केजरीवाल की हार से अन्ना हजारे खुश, लेकिन मोदी सरकार पर आरोपों पर खामोश : राउत

मुंबई. शिवसेना (उबाठा) नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की हार से खुश हैं. राउत ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ पिछले कुछ सालों में लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर हजारे की चुप्पी पर भी सवाल उठाए.
उन्होंने कहा, ”जब मोदी के शासन में भ्रष्टाचार हुआ, तब हजारे कहां थे? केजरीवाल की हार पर हजारे खुश हैं. देश को लूटा जा रहा है और धन एक ही उद्योगपति के हाथों में जा रहा है. ऐसी स्थिति में लोकतंत्र कैसे बरकरार रह सकता है? ऐसे समय में हजारे की चुप्पी के पीछे क्या रहस्य हो सकता है.” शिवसेना (उबाठा) के राज्यसभा सदस्य राउत ने संवाददाताओं से कहा, ”महाराष्ट्र और दिल्ली में मतदाता सूची में गड़बड़ी के बारे में एक समान पैटर्न था. हालांकि, हजारे ने ऐसे मुद्दों पर चुप रहने का विकल्प चुना. हरियाणा में भी ऐसी ही शिकायतें की गईं. ये बिहार चुनावों में भी सामने आएंगी.”
उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से चुनावों में संवैधानिक प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया है. राउत ने दावा किया, ”जीत जोड़-तोड़ और धनबल के जरिए हासिल की जा रही है.” भाजपा ने 70 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें जीतकर दिल्ली में आम आदमी पार्टी का शासन समाप्त कर दिया. हारने वालों में प्रमुख नाम नयी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से केजरीवाल का था.