अगर रितेश नहीं होते तो मुझे और समय लगता : पर्दे से 10 साल दूर रहने पर जेनेलिया ने कहा

मुंबई. अभिनेत्री जेनेलिया देशमुख का कहना है कि फिल्मी जगत से उनके एक दशक लंबे विराम ने उनकी हाल में रिलीज हुई फिल्म ‘वेद’ में श्रवणी का किरदार निभाने में मदद की. ‘वेद’ उनके पति-अभिनेता रितेश देशमुख के निर्देशन में बनी पहली फिल्म है. जेनेलिया ‘जय हो’ और ‘फोर्स 2’ जैसी ंिहदी फिल्मों में अतिथि भूमिका में दिखाई दीं थी. जेनेलिया की 2012 के तेलुगु शीर्षक ‘ना इष्टम’ के बाद से मराठी फिल्म ‘वेद’ में पूर्ण भूमिका है.

जेनेलिया ने यहां एक साक्षात्कार में पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘10 साल के विराम ने मुझे जीवन में अन्य काम करने का मौका दिया, एक गृहिणी बनने का, अपने पति और बच्चों के साथ समय बिताने का. आज, मुझे लगता है कि कुछ भी नियोजित नहीं था. लेकिन जब मैं इसे देखती हूं, तो यह एक गृहिणी का चरित्र भी है और मुझे इससे मदद मिली….’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक अभिनेत्री के रूप में, मैं जीवन से चीजें लेती हूं, चाहे वह मेरी हो या किसी और की. अगर मैं गृहिणी या पत्नी नहीं होती, तो मैं श्रवणी का किरदार कभी नहीं निभा पाती.’’

उन्होंने कहा कि अगर रितेश नहीं होते तो मुझे फिल्मों में काम फिर से शुरू करने में अधिक समय लगता. ‘वेद’ उनकी पहली मराठी फिल्म है, जिसकी वह निर्माता भी हैं. जेनेलिया ने रितेश के साथ 2003 की फिल्म ‘तुझे मेरी कसम’ से अभिनय की शुरुआत की थी.
कथित तौर पर 15 करोड़ रुपये के बजट में बनी फिल्म ‘वेद’ 30 दिसंबर को रिलीज हुई थी और रिलीज होने के बाद से 30 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई कर चुकी है.

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