इमरान खान व पत्नी के पाकिस्तान छोड़ने पर लगाई गई रोक

इमरान की पार्टी के 16 कार्यकर्ताओं पर चलेगा सैन्य कानून के तहत मुकदमा

इस्लामाबाद/लाहौर. पाकिस्तान की सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, और उनकी पत्नी समेत कम से कम 80 लोगों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है. मीडिया में आई खबर में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई. खान को भ्रष्टाचार के एक मामले में नौ मई को गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद देशभर में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. इसके बाद से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख खान समेत पार्टी के कई शीर्ष नेता आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.

‘समा’ समाचार चैनल ने खबर दी है, ह्ल संघीय सरकार ने पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी सहित 80 लोगों के नाम उड़ान निषेध सूची में शामिल करने का फैसला किया है.ह्व हालांकि, खान की पार्टी की ओर से इस घटनाक्रम की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.

चैनल ने कहा कि खान और बुशरा के अलावा, उड़ान निषेध सूची में शामिल किए गए लोगों में पीटीआई नेता मुराद सईद, मलीका बुखारी, हम्माद अजहर, कासिम सूरी, असद कैसर, यास्मीन राशिद और मियां असलम शामिल हैं. इसमें फवाद चौधरी का नाम भी शामिल है जो पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं. चैनल के मुताबिक, संबंधित संस्थानों की सिफारिश पर पीटीआई के नेताओं के नाम सूची में डाले गए हैं.

खबर में कहा गया है कि पुलिस विभाग, राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो और भ्रष्टाचार विरोधी महकमे ने गृह मंत्रालय से इन नामों को उड़ान निषेध सूची में शामिल करने की गुजारिश की थी. उड़ान निषेध सूची को गृह मंत्रालय रखता है और हवाई अड्डों तथा देश से बाहर जाने के अन्य मार्गों पर तैनात अधिकारियों को उन लोगों के नाम दिए जाते हैं जिनके मुल्क छोड़ने पर पाबंदी होती है. जब खान प्रधानमंत्री थे तब पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन नेता और मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज. शरीफ समेत कई हाई प्रोफाइल लोगों के नाम इस सूची में शामिल थे.

इमरान की पार्टी के 16 कार्यकर्ताओं पर चलेगा सैन्य कानून के तहत मुकदमा
एक पूर्व सांसद समेत इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के 16 कार्यकर्ताओं को बृहस्पतिवार को कड़े सेना अधिनियम और शासकीय गोपनीयता अधिनियम के तहत उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए सैन्य अधिकारियों को सौंप दिया गया. इन पर लाहौर में कोर कमांडर के घर जिसे ‘जिन्ना हाऊस’ के तौर पर भी जाना जाता है, को जलाने का आरोप है.

अर्धसैनिक रेंजरों द्वारा खान को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर से नौ मई को गिरफ्तार किए जाने के बाद हिंसक विरोध शुरू हो गया था. उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने खान की गिरफ्तारी के विरोध में लाहौर कोर कमांडर हाउस, मियांवाली एयरबेस और फैसलाबाद में आईएसआई भवन सहित एक दर्जन सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की थी. पहली बार भीड़ रावलपिंडी में सैन्य मुख्यालय (जीएचक्यू) में भी घुस गई थी.

व्यापक हिंसा के बाद सरकार ने खान के समर्थकों पर कार्रवाई की, हजारों लोगों को गिरफ्तार किया गया और सैन्य अदालतों के समक्ष मुकदमे की धमकी दी गई है. पंजाब सरकार के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ह्लआतंकवाद विरोधी अदालत के आदेश पर, कैंप जेल लाहौर के अधीक्षक ने बृहस्पतिवार को जिन्ना हाउस के नाम से जाने जाने वाले कोर कमांडर लाहौर हाउस पर हमले के आरोप में पूर्व विधायक मियां अकरम उस्मान सहित 16 प्रमुख संदिग्धों को एक सैन्य कमांडिंग ऑफिसर को सौंप दिया.ह्व उन्होंने कहा कि कोर कमांडर के घर पर हमले के सिलसिले में 2,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें ज्यादातर खान की पार्टी के कार्यकर्ता हैं, हालांकि, इन 16 की भूमिका आवास में तोड़फोड़ और आग लगाने में स्थापित हुई है.

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थक टीवी पत्रकार लापता, परिवार ने अपहरण का आरोप लगाया

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का सार्वजनिक रूप से समर्थन करने वाले एक प्रतिष्ठित पाकिस्तानी टीवी पत्रकार लापता हो गये हैं. यह जानकारी पुलिस, पत्रकार के परिवार और उनके चैनल ने दी है. सामी अब्राहिम के लापता होने की जानकारी सबसे पहले बुधवार रात पुलिस के एक ट्वीट से सामने आई. इससे कुछ घंटे पहले ही वह लापता हो गये थे. उनके परिवार ने और कराची स्थित स्वतंत्र चैनल बीओएल टेलीविजन ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उनका अपहरण कर लिया गया है.

अब्राहिम लंबे समय से सार्वजनिक रूप से इमरान खान के बाद प्रधानमंत्री बने शहबाज शरीफ की सरकार का विरोध करते रहे हैं.
बीओएल टीवी ने दावा किया कि अज्ञात लोग बुधवार को अब्राहिम को अपने साथ ले गये. अब्राहिम के भाई अली रजा ने पुलिस में शिकायत की है और दावा किया है कि चार वाहनों में सवार आठ लोगों ने दफ्तर से अपने घर लौट रहे उनके भाई की कार रोकी और उन्हें अपने साथ ले गये. उनके चालक को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया. अब्राहिम की गुमशुदगी से दो सप्ताह पहले ही एक और खान समर्थक टीवी पत्रकार इमरान रियाज लापता हो गये थे. पाकिस्तान की पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेने की बात से इनकार किया था.

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