बुमराह गेंदबाजों की टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर बरकरार

अगर यह फिर से हुआ तो मैं कुछ नहीं कहूंगा : बुमराह के साथ झड़प पर कोंस्टास को खेद

दुबई/सिडनी. भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने बुधवार को जारी ताजा आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में अपनी बादशाहत जारी रखते हुए करियर की सर्वश्रेष्ठ 908 रेटिंग से गेंदबाजों की सूची में शीर्ष स्थान कायम रखा. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट से पहले 907 अंक से किसी भी भारतीय गेंदबाज की सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) रैंकिंग रेटिंग का रिकॉर्ड बनाने वाले बुमराह ने एससीजी में पहली पारी में दो विकेट लेने के बाद अपनी रेटिंग में एक अंक का सुधार किया.

हालांकि पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण वह दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं कर सके जिससे उनकी भूमिका सिर्फ बल्लेबाजी तक सीमित रही. बायें हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा एक पायदान के सुधार के साथ संयुक्त रूप से नौवें स्थान पर पहुंच गये, वह शीर्ष 10 में बुमराह के साथ दूसरे भारतीय हैं. जडेजा ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड के साथ संयुक्त रूप से नौंवे स्थान पर हैं. बोलैंड सिडनी में शानदार प्रदर्शन के बूते 29 पायदान के सुधार के साथ शीर्ष 10 में पहुंच गये हैं.

सिडनी में बोलैंड ने 10 विकेट (31 रन देकर चार विकेट और 45 रन देकर छह विकेट) झटके. उनका प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया की जीत में अहम रहा जिससे टीम एक दशक के इंतजार के बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी हासिल करने में सफल रही. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस को भी रैंकिंग में फायदा हुआ है, वह अंतिम टेस्ट में पांच विकेट की बदौलत दूसरे नंबर पर पहुंचने में कामयाब हुए. दक्षिण अफ्रीका के कैगिसो रबाडा एक पायदान के लाभ से तीसरे स्थान पर पहुंचे जबकि चोटिल जोश हेजलवुड दो पायदान के नुकसान से चौथे स्थान पर खिसक गये.

ऋषभ पंत के दूसरी पारी में 33 गेंद में बनाये गये 61 रन से वह बल्लेबाजी रैंकिंग में तीन पायदान की छलांग लगाने में सफल रहे और नौवें नंबर पर पहुंच गये जबकि भारतीय सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपना चौथा स्थान कायम रखा. दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा पहली पारी में अहम शतक से तीन पायदान की छलांग लगाकर छठे नंबर पर पहुंच गये, उन्होंने करियर की सर्वश्रेष्ठ 769 रेटिंग भी हासिल की. वहीं काइल वेरेने शानदार शतक से चार पायदान के फायदे से 25वें स्थान पर पहुंच गये.

अगर यह फिर से हुआ तो मैं कुछ नहीं कहूंगा : बुमराह के साथ झड़प पर कोंस्टास को खेद

आस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज सैम कोंस्टास ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान जसप्रीत बुमराह से हुई झड़प पर खेद जताते हुए स्वीकार किया है कि वह समय बर्बाद करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन आखिर में बुमराह को सफलता मिली. कोंस्टास ने आखिरी दो टेस्ट में अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ी लेकिन बुमराह और विराट कोहली से उलझने के कारण भी चर्चा में रहे . ऐसी एक घटना पांचवें टेस्ट के पहले दिन हुई जब कोंस्टास और बुमराह के बीच तीखी बहस हो गई .

कोंस्टास ने कोड स्पोटर्स से कहा ,” मुझे प्रतिस्पर्धा करना पसंद है और मैं हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं .” दिन का खेल जब खत्म होने को था तब बुमराह एक और ओवर फेंकना चाहते थे लेकिन आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने विरोध किया जो समय खपाने की कोशिश में थे . इस कारण से बुमराह और कोंस्टास के बीच बहस हो गई .

दो गेंद बाद बुमराह ने आखिरी गेंद पर उस्मान ख्वाजा का विकेट लिया . इसके बाद उन्होंने कोंस्टास की ओर बढकर उसे घूरकर देखा .
कोंस्टास ने उस घटना के बारे में लगा ,” मुझे लगता है कि यह मेरे लिये सबक था . मैं थोड़ा समय बर्बाद करने की कोशिश कर रहा था ताकि वे एक और ओवर नहीं फेंक सके लेकिन बुमराह को आखिर में कामयाबी मिली .” उन्होंने कहा ,” वह बेहतरीन गेंदबाज है और श्रृंखला में 32 विकेट लिये . अगर ऐसी कोई घटना फिर होती है तो शायद में कुछ नहीं कहूंगा .” कोंस्टास और कोहली के बीच भी श्रृंखला के दौरान बहस हुई . कोंस्टास ने बाद में कहा कि उस घटना के बाद भी वह अपने बचपन के हीरो कोहली से मिलने गए .

उन्होंने कहा ,” मैने मैच के बाद उनसे बात की और कहा कि वह मेरे आदर्श हैं और उनके खिलाफ खेलना सम्मान की बात है . जब वह क्रीज पर थे तो मैं सोच रहा था कि वाह, विराट कोहली बल्लेबाजी कर रहे हैं . उनका व्यक्तित्च ही ऐसा है . सारे भारतीय समर्थक उनका नाम पुकारते हैं . यह सपने जैसा था .” कोंस्टास ने कहा ,”वह काफी विनम्र हैं . बहुत ही प्यारे इंसान और उन्होंने मुझे भविष्य के लिये शुभकामना भी दी . मेरा पूरा परिवार विराट से प्यार करता है . मैं बचपन से उन्हें आदर्श मानता आया हूं और वह लीजैंड है .”

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button