छत्तीसगढ़: शुक्ला और रंजन ने कांग्रेस की ओर से तथा भारद्वाज ने जनता कांग्रेस की ओर से पर्चा दाखिल किया

रायपुर. छत्तीसगढ़ में रिक्त हो रहे राज्यसभा की दो सीटों के लिए कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला और पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने तथा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की ओर से पूर्व मंत्री डॉक्टर हरिदास भारद्वाज ने पर्चा दाखिल किया. छत्तीसगढ़ विधानसभा के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.

अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा में आज कांग्रेस उम्मीदवार शुक्ला और रंजन ने तथा जनता कांग्रेस के उम्मीदवार भारद्वाज ने विधानसभा के सचिव और रिर्टिनंग अधिकारी दिनेश शर्मा के कक्ष में अपना नामांकन दाखिल किया. उन्होंने बताया कि कांग्रेस के उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य मौजूद ?थे. वहीं भारद्वाज ने अपने पार्टी के प्रमुख अमित जोगी तथा ?विधायकों की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया.

शुक्ला उत्तर प्रदेश से तो रंजन बिहार की रहने वाली हैं . शुक्ला इससे पहले भी राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं जबकि रंजन लोकसभा सदस्य रह चुकी हैं . कांग्रेस उम्मीदवारों के नामांकन दाखिले के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि लोग अपेक्षा कर रहे थे कि छत्तीसगढ़ का ही कोई उम्मीदवार राज्यसभा जाए, लेकिन इस समय नहीं हुआ अब यह अगली बार करेंगे.

राज्य के विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने सत्ताधारी दल कांग्रेस पर राज्यसभा सीटों के लिए ”बाहरी” उम्मीदवारों को नामित कर छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ विश्वासघात और अपमान करने का आरोप लगाया है. भाजपा के इस आरोप को लेकर जब संवाददाताओं ने मुख्यमंत्री बघेल से सवाल किया तब उन्होंने कहा, ”उन्होंने (भाजपा ने) अपने नेताओं को उनके गृह राज्यों के बाहर से भी चुनाव मैदान में उतारा है. मैं पुराने उदाहरण नहीं देना चाहता..कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और विभिन्न राज्यों से अपने नेताओं को राज्यसभा भेजती रही है. यह पहला उदाहरण नहीं है. यह सच है कि लोग अपेक्षा कर रहे थे कि छत्तीसगढ़ का ही कोई उम्मीदवार राज्यसभा जाए, लेकिन इस समय नहीं हुआ तब अगले समय में करेंगे.”

इधर राज्य विधानसभा में तीन सीटों वाली पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने मंगलवार को घोषणा की कि पूर्व मंत्री डॉक्टर हरिदास भारद्वाज राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार होंगे. इसके बाद जेसीसी(जे) विधायकों के साथ भारद्वाज दोपहर में विधानसभा पहुंचे और अपना नामांकन दाखिल किया.

जेसीसी (जे) प्रमुख अमित जोगी ने कहा है, ”हम जीत या हार के लिए राज्यसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि हम छत्तीसगढ़ के लोगों के गौरव और सम्मान के लिए यह चुनाव लड़ रहे हैं. अगर बाहर से दो उम्मीदवार छत्तीसगढ़ से निर्विरोध निर्वाचित हो जाते हैं तो यह हमारी नैतिक हार होगी. यह राज्य के तीन करोड़ लोगों की हार होगी.” विधानसभा के अधिकारियों ने बताया कि एक जून को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी तथा नाम वापस लेने की आखिरी तारीख तीन जून को दोपहर तीन बजे तक है. वहीं 10 जून को मतदान होगा.
राज्य विधानसभा में अपनी कम ताकत को देखते हुए भाजपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है.

छत्तीसगढ के 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 71 विधायक हैं. जबकि भाजपा के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) तीन और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के दो विधायक हैंं. छत्तीसगढ़ में राज्यसभा की पांच सीटें हैं. जिसमें से छाया वर्मा (कांग्रेस) और रामविचार नेताम (भाजपा) का कार्यकाल अगले माहीने समाप्त हो रहा है. वहीं राज्य के तीन अन्य राज्यसभा सदस्य कांग्रेस के केटीएस तुलसी और फूलोदेवी नेताम तथा भाजपा की सरोज पांडेय है. कांग्रेस ने अन्य पिछड़ा वर्ग (कुर्मी) से आने वाली छाया वर्मा को फिर से उम्मीदवार नहीं बनाया है. कुर्मी राज्य का प्रमुख ओबीसी समुदाय है तथा यह समुदाय यहां की राजनीति में खासा दखल रखता है.

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