भाजपा विधायक ने शिवसेना नेता को मारी गोली, स्थिति नाजुक : विपक्ष का शिंदे पर निशाना

ठाणे/मुंबई. महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक भूमि विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक द्वारा गोली चलाने के बाद शिवसेना के एक स्थानीय नेता को कई गोलियां लगीं और शनिवार को उनकी हालत नाजुक थी. इसके बाद विपक्ष ने राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने का आरोप लगाते हुए राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग की.

ठाणे जिले के कल्याण के विधायक गणपत गायकवाड (56) ने गोली चलाने की बात स्वीकार करते हुए एक समाचार चैनल को बताया कि शुक्रवार रात हुई घटना के दौरान पुलिस की मौजूदगी में उनके बेटे को पीटा जा रहा था, जिससे वह उत्तेजित हो गए. गायकवाड और उनके दो सहयोगियों को शनिवार शाम एक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और अदालत ने तीनों को 14 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया.

वहीं मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि घटना “बहुत दुर्भाग्यपूर्ण” है, उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे ने मीडिया को बताया कि कल्याण से भाजपा के विधायक गणपत गायकवाड ने शुक्रवार रात साढ.े 10 बजे उल्हासनगर इलाके में हिल लाइन पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक के कक्ष के अंदर शिवसेना की कल्याण इकाई के प्रमुख महेश गायकवाड पर गोलियां चलाईं.

गणपत गायकवाड ने अपनी गिरफ्तारी से पहले समाचार चैनल ‘जी 24 तास’ से फोन पर कहा कि उनके बेटे को पुलिस थाने में पीटा जा रहा था, इसलिए उन्होंने अपनी पिस्तौल से गोली चलाई. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में ”अपराधियों का साम्राज्य” स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं.

उल्हासनगर मुंबई से 45 किलोमीटर दूर स्थित है और कल्याण संसदीय क्षेत्र में आता है, जिसका प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे करते हैं. भाजपा और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना महाराष्ट्र में सत्तारूढ. गठबंधन में शामिल हैं लेकिन ठाणे जिले में दोनों पार्टियों के स्थानीय नेताओं के बीच प्रतिद्वंद्विता भी है.

महेश गायकवाड को ठाणे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल ने एक बयान में कहा कि महेश गायकवाड की आपातकालीन जीवन रक्षक सर्जरी की गई और वह वेंटिलेटर पर हैं. अस्पताल ने बताया कि महेश गायकवाड की हालत “वर्तमान में नाजुक” है. चिकित्सकों का एक दल उनकी निगरानी कर रहा है. दिन के दौरान मुख्यमंत्री शिंदे अस्पताल पहुंचे.

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय शिंदे के मुताबिक, गणपत गायकवाड का बेटा जमीन संबंधी विवाद के सिलसिले में शिकायत दर्ज  कराने पुलिस थाने आया था, तभी महेश गायकवाड अपने लोगों के साथ वहां पहुंचे. बाद में गणपत गायकवाड भी थाने पहुंचे. अधिकारी ने बताया कि विधायक और शिवसेना नेता के बीच झगड़े के दौरान गणपत गायकवाड ने वरिष्ठ निरीक्षक के कक्ष के अंदर महेश गायकवाड पर कथित तौर पर गोलियां चलाईं, जिससे वह और उनका सहयोगी राहुल पाटिल घायल हो गए.

गणपत गायकवाड ने एक समाचार चैनल से कहा, ”हां, मैंने खुद (उन्हें) गोली मारी. मुझे कोई पछतावा नहीं है. यदि मेरे बेटे को पुलिस थाने के अंदर पुलिस के सामने पीटा जा रहा है, तो मैं क्या करूंगा.” भाजपा विधायक ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ”महाराष्ट्र में अपराधियों का साम्राज्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं.”

उन्होंने कहा, ”यदि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं, तो महाराष्ट्र में केवल अपराधी पैदा होंगे. उन्होंने आज मेरे जैसे अच्छे मनुष्य को अपराधी बना दिया.” भाजपा विधायक ने मुख्यमंत्री के बेटे एवं कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे पर बोर्ड लगाकर उनके द्वारा किए गए काम का श्रेय लेने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ”उन्होंने मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार का एक आरोप लगाया है. एकनाथ शिंदे ने उस भ्रष्टाचार में कितना पैसा कमाया, शिंदे को बताना चाहिए.”

उन्होंने कहा, ”मैंने अपने वरिष्ठों को कई बार बताया था कि ये लोग मेरे नेताओं के खिलाफ हिंसा कर रहे हैं.” गणपत गायकवाड़ ने गोलीबारी की वजह बने जमीन विवाद के बारे में कहा कि उन्होंने 10 साल पहले एक भूखंड खरीदा था. उन्होंने कहा कि कुछ कानूनी मसले थे लेकिन उन्होंने अदालत में मामला जीत लिया. उन्होंने आरोप लगाया कि महेश गायकवाड ने हालांकि जमीन पर बलपूर्वक कब्जा कर लिया.

विधायक ने कहा कि उनका बेटा जमीन के संबंध में एक शिकायत दर्ज कराने उल्हासनगर के पुलिस थाने गया था. उन्होंने कहा, ”मुझे कतई पछतावा नहीं है. एक पिता के तौर पर, मैं यह बर्दाश्त नहीं कर सकता कि कोई मेरे बच्चे को पीटे.” विधायक ने कहा, ”शिंदे साहब ने उद्धव (ठाकरे) साहब को धोखा दिया, वह भाजपा को भी धोखा देंगे… उन पर मेरे करोड़ों रुपये बकाया हैं. अगर महाराष्ट्र का प्रबंधन अच्छे तरीके से करना है तो शिंदे को इस्तीफा देना होगा. यह देवेंद्र फडणवीस (उपमुख्यमंत्री) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मेरा विनम्र अनुरोध है.” एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने गणपत गायकवाड और उनके सहयोगियों हर्षल केने (34) और संदीप सरवनकर (45) को भारतीय दंड संहिता की धारा 307 और 120बी के तहत गिरफ्तार किया है.

उप मुख्यमंत्री फडणवीस ने घटना को गंभीर बताते हुए संवाददाताओं से कहा, ”मैंने डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) से एक उच्च स्तरीय जांच करने को कहा है. कानून के समक्ष हर कोई समान है, चाहे उसकी राजनीतिक संबद्धता कुछ भी हो.” उन्होंने कहा कि जांच से पता चलेगा कि विधायक ने किस कारण से गोली चलाई.

महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा प्रमुख चन्द्रशेखर बावनकुले ने कहा कि यदि विधायक दोषी हैं तो पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी. उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा कानून को अपने हाथ में लेना गलत है. महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है और मुख्यमंत्री शिंदे को इस्तीफा दे देना चाहिए. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने इस घटना को चिंताजनक बताया और कहा कि सत्ता के ‘दुरुपयोग’ की भी एक सीमा होती है. शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने इस घटना के लिए शिंदे को जिम्मेदार ठहराया.

वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने सवाल किया कि क्या गृहमंत्री (फडणवीस) ने भाजपा नेताओं को कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने का खुला लाइसेंस दे दिया है, राज्य के मंत्री छगन भुजबल (राकांपा-अजित पवार समूह) ने आरोप का प्रतिवाद किया और सवाल किया, ”क्या फडणवीस ने विधायक से गोली चलाने के लिए कहा था?”

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