गहलोत सरकार को अपने ‘राजधर्म’ का पूरा ज्ञान, ऐसी कार्रवाई होगी कि नजीर बनेगी: कांग्रेस

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने उदयपुर में एक दर्जी की निर्मम हत्या की घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी के हमले पर पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को अपने ‘राजधर्म’ का पूरा ज्ञान है तथा इस मामले में इतनी सख्त कार्रवाई होगी कि वह नजीर बनेगी. मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि इस मामले में जाति और धर्म देखे बिना कार्रवाई की जाएगी.

पार्टी के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि राजस्थान में एक व्यक्ति की निर्मम हत्या करने वाले शंभूलाल के पक्ष में खड़े होने वालों और उत्तर प्रदेश में पुलिस अधिकारी सुबोध सिंह के हत्यारों का माल्यार्पण करने वालों को तुष्टीकरण का आरोप लगाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस स्पष्ट रूप से इस वीभत्स कांड की निंदा करती है. सरकार ने छह घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार किया. शाम में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. जांच में जो उभरकर सामने आया, उसके आधार पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जांच एनआईए को सौंपने का फैसला किया.’’ खेड़ा ने कहा, ‘‘गहलोत सरकार को अपने राजधर्म का पूरा ज्ञान है.’’ उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘तुष्टीकरण की बात करने वाले यह भूल जाते हैं कि 2017 में शंभूलाल रैगर नामक व्यक्ति ने हत्या करते हुए वीडियो बनाया तो उसके पक्ष में एक पार्टी विशेष के लोगों ने उदयपुर में तिरंगा हटाकर भगवा झंडा लगाया. तुष्टीकरण की बात करने वाले भूल जाते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार में पुलिस अधिकारी सुबोध सिंह की हत्या कर दी गई तो उनके हत्यारों का माल्यार्पण किसने किया?

तुष्टीकरण की बात करने वाले बताएं कि कश्मीर में राहुल भट्ट की हत्या करने वालों का क्या हुआ? ’’ खेड़ा ने जोर दिया, ‘‘कांग्रेस सरकार संविधान से बंधी हुई सरकार है. हर सरकार को संविधान के तहत कार्रवाई करनी चाहिए. न मजहब देखा जाएगा, न जाति देखी जाएगी, न वर्ग देखा जाएगा, सिर्फ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी. हम इसका आश्वासन देते हैं.’’ उनका कहना था, ‘‘गहलोत जी पिछले दो महीनों से सार्वजनिक रूप से आह्वान कर रहे हैं कि आप नफरत के खिलाफ बोलिए और शांति बहाली की अपील कीजिए. अब हर जगह ध्रुवीकरण बात क्यों सुनाई देती है? पहले ऐसा नहीं था और अब ऐसा क्यों हो रहा है?’’

उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी को अटल जी ने राजधर्म की याद दिलाई थी. अब पूरा देश उनकी तरफ देख रहा है कि वह राजधर्म का पालन करें.’’ यह पूछे जाने पर क्या कि राहुल गांधी पीड़ित परिवार से मिलने जाएंगे तो खेड़ा ने कहा, ‘‘जहां सरकार अपने राजधर्म का पालन करती नहीं दिखती हैं, वहां राहुल गांधी जी और हम सब उसे याद दिलाते हैं… गहलोत सरकार ने त्वरित कार्रवाई करने में मिसाल कायम की है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘पूरी पार्टी और हम सब कन्हैया लाल के परिवार के प्रति पूरी संवेदना प्रकट करते हैं और हम उनके साथ खड़े हैं.’’ खेड़ा ने कहा, ‘‘उदयपुर की घटना के पीड़ित ने कन्हैयालाल ने 15 जून को पुलिस थाने में रिपोर्ट दी थी कि उनकी जान को खतरा है. पुलिस ने दोनों पक्षों के बड़े-बुजुर्गों को बुलाकर समझौता करवाया और उसके बाद खुद कन्हैयालाल ने लिखित में कहा कि अब किसी प्रकार की कनूनी सहायता की आवश्यकता नहीं है.’’

Related Articles

Back to top button