कंगना प्रदेश भाजपा नेतृत्व के लिए खतरा: विक्रमादित्य सिंह

शिमला. हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री और मंडी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य सिंह ने रविवार को कहा कि अभिनेत्री कंगना रनौत के राज्य की राजनीति में प्रवेश ने प्रदेश के भाजपा नेताओं की भविष्य की संभावनाओं को खतरे में डाल दिया है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कंगना को मंडी संसदीय सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. यह पहली बार है कि कोई र्चिचत चेहरा हिमाचल प्रदेश से चुनाव लड़ रहा है.

बुशहर की पूर्ववर्ती रियासत के ‘राजा’ विक्रमादित्य सिंह, छह बार के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र हैं. विक्रमादित्य की मां प्रतिभा सिंह मंडी से मौजूदा सांसद और कांग्रेस की प्रदेश इकाई की अध्यक्ष हैं. विक्रमादित्य शिमला (ग्रामीण) विधानसभा क्षेत्र से दो बार के विधायक हैं.

विक्रमादित्य ने ‘पीटीआई-भाषा’ से एक साक्षात्कार में कहा कि कंगना का बृहस्पतिवार को मनाली में दिया गया भाषण भाजपा प्रदेश नेतृत्व की हमीरपुर रैली पर भारी पड़ गया, जहां से पार्टी ने अपना चुनाव अभियान शुरू किया. उन्होंने कहा, ”राज्य के भाजपा नेताओं को कंगना से खतरा महसूस हो रहा है, जिन्होंने अपने विवादास्पद बयान से भाजपा नेताओं को पीछे छोड़ना शुरू कर दिया है.” कंगना ने अपनी रैली में ”वंशवादी और परिवार-केंद्रित” बॉलीवुड पर कटाक्ष किया था. उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित कुछ राजनीतिक परिवारों पर भी तीखा हमला करते हुए कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और विक्रमादित्य सिंह को ”बड़ा पप्पू और छोटा पप्पू” करार दिया.

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि अभिनेत्री अपनी विवादास्पद टिप्पणियों से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से ध्यान हटाकर सुर्खियां बटोर सकती हैं, लेकिन ”अंतत: आपको काम और लोगों की सेवा से ही समर्थन मिलता है ना कि र्चिचत हस्ती के टैग से.” सिंह ने कहा, ”विकास के मामले में मैंने हमेशा राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर काम किया है और लोक निर्माण मंत्री के रूप में मैं अपने विभाग के लिए केंद्र से 3,000 करोड़ रुपये हासिल करने में सफल रहा. मैं राज्य के विकास के लिए काम करना जारी रखूंगा.”

मंत्री ने कहा, ”मेरा सफल ट्रैक रिकॉर्ड रहा है और आने वाले समय में इस मॉडल को दोहराऊंगा, लेकिन कंगना को जवाब देना होगा कि जब राज्य में सबसे भीषण मानसून आपदा आई थी, तब वह कहां थीं? मंडी के कल्याण में उनका क्या योगदान रहा है और सेलिब्रिटी के रूप में वह निर्वाचन क्षेत्र के साथ कैसे न्याय करेंगी?” विक्रमादित्य सिंह और कंगना दोनों एक-दूसरे पर उपनाम से कटाक्ष कर रहे हैं. सिंह ने कंगना को ”विवाद की रानी” कहा, वहीं कंगना ने उन्हें ”छोटा पप्पू” कहा, जो अपनी ”वंशवादी विरासत” का सहारा ले रहे हैं.
राज्य में एक जून को मतदान होगा.

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