डीजीबीआर ने तवांग में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सीमा सड़कों की प्रगति की समीक्षा की
ईटानगर: सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक (डीजीबीआर) लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सीमा सड़कों की प्रगति की समीक्षा की। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
डीजीबीआर ने 13,000 फुट पर स्थित सेला सुरंग के संचालन का भी निरीक्षण किया। रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि सेला सुरंग असम में गुवाहाटी और अरुणाचल प्रदेश में तवांग के बीच सभी मौसम में संपर्क सुनिश्चित करने वाली सबसे लंबी दो लेन सुरंग है।
उन्होंने बताया कि डीजीबीआर ने जेमिथांग सेक्टर के नेल्या, धौला और हाटोंगा क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया। इसके बाद लुंगरो, डैमटेंग और यांग्त्से के अग्रिम क्षेत्रों का जायजा लिया। संचालन पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने पूरे वर्ष तवांग और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में वाहनों तथा आपूर्ति की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए ‘प्रोजेक्ट वर्तक’ की टीम की सराहना की।
लेफ्टिनेंट जनरल श्रीनिवासन एक से तीन दिसंबर तक गुवाहाटी और अरुणाचल प्रदेश के तवांग, पश्चिम कामेंग जिलों के तीन दिवसीय दौरे पर थे। यात्रा के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल श्रीनिवासन ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू से मुलाकात की और क्षेत्र में भविष्य की सड़क परियोजनाओं के प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।
उन्होंने तवांग के विधायक और उपायुक्त से भी मुलाकात की। गुवाहाटी में सीमा सड़क संगठन (पूर्व) के अतिरिक्त महानिदेशक हरेंद्र कुमार ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में विभिन्न सीमा सड़क परियोजनाओं पर डीजीबीआर को ताजा जानकारी दी।