भारतीय रेल के आधुनिकीकरण पर सरकार रिकॉर्ड निवेश कर रही है: मोदी

कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि रेलवे के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण के लिए केंद्र सरकार रिकार्ड निवेश कर रही है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में हावड़ा और न्यू जलपाईगुड़ी को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के बाद मोदी ने कहा कि न्यू जलपाईगुड़ी सहित विभिन्न रेलवे स्टेशनों को हवाईअड्डों की तरह विकसित किया जा रहा है.

प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल के लिए चार रेलवे परियोजनाओं की शुरुआत की और न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के पुर्निवकास की आधारशिला रखी. प्रधानमंत्री को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आज कोलकाता पहुंचना था लेकिन शुक्रवार तड़के उनकी मां हीराबेन का निधन हो गया. गांधीनगर के मुक्ति धाम में प्रधानमंत्री की मां का अंतिम संस्­कार किया गया. अंतिम संस्कार के बाद प्रधानमंत्री वीडियो कांफ्रेंस के माध्­यम से अहमदाबाद से इस कार्यक्रम में शामिल हुए.

प्रधानमंत्री ने कहा कि रेल लाइनों का दोहरीकरण और उनके विद्युतीकरण का काम रिकॉर्ड गति से हो रहा है. उन्होंने कहा कि पूर्वी और पश्चिमी माल ढुलाई गलियारे देश की अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे. उन्होंने कहा, ‘‘आज वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत उस भूमि से की गई हैं जहां ‘वंदे मातरम’ का जयघोष हुआ था.’’ मोदी ने कहा कि आज 30 दिसंबर की तारीख का भी इतिहास में अपना बहुत महत्व है क्योंकि 1943 में आज ही के दिन नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने अंडमान में तिरंगा फहराकर भारत की आजादी का बिगुल फूंका था.

उन्होंने कहा, ‘‘इस 21वीं सदी में भारत के तेज विकास के लिए भारतीय रेलवे का भी तेज विकास, भारतीय रेलवे में तेज सुधार, बहुत जरूरी हैं. इसलिए आज केंद्र सरकार भारतीय रेलवे को आधुनिक बनाने के­ लिए, रेलवे अवसंरचना को आधुनिक बनाने के लिए रिकॉर्ड निवेश कर रही है. आज भारत में भारतीय रेलवे के कायाकल्­प का राष्­ट्रव्­यापी अभियान चल रहा है.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि आज वंदे भारत, तेजस, हमसफर जैसी आधुनिक ट्रेनें देश में बन रही हैं तो विस्टाझ्रडोम कोच रेल यात्रियों को नए अनुभव करा रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘आज सुरक्षित, आधुनिक कोच की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हो रही है. आज रेलवे स्­टेशन को भी एयरपोर्ट की तरह विकसित किया जा रहा है. न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन भी इसी सूची में शामिल है.’’ उन्होंने कहा कि बीते आठ वर्षो में भारतीय रेलवे ने आधुनिकता की नींव पर काम किया है और अब आने वाले आठ वर्ष में, भारतीय रेलवे को आधुनिकता की नई यात्रा पर निकलते हुए देखेंगे.

उन्होंने कहा, ‘‘भारत जैसे युवा देश के लिए भारतीय रेल भी युवा अवतार लेने जा रही है. और इसमें निश्चित तौर पर 475 से ज्यादा वंदे भारत ट्रेनों की बड़ी भूमिका होगी.’’ जल प्रदूषण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि केंद्र नदियों के प्रदूषण को रोकने पर जोर दे रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में 25 नयी सीवर उपचार परियोजनाएं होंगी, जिनमें से 11 पहले ही पूरी हो चुकी हैं, जबकि सात का आज उद्घाटन किया जाएगा.’’

उन्होंने कहा, ‘‘आजादी के अमृत काल के इस साल में हम देश को आगे ले जाने के लिए भविष्योन्मुखी दृष्टिकोण अपनाएंगे. दुनिया भारत को बड़े विश्वास के साथ देख रही है. इस उम्मीद पर खरा उतरने के लिए हर भारतीय को कड़ी मेहनत करनी होगी. इस अवसर पर कोलकाता में राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी उपस्थित थे. वंदे भारत एक्सप्रेस हावड़ा और पूर्वोत्तर के प्रवेश द्वार न्यू जलपाईगुड़ी को जोड़ेगी.

अधिकारियों ने कहा कि नीले-सफेद रंग की यह ट्रेन 7 घंटे 45 मिनट में 564 किमी की दूरी तय करेगी. इससे इस मार्ग पर अन्य ट्रेनों की तुलना में यात्रा के समय में तीन घंटे की बचत होगी. इसके तीन स्टेशन बारसोई, मालदा और बोलपुर होंगे. अत्याधुनिक ट्रेन में 16 डिब्बे हैं. यह अत्याधुनिक सेमी हाई स्पीड गाड़ी उत्कृष्ट यात्री सुविधाओं से लैस है. गाड़ी दोनों दिशाओं में आते-जाते समय मालदा टाउन, बारसोई और किशनगंज स्टेशनों पर रुकेगी.

आधुनिक यात्री सुविधाओं से युक्त वंदे भारत एक्सप्रेस को नियमित यात्रियों, चाय उद्योग से जुड़े अधिकारियों और उत्तरी बंगाल और सिक्किम में हिमालयी क्षेत्र की यात्रा करने वाले पर्यटकों द्वारा पसंद किए जाने की संभावना है. प्रधानमंत्री ने जोका-एस्प्लेनेड मेट्रो परियोजना (पर्पल लाइन) के जोका-तारातला खंड का उद्घाटन किया. जोका, ठाकुरपुकुर, सखेर बाजार, बेहाला चौरास्ता, बेहाला बाजार और तारातला जैसे 6 स्टेशनों वाले 6.5 किलोमीटर के खंड का निर्माण 2,475 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है.

कोलकाता शहर के दक्षिणी हिस्सों जैसे सरसुना, डाकघर, मुचिपारा और दक्षिण 24 परगना के यात्रियों को इस परियोजना के उद्घाटन से बेहद फायदा होगा. इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री चार रेल परियोजनाओं को भी राष्ट्र को सर्मिपत किया. इनमें बोइंची-शक्तिगढ़ तीसरी लाइन, दानकुनी-चंदनपुर चौथी लाइन, निमतिता- न्यू फरक्का डबल लाइन और अम्बारी फालाकाटा-न्यू मयनागुड़ी-गुमानीहाट दोहरीकरण परियोजना शामिल हैं.

प्रधानमंत्री ने 335 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किए जाने वाले न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के पुर्निवकास की आधारशिला भी रखी. कार्यक्रम में मौजूद मुख्यमंत्री बनर्जी ने इस अवसर पर मोदी की मां हीराबेन के निधन पर शोक व्यक्त किया.
उन्होंने कहा, ‘‘आपकी मां हमारी भी मां हैं.’’ इससे पहले, मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मोदी जिन पांच रेल परियोजनाओं की शुरुआत कर रहे हैं उनमें से चार पर काम रेल मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान शुरू किया गया था. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे.

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