कर्नाटक में कांग्रेस का कब्जा, CM चुनने के लिए कल बेंगलुरु में विधायक दल की बैठक

बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है. चुनाव आयोग ने सभी 224 सीटों के रुझान जारी कर दिए हैं. कांग्रेस बहुमत के आंकड़े 113 सीट को पीछे छोड़ दिया है और 123 निर्वाचन क्षेत्रों में उसके उम्मीदवार आगे चल रहे हैं. भाजपा 71 और जद (एस) 24 विधानसभा क्षेत्रों में आगे हैं. निर्दलीय 6 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं. भाजपा उन छोटे निर्वाचन क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन कर रही है जो आमतौर पर शहरी हैं और 100 वर्ग किलोमीटर से कम क्षेत्र को कवर करते हैं. ऐसी 33 छोटी सीटों में से बीजेपी 23 पर आगे चल रही है.नवीनतम अपडेट के अनुसार, जिन 75 निर्वाचन क्षेत्रों में 80% से अधिक मतदान दर्ज किया गया था उनमें से कांग्रेस 41 सीटों पर आगे चल रही है.

जबकि 70% से कम मतदान वाले 60 निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा 35 सीटों परआगे चल रही है. राज्य ने 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुई वोटिंग में रिकॉर्ड 73.19 प्रतिशत मतदान दर्ज किया था. मतगणना के बीच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी शिमला में जाखू हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचीं. आपको बता दें कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कर्नाटक की सत्ता में आने पर बजरंग दल को बैन करने की बात कही थी, जिसे भाजपा ने बजरंगबली से जोड़कर अपने कर्नाटक चुनाव अभियान में बड़ा मुद्दा बनाया था. इस चुनाव में राज्य के मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता बसवराज बोम्मई, कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार, जद (एस) के एचडी कुमारस्वामी सहित कई अन्य बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.

बोम्मई, सिद्धारमैया और शिवकुमार क्रमश: शिग्गांव, वरुणा और कनकपुरा से आगे चल रहे हैं. एचडी कुमारस्वामी चन्‍नापटना सीट से अब आगे चल रहे हैं. भाजपा महासचिप सीटी रवि चिकमंगलूर सीट से पीछे चल रहे हैं. मतगणना राज्य भर के 36 केंद्रों में सुबह आठ बजे शुरू हुई और निर्वाचन अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि राज्य के भावी राजनीतिक परिदृश्य की तस्वीर दोपहर तक स्पष्ट हो जाएगी. अधिकांश सर्वेक्षणकर्ताओं ने ‘एग्जिट पोल’ में सत्तारूढ़ भाजपा पर कांग्रेस को बढ़त दी थी. रुझानों में भी यह प​रलक्षित हो रहा है. राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य की सत्ता में क्रमिक बदलाव की 38 साल पुरानी परंपरा तोड़ने की उम्मीदें धुमिल होती दिख रही हैं. कांग्रेस के लिए 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में एक सकारात्मक चुनाव परिणाम प्राप्त करने की संभावना बहुत ज्यादा है.

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