दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने 14 विधायकों को एमसीडी के लिए मनोनीत किया

नयी दिल्ली: विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के लिए 14 विधायकों को मनोनीत किया है, जिससे अगले महीने महापौर चुनाव जीतकर ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार बनाने की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आकांक्षाओं को बल मिला है।

इन 14 विधायकों में से भाजपा के 11 और आम आदमी पार्टी (आप) के तीन विधायक हैं। मनोनीत विधायक अप्रैल में होने वाले महापौर और उप महापौर पद के चुनाव में मतदान करेंगे। पार्षदों के अलावा, दिल्ली के सात लोकसभा सदस्य (सभी भाजपा के), तीन राज्यसभा सदस्य (सभी ‘आप’ के) और 14 मनोनीत विधायक दिल्ली नगर निगम के महापौर और उप महापौर के लिए होने वाले चुनाव में मतदाता हैं।

गुप्ता ने एक बयान में कहा कि मनोनीत विधायक नगर निगम की बजट निर्माण, नागरिक प्रशासन और शहरी शासन में सहायता करेंगे। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, एमसीडी में मनोनीत भाजपा विधायकों में अनिल शर्मा, चंदन चौधरी, जितेंद्र महाजन, करनैल ंिसह, मनोज कुमार शौकीन, नीलम पहलवान, प्रद्युम्न ंिसह राजपूत, राज कुमार भाटिया, रविकांत, संजय गोयल और तरंिवदर मारवाह हैं।

‘आप’ विधायकों में प्रवेश रत्न, सुरेंद्र कुमार और राम ंिसह नेताजी शामिल हैं। ‘आप’ ने नवंबर 2024 में हुए पिछले महापौर चुनाव में तीन मतों के अंतर से जीत हासिल की थी। पिछले महीने विधानसभा चुनावों में शानदार जीत हासिल करने वाली भाजपा महापौर का पद हासिल करके दिल्ली में ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार बनाने की उम्मीद कर रही है।

भाजपा की दिल्ली इकाई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, ‘‘एमसीडी में पार्टी के 11 विधायकों के मनोनीत होने के साथ ही महापौर पद पर जीत की संभावना खासकर तब और भी अधिक हो गई है जब हमें पहले से ही ‘आप’ के कई पार्षदों से संकेत मिल रहे हैं कि वे भाजपा में शामिल होना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा कि केंद्र, दिल्ली और एमसीडी में भाजपा की ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार लोगों की सेवा के लिए तेजी से काम सुनिश्चित करेगी।

फरवरी में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 70 में से 48 सीट जीती थीं जबकि ‘आप’ को केवल 22 सीट पर जीत मिली थी। अधिकारियों के अनुसार, एमसीडी में ‘आप’ के 121 पार्षदों में से तीन ने विधानसभा चुनाव जीता, जबकि भाजपा के 120 पार्षदों में से आठ सदन के लिए चुने गए।

‘आप’ ने 2022 के एमसीडी चुनावों में 134 वार्ड, भाजपा ने 104, कांग्रेस ने नौ और निर्दलीय ने तीन वार्ड जीते थे। भाजपा नेताओं ने जोर देकर कहा कि दिल्ली के सात लोकसभा सदस्यों, ‘आप’ पार्षदों के पाला बदलने की संभावना और पार्टी के 11 विधायकों के मनोनीत सदस्य होने सहित पार्टी के मतों की संख्या से यह स्पष्ट है कि भाजपा महापौर पद का चुनाव जीतेगी।

‘आप’ के तीन पार्षदों के भाजपा में शामिल होने के बाद 15 फरवरी को भाजपा एमसीडी में सबसे बड़ी पार्टी बन गई। नगर निकायों में दल बदलने वालों पर दलबदल विरोधी कानून लागू नहीं होता है।

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