गहलोत उदयपुर में दर्जी के परिवार से मिले : कहा, NIA जल्द दायर करे आरोप पत्र
उदयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बृहस्पतिवार को दर्जी कन्हैयालाल के उदयपुर स्थित घर पर उनके परिवार को सांत्वना देने पहुंचे. कन्हैयालाल की दो लोगों ने हत्या कर दी थी. इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोंिवद ंिसह डोटासरा, राजस्व मंत्री रामलाल जाट सहित पार्टी के कई अन्य नेता और पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर मौजूद थे. उन्होंने कन्हैयालाल के परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों से बातचीत की.
कन्हैयालाल के परिवार के सदस्यों से उदयपुर में मिलने के बाद, गहलोत ने कहा, ‘‘ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को इस मामले को फास्ट ट्रैक अदालत में ले जाना चाहिए. आरोप पत्र जल्द से जल्द दाखिल की जाए ताकि सजा मिल सके.’’ पेशे से दजर्Þी कन्हैयालाल का मंगलवार को दो व्यक्तियों ने नृशंस ढंग से जान ले ली थी और घटना का वीडियो बनाकर आॅनलाइन पोस्ट कर दिया था और कहा था कि वे इस्लाम के अपमान का बदला ले रहे हैं. इसके बाद उदयपुर में ंिहसा के छुटपुट मामले हुए हैं. जिले के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है.
कन्हैयालाल का बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया. गहलोत ने कहा कि जिन्होंने कन्हैयालाल की हत्या की, उन्होंने अपने आप वीडियो और इस प्रकार वे खुद चश्मदीद बन गए. उन्होंने कहा, ‘‘ जिस तरह से यह घटना हुई है, उसने देश को झकझोर कर रख दिया है. आरोपी पकड़े गए हैं और पुलिस और विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने अच्छा काम किया है.’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि एनआईए ने मामले को अपने हाथ में ले लिया है और राज्य पुलिस जांच एजेंसी का सहयोग करेगी.
शिकायत के बावजूद कन्हैयालाल को सुरक्षा प्रदान नहीं करने में पुलिस की विफलता के बारे में पूछे जाने पर, गहलोत ने कहा कि एनआईए की जांच में यह स्पष्ट हो जाएगा कि क्या स्थानीय पुलिस की ओर से कोई चूक हुई थी. अधिकारियों ने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उदयपुर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और स्थिति पर नजर रखने के लिए दो अतिरिक्त महानिदेशक, एक उप महानिरीक्षक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शहर में डेरा डाले हुए हैं. कन्हैयालाल की नृंशस हत्या के विरोध में बृहस्पतिवार को हजारों लोगों ने यहां एक विरोध रैली में हिस्सा लिया. ंिहदू संगठनों ने ‘सर्व ंिहदू समाज’ रैली की अपील की थी जो शांतिपूर्वक निकाली गई. यह जिला प्रशासन की अनुमति से टाउन हॉल से कलेक्टरेट तक निकाली गई.