नेट पर गेंदबाजी के दौरान कमर में जकड़न की शिकायत के बाद बुमराह श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला से बाहर

गुवाहाटी. जसप्रीत बुमराह की भारतीय टीम में वापसी फिर टल गई है क्योंकि यह सीनियर तेज गेंदबाज कमर के ‘स्ट्रेस फ्रेक्चर’ से पूरी तरह से उबरने में नाकाम रहा है और श्रीलंका के खिलाफ आगामी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला से सोमवार को बाहर हो गया.
समझा जा रहा है कि शुरुआती एकदिवसीय के लिए गुवाहाटी रवाना होने से पहले राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में अंतिम दो नेट सत्र में बुमराह ने ‘कमर में जकड़न’ की शिकायत की थी जिसके बाद वह श्रृंखला से बाहर हो गए.

बुमराह को मंगलवार से श्रीलंका के खिलाफ शुरू हो रही तीन मैच की एकदिवसीय श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सहयोगी स्टाफ और मेडिकल टीम ने आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ महत्वपूर्ण बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को देखते हुए सामूहिक रूप से फैसला किया कि इस तेज गेंदबाज की वापसी को टाला जाए.

बीसीसीआई ने बयान में कहा, ‘‘टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह श्रीलंका के खिलाफ तीन मैच की आगामी एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला से बाहर हो गए हैं. एकदिवसीय श्रृंखला से पहले गुवाहाटी में टीम से जुड़ने की तैयारी कर रहे बुमराह को शीर्ष स्थिति में होने के लिए कुछ और समय चाहिए. यह फैसला एहतियाती कदम के तौर पर किया गया है.’’ बोर्ड ने कहा, ‘‘अखिल भारतीय सीनियर चयन समिति ने जसप्रीत बुमराह के विकल्प के रूप में किसी खिलाड़ी के नाम की घोषणा नहीं की है.’’ कप्तान रोहित शर्मा ने इसे ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया है.

रोहित ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘उसके साथ दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई. वह (बुमराह) एनसीए में काफी कड़ी मेहनत कर रहा था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब उसने अपनी पूर्ण फिटनेस हासिल कर ली, जब उसने पूरे प्रयास के साथ गेंदबाजी शुरू की, तब पिछले दो दिन में मुझे लगता है कि उसने कमर में जकड़न महसूस की. ’’ कप्तान ने हालांकि बताया कि यह कोई बड़ी समस्या नहीं है और एहतियात के तौर पर ऐसा किया गया है.

उन्होंने कहा, ‘‘यह बस थोड़ी जकड़न है, तब बुमराह कुछ कहता है तो आपको काफी सतर्क रहना होता है. हमने ऐसा ही किया, मुझे लगता है कि तब उसे नहीं खिलाने का फैसला करना बेहद महत्वपूर्ण था.’’ तीन जनवरी को बीसीसीआई ने ईमेल किया था कि एनसीए की मेडिकल टीम ने इस तेज गेंदबाज को ‘फिट’ घोषित किया है और वह श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला के लिए टीम से जुड़ेंगे. डॉ. नितिन पटेल के नेतृत्व वाली एनसीए की खेल विज्ञान और मेडिसिन टीम एक बार फिर समीक्षा के दायरे में है लेकिन भारत ‘ए’ टीम के पूर्व सहयोगी स्टाफ ने कहा कि इसमें मेडिकल टीम की गलती नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘‘इसे आराम से समझिए. तीन जनवरी को जब उसे फिट घोषित किया गया था तब संभवत: उसके काम के बोझ का प्रबंधन संतोषजनक था. आप ऐसा कैसे करते हैं? अलग-अलग शरीर को देखते हुए यह निर्भर करता है कि आप किसी प्रारूप में खेल रहे हैं, चोट क्या है. ’’ अब यह देखना होगा कि बुमराह न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जनवरी से शुरू हो रही एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के लिए उबर पाते हैं या नहीं और क्या उन्हें एक भी घरेलू मैच खेले बिना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका मिलेगा.

एक पूर्व पदाधिकारी ने कहा, ‘‘एमएसके प्रसाद की अगुआई वाली चयन समिति और पूर्व टीम प्रबंधन ने नियम बनाया था कि चोट के बाद वापसी करने के लिए खिलाड़ी को कम से कम एक या अगर संभव हो तो दो घरेलू मैच खेलने होंगे जिसके बाद ही उसे अंतरराष्ट्रीय वापसी के लिए तैयार माना जाएगा.’’ बुमराह को इंग्लैंड दौरे के बाद कमर के ‘स्ट्रेस फ्रेक्चर’ का सामना करना पड़ा था और वह पिछले साल एशिया कप में भी नहीं खेले थे.

टी20 विश्व कप को देखते हुए भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत करने के लिए बुमराह को आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टी20 श्रृंखला के लिए टीम में वापसी कराई गई थी जहां एक बार फिर वह चोटिल हो गए और अनिश्चितकाल के लिए टीम से बाहर हो गए.
बुमराह अगर नौ फरवरी से शुरू हो रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के सभी चार मैच खेलते हैं तो यह हैरानी भरा नहीं होगा. इस साल स्वदेश में होने वाले प्रतिष्ठित एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय विश्व कप को देखते हुए बुमराह को समय-समय पर ब्रेक दिए जाने की संभावना है.

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