कांग्रेस के विभाजनकारी मंसूबे हैं : नड्डा

चिराग ने कर्नाटक में मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए कांग्रेस पर साधा निशाना

शिवमोगा/पटना. भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस धर्म के आधार पर आरक्षण का समर्थन कर रही है जबकि संविधान के अनुसार ऐसा नहीं किया जा सकता. उन्होंने कांग्रेस पर ”धूर्त और विभाजनकारी मंसूबे” रखने का आरोप लगाया. वह शिमोगा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बी.वाई. राघवेंद्र के लिए भाजपा के प्रचार अभियान के तहत यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

नड्डा ने कहा, ”संविधान में यह बहुत स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि धार्मिक आरक्षण के लिए कोई जगह नहीं है, लेकिन उन्होंने (कांग्रेस) क्या किया – (कर्नाटक में) ओबीसी कोटा से मुसलमानों को चार प्रतिशत आरक्षण दिया.” उन्होंने दावा किया कि अविभाजित आंध्र प्रदेश में कांग्रेस चार बार कानून लेकर आई, जिसके जरिये उसने एससी/एसटी और ओबीसी का आरक्षण छीनकर मुस्लिम समुदाय को देने की कोशिश की.

भाजपा अध्यक्ष ने पूछा, ”हम मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हमें यह समझना होगा कि संविधान स्पष्ट रूप से कहता है कि धर्म के आधार पर कोई आरक्षण नहीं होगा… लेकिन ये लोग (कांग्रेस) धूर्त और विभाजनकारी मंसूबे रखते हैं.” विपक्षी दलों पर ‘विभाजनकारी राजनीति’ में शामिल होने का आरोप लगाते हुए नड्डा ने कहा, ”कुछ दिन पहले एक वीडियो आया था और वे यह धारणा और माहौल बनाने की कोशिश कर रहे थे कि भाजपा एससी/एसटी और ओबीसी के खिलाफ है और अगर हम (भाजपा) सत्ता में आते हैं तो इन समुदायों के लिए आरक्षण खत्म हो जाएगा.”

उन्होंने कहा, ”वे एक फर्जी वीडियो लेकर आए…लोगों और मीडिया ने ‘इंडी’ गठबंधन के डीप फेक वीडियो का पर्दाफाश किया. इसका दुखद हिस्सा यह है कि फर्जी वीडियो तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के फोन से सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया था, और ‘इंडी’ गठबंधन के सभी सहयोगियों ने इसे वायरल करने की कोशिश की.” नड्डा ने कहा कि वे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भाजपा और राजग के 400 सीटें पार करने को लेकर गहरे अवसाद में हैं.

चिराग ने कर्नाटक में मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए कांग्रेस पर साधा निशाना

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंगलवार को कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का आरक्षण ”छीनने” और उसका लाभ ”एक विशेष धार्मिक समुदाय” को देने का आरोप लगाया.

चिराग पासवान ने एक तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लगाये गए आरोप को दोहराया और साथ ही यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष ”इसलिए हम (राजग) पर यह झूठा आरोप लगा रहा है कि हम संविधान को बदलकर आरक्षण खत्म करने का इरादा रखते हैं.” उन्होंने कहा, ”संविधान में, बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर ने स्पष्ट रूप से कहा था कि धर्म आरक्षण देने का आधार नहीं हो सकता. फिर भी कांग्रेस ने कर्नाटक में ऐसा किया जहां वह सत्ता में है. इसने ओबीसी के अधिकार छीन लिये हैं.”

पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान ने यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, ”कर्नाटक में कांग्रेस का कदम उसकी तुष्टिकरण की राजनीति के अनुरूप है, जिसकी झलक पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस भाषण में मिलती है जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक एक विशेष धार्मिक समुदाय के लोगों का है.” पासवान ने कहा, ”वह कांग्रेस और उसके सहयोगी हैं जो संविधान पर हमला करने के दोषी हैं और अपने कृत्यों से जनता का ध्यान हटाने के लिए वे राजग पर संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने का झूठा आरोप लगा रहे हैं.” चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग)-1 सरकार में कैबिनेट मंत्री थे और 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले तक कांग्रेस के सहयोगी रहे.

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