रामायण की थीम पर लगाई गई प्रदर्शनी में शीशे के पिरामिड में तैरते हनुमान

नयी दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी के राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय में रामायण की थीम पर एक प्रदर्शनी लगाई गई है जिसमें भगवान हनुमान के जन्म और जीवन से जुड़ी अनेक कथाओं को शीशे के पिरामिड के भीतर ‘एनीमेटेड होलोग्राम तस्वीरों’ के जरिए दिखाया गया है. गुरुग्राम की कलाकार और एनीमेशन फिल्म निर्माता ने ‘हनुमान चालीसा’ से प्रेरणा लेकर यह शिल्पकृति तैयार की है.

‘हनुमान्स जर्नी: वर्सेस थ्रू विजन’ उन लगभग 100 शिल्पकृति में से एक है जिसे यहां एनजीएमए में ‘रामायणम चित्रकाव्यम’ प्रदर्शनी के हिस्से के रूप में प्रर्दिशत किया गया है. इसका उद्घाटन शुक्रवार शाम को किया गया था. एनजीएमए ने बताया कि यहां प्रख्यात भारतीय आधुनिक, समकालीन और पारंपरिक कलाकारों की पेंटिंग, वस्त्र, मूर्तियां, छाया और लकड़ी की कठपुतलियां, मुखौटे आदि कलात्मक कृतियों को प्रर्दिशत किया गया है.

होलोग्राम आधारित शिल्पकृति बनाने वाली कलाकार चारुवी अग्रवाल का कहना है कि उसकी इस कला के जरिए भगवान हनुमान की कहानी कही गई है ”लेकिन अधिक दृश्यात्मक तरीके से, तो आप वास्तव में कांच के बने पूरे पिरामिड के चारों ओर घूम सकते हैं और इसके अंदर कही जा रही कहानी को देख सकते हैं. यह लगभग ऐसा है जैसे कहानी कांच के अंदर ही कैद है.” कलाकार अग्रवाल (40) ने ‘पीटीआई-भाषा’ कहा कि उन्हें इस शिल्पकला का विचार लघु एनीमेशन फिल्म ‘हनुमान चालीसा’ पर काम करते समय आया जो 2013 में बनाई गई थी.

Related Articles

Back to top button