जम्मू-कश्मीर के शोपियां में हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी ढेर

श्रीनगर/नयी दिल्ली. सेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के 2017 में अपहरण और हत्या के मामले में शामिल लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक आतंकवादी शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों से हुई मुठभेड़ में मारा गया. पुलिस ने यह जानकारी दी.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के छोटीगाम में आतंकवादी की मौजूदगी के बारे में मिली गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने तड़के इलाके घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया.

प्रवक्ता ने कहा कि जब सुरक्षा कर्मी संदिग्ध स्थान पर पहुंचे, तो छिपे हुए आतंकवादी ने उनपर अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिसका उचित जवाब दिया गया और मुठभेड़ शुरू हो गई. उन्होंने कहा कि मुठभेड़ के दौरान आतंकवादी की मौत हो गई और मुठभेड़ स्थल से उसका शव बरामद हुआ. प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादी की पहचान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन एलईटी से जुड़े चेक चोलन के निवासी बिलाल अहमद भट के रूप में हुई है.

भट कई आतंकी मामलों में शामिल था, जिसमें सुदसन कुलगाम के निवासी सेना के अधिकारी उमर फैयाज की हत्या का मामला भी शामिल है. मई 2017 में 2 राजपूताना राइफल्स के 22 वर्षीय सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट फैयाज छुट्टियों के दौरान शोपियां में अपने चचेरे भाई के विवाह समारोह में शामिल हुए थे तब आतंकवादियों ने उनका अपहरण कर लिया था और बाद में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी.

शोपियां की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) तनुश्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि लेफ्टिनेंट फैयाज की हत्या के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में भट का नाम शामिल था. तनुश्री ने कहा, ”वह (भट) उस समय एक ओजीडब्ल्यू (आतंकियों का सक्रिय सहयोगी) था और उसका नाम प्राथमिकी में दर्ज किया गया था.” उन्होंने कहा, ”भट बाद में आतंकवादी बन गया.” पुलिस ने कहा कि भट ने हरमैन में गैर-स्थानीय मजदूरों पर भी ग्रेनेड फेंका था, जिसके परिणामस्वरूप दो मजदूरों की मौत हो गई थी.

प्रवक्ता ने कहा कि भट कश्मीरी पंडित सुनील कुमार भट की हत्या और एक अन्य कश्मीरी पंडित प्रीतिंबर नाथ को घायल करने में भी शामिल था, जो छोटीगाम शोपियां के निवासी थे. वह छोटीगाम निवासी स्थानीय बाल कृष्ण उर्फ सोनू पर हमले में भी शामिल था.
भट स्थानीय युवाओं को आतंकवादी बनने के लिए उकसाता था और उसने 12 स्थानीय युवाओं को आतंकवादी बनाया था.

प्रवक्ता ने कहा कि आतंकवाद से जुड़े अन्य अपराधों के अलावा, वह एक गिरफ्तार आतंकवादी की हत्या में भी शामिल था, जो 2022 में नौगाम में घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान खोज दल का नेतृत्व कर रहा था. मुठभेड़ स्थल से एक एके सीरीज की राइफल और तीन मैगजीन, अपराध में इस्तेमाल सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया.

दिल्ली की अदालत ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा

एक स्थानीय अदालत ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के 11 मामलों में आरोपी हिजबुल मुजाहिद्दीन के एक संदिग्ध आतंकवादी को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने बृहस्पतिवार को जावेद अहमद मट्टू (32) को राष्ट्रीय राजधानी से गिरफ्तार किया.

मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट नबीला वली ने मट्टू को अदालत में पेश करने के बाद दिल्ली पुलिस द्वारा दाखिल एक आवेदन पर उसे एक सप्ताह के लिए हिरासत में भेज दिया. अत्यधिक प्रशिक्षित 10 लाख रुपये के इनामी आतंकवादी आरोपी को दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने कहा कि जब उसे पकड़ा गया तो वह चोरी की कार चला रहा था.

पुलिस ने कहा कि मट्टू का नाम ह्ल11 ज्ञात आतंकी हमलों के मामलोंह्व में है, जिसमें जम्मू-कश्मीर में पांच ग्रेनेड हमले और अलग-अलग घटनाओं में कम से कम पांच पुलिस र्किमयों की हत्या शामिल है. उन्होंने कहा, वह हिज्बुल मुजाहिदीन और अल बद्र आतंकी संगठनों का सदस्य है. पुलिस ने बताया कि मट्टू के नेतृत्व में हुए हमलों में दर्जनों पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं.

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