अनुष्का ने विराट के 50वां शतक बनाने पर उन्हें ‘ईश्वर की संतान’ कहा

कोहली के पास तेंदुलकर के 100 शतक के रिकॉर्ड को तोड़ने की क्षमता: शास्त्री

मुंबई. अभिनेत्री अनुष्का शर्मा ने बृहस्पतिवार को अपने पति विराट कोहली को ‘ईश्वर की संतान’ करार देते हुए कहा कि उन्हें देखकर वह भगवान के प्रति कृतज्ञ हैं. उन्होंने कहा कि विराट लगातार सफलता प्राप्त कर रहे हैं और वह अपने तथा क्रिकेट खेल के प्रति ईमानदार रहे हैं.

विराट कोहली ने बुधवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर के 49 शतकों का रिकार्ड तोड़ दिया. कोहली अब एकदिवसीय क्रिकेट में 50 एकदिवसीय शतक लगाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए हैं. इस मुकाबले में भारत ने न्यूजीलैंड को 70 रन से हराकर शानदार जीत हासिल की.

मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत की जीत के कुछ घंटों बाद अनुष्का शर्मा ने सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी साझा की.
उन्होंने लिखा, “भगवान सबसे अच्छे पटकथा लेखक है. आपके प्रेम और लगातार आपकी सफलता को बढ़ते देखने और आपने जो हासिल किया और जो करेंगे तथा स्वयं एवं खेल के प्रति सदैव ईमानदार रहने के लिए, मैं ईश्वर के प्रति पूर्णत: कृतज्ञ हूं. आप सच में ईश्वर की संतान हो.” एक अन्य इंस्टाग्राम स्टोरी में अनुष्का ने पूरी भारतीय टीम को जीत की बधाई दी.

विराट कोहली और श्रेयस अय्यर की शानदार शतकीय पारी के बदौलत भारत ने बुधवार को यहां खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ चार विकेट खोकर 397 रनों का विशाल स्कोर बनाया. अनुष्का ने तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के प्रदर्शन पर भी प्रकाश डाला. तेज गेंदबाज शमी ने सेमीफाइनल मुकाबले में 57 रन देकर सात विकेट झटके. उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. अनुष्का और विराटा का विवाह 2017 में हुआ था और दोनों की वर्तमान आयु 35 वर्ष है. दोनों के एक पुत्री है जिसका नाम वामिका है.

कोहली के पास तेंदुलकर के 100 शतक के रिकॉर्ड को तोड़ने की क्षमता: शास्त्री

मुंबई, 16 नवंबर (भाषा) भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना है कि विश्व कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ शतकीय पारी खेल कर एकदिवसीय में सचिन तेंदुलकर के 49 शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ने वाले विराट कोहली के पास भारत के इस पूर्व दिग्गज के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ने की क्षमता है.
कोहली के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 80 (वनडे में 50, एकदिवसीय में 29 और टी20 अंतरराष्ट्रीय में एक) शतक दर्ज हैं और वह तेंदुलकर (टेस्ट में 51 और वनडे में 49) के रिकॉर्ड से 20 शतक पीछे हैं.
शास्त्री ने ‘द आईसीसी रिव्यू’ से कहा, ”जब सचिन तेंदुलकर ने 100 शतक बनाए तो किसने सोचा होगा कि कोई उनके करीब भी आएगा? और उसने 80 शतक बना लिये हैं. इसमें 50 शतक एकदिवसीय में आये है. यह कई बार वास्तविकता से परे लगता है.” भारत के इस पूर्व हरफनमौला ने कहा, ”कुछ भी असंभव नहीं है क्योंकि ऐसे खिलाड़ी जब शतक बनाने की कोशिश करते हैं तो बहुत तेजी से शतक बना लेते हैं. उनकी अगली 10 पारियों में आपको पांच और शतक देखने को मिल सकते हैं.” शास्त्री ने कहा, ”आपके पास खेल के तीन प्रारूप हैं, और वह उन सभी प्रारूपों का हिस्सा है. वह अभी तीन-चार साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल सकता है.” शास्त्री कोहली की दबाव झेलने की क्षमता से भी आश्चर्यचकित है.
उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि उसका संयम, उसका शारीरिक हाव-भाव, क्रीज पर उसका धैर्य(इस विश्व कप में). मैंने उसे पिछले विश्व कप में देखा है जहां वह काफी नर्वस दिख रहा था.” उन्होंने कहा, ” वह पहले मैच से ही शानदार लय में रहना चाहता था. वह अपना समय ले रहा है, दबाव को झेल रहा है, मैदान में खुद को समय दे रहा है और पारी के आखिर तक बल्लेबाजी करने की अपनी भूमिका को समझ रहा है. वह अद्भुत है.” शास्त्री ने कोच के रूप में अपने भारतीय टीम के साथ अपने कार्यकाल के दौरान कोहली के साथ मिलकर काम किया था. उन्होंने बताया कि कोहली सख्त आहार के साथ फिटनेस के लिए काफी पसीना बहाते है. इससे उन्हें विकेटों के बीच दौड़ कर रन बनाने की आजादी मिलती है.
उन्होंने कहा, ” उसकी बल्लेबाजी की एक विशेषता विकेटों के बीच दौड़ कर रन बनाने की है. इस खूबी के कारण उसे चौके और छक्के पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है. वह अपनी शारीरिक फिटनेस के कारण विकेटों के बीच तेजी से रन चुरा सकता है.” शास्त्री ने कहा, ”इससे उस पर से दबाव कम हो जाता है. यहां तक कि जब उसे बाउंड्री नहीं मिल रही होती, तब भी वह स्ट्राइक रोटेट कर रहा होता है. उसके पास हमेशा पारी के अंत तक पहुंचने की अदभुत क्षमता होती है.”

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