प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टर पर जानलेवा हमला, तीन लोगों ने दिया वारदात को अंजाम…
भावनगर: गुजरात के भावनगर में एक प्राइवेट अस्पताल के आईसीयू में डॉक्टर पर जानलेवा हमले की सनसनीखेज घटना सामने आई है. तीन लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया है, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि पीड़ित डॉक्टर ने आईसीयू में घुसने से पहले तीनों आरोपियों को अपने जूते उतारने के लिए कहा था, जिस पर वे नाराज हो गए.
गाली गलौच के बाद पीड़ित को पीट-पीट कर लहूलुहान कर दिया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शनिवार को सिहोर शहर के श्रेया अस्पताल में हमले में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. यह घटना 12 सितंबर को हुई, जब आरोपी एक महिला का इलाज कराने अस्पताल पहुंचे थे, जिसके सिर में चोट लगी थी. जब वे आपातकालीन कक्ष में दाखिल हुए, तो डॉक्टर ने उनसे जूते उतारने को कह दिया.
इसके बाद उन्होंने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी. आरोपियों ने डॉ. जयदीपसिंह गोहिल (33) की पिटाई शुरू कर दी. उन्हें मारपीट कर बुरी तरह से घायल कर दिया. उन्होंने आईसीयू में रखी दवाओं और अन्य चिकित्सीय उपकरणों को भी नुकसान पहुंचाया. इसके बाद वहां मौजूद लोगों को जान से मारने की धमकी भी दी. डॉक्टर की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहित की धारा 115 (2), 352 और 351 (3) के तहत केस दर्ज किया है.
आरोपियों की पहचान हिरेन डांगर, भवदीप डांगर और कौशिक कुवाडिया के रूप में हुई है. इस घटना के बाद डॉक्टरों के बीच नाराजगी देखी गई. पुलिस से सुरक्षा की मांग की गई है. बताते चलें कि इसी तरह का एक मामला मार्च में राजस्थान के धौलपुर में सामने आया था. यहां तीन लोगों ने सरकारी अस्पताल में तैनात एक डॉक्टर की लात-घूंसों और लाठी-डंडे से पिटाई कर दी.
यह घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. पीड़ित डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस उप अधीक्षक नरेंद्र कुमार ने बताया था कि डॉक्टर के साथ मारपीट करने वाले तीनों आरोपियों ने पुलिस के सामने कान पकड़ कर माफी मांगी. यह मामला धौलपुर जिले के बसेड़ी थाना इलाके के सरकारी अस्पताल का है. पीड़ित डॉक्टर कमल किशोर 25 मार्च को अस्पताल में ड्यूटी करने जा रहे थे. रास्ते में कुछ लोगों से बहस हो गई.
इसके बाद विवाद इतना बढ़ गया कि एक दुकानदार ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर डॉक्टरों को पीट दिया और जान से मारने की धमकी तक दे डाली. शिकायत मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू की और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला. सीसीटीवी फुटेज के आधार तीनों आरोपियों की पहचान हो गई. इसके बाद पुलिस दबिश देकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. तीनों डॉक्टर के सामने ही उनसे माफी मांगी थी.