी आलोचना करते हुए कहा कि यह ‘स्व-प्रमाणन’का मामला है. भाजपा नेता ने कहा कि वह समन के खिलाफ अदालत जा सकते थे.

भाजपा प्रवक्ता ने धनखड़ की मिमिक्री को लेकर भी विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा कि 72 वर्षीय पिता तुल्य बुजुर्ग झुककर चलते हैं. उन्होंने कहा, ”क्या इसके लिए हमारे माता-पिता का मजाक उड़ाया जाएगा. इस शर्मनाक कृत्य से जाट जैसी जाबांज कौम का मजाक उड़ाया गया है.” उन्होंने कहा, ”यह एक कौम और उच्च संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को नीचा दिखाने के लिए साजिशन किया गया नाटक था.”

राज्यसभा में गोयल का कांग्रेस पर तंज, कहा कि उन्हें ‘कांग्रेस घास’ से एलर्जी है

राज्यसभा में बृहस्पतिवार को सदन के नेता पीयूष गोयल ने विपक्षी दल कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें “कांग्रेस घास” से एलर्जी है. ‘कांग्रेस घास’ विदेशी प्रजाति का एक पौधा है. गोयल ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान वन एवं पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव से यह सवाल किया कि ‘कांग्रेस घास’ से कैसे एलर्जी होती है? उस समय यादव विदेशी प्रजाति के पौधों के उन्मूलन को लेकर एक सवाल का जवाब दे रहे थे.

गोयल ने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा, “जब मैं एक डॉक्टर के पास गया, तो मुझे कहा गया कि मुझे ‘कांग्रेस घास’ से एलर्जी है. मैं चाहता हूं कि मंत्री इस बात पर प्रकाश डालें कि ‘कांग्रेस घास’ से कैसे एलर्जी होती है.” इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मंत्री (यादव) ऐसी जगह से आते हैं जहां यह (पौधा) एक बड़ी चुनौती था. उन्होंने गोयल से कहा, “मंत्री को इस बारे में पूरी जानकारी है. आप मंत्री से अलग से बात करें. वह समाधान भी सुझाएंगे.” यादव राजस्थान से आते हैं. गोयल ने जोर दिया कि पर्यावरण मंत्री “कांग्रेस घास” के बारे में सदन के सभी सदस्यों के साथ जानकारी साझा करें. यादव ने कहा कि वह सभापति के निर्देश का पालन करेंगे और इस मुद्दे पर गोयल से अलग से मिलेंगे.

‘कांग्रेस घास’ या पार्थेनियम हिस्टेरोफोरस उष्णकटिबंधीय अमेरिकी प्रजाति का पौधा है जो 1955 में भारत आया था. माना जाता है कि यह खरपतवार अमेरिका से गेहूं के आयात के जरिए भारत आया था. पहली बार, 1955 में पुणे में इसे देखा गया था और फिर यह खरपतवार तेजी से देश में फैल गया. इसे गाजर घास भी कहा जाता है और यह मानव, पशुओं तथा मिट्टी के लिए हानिकारक होता है.

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