भगवान राम का संदेश है कि सत्ता सदा नहीं रहती और अहंकार चूर-चूर हो जाता है: प्रियंका गांधी

'कलयुग का अमृतकाल' है, अमृत कलश को बुरे लोगों के हाथ से वापस लाना होगा: येचुरी

नयी दिल्ली. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सत्ता में बैठे अन्य लोगों को भगवान राम का यह संदेश याद रखना चाहिए कि सत्ता सदा नहीं रहती और अहंकार चूर-चूर हो जाता है. उन्होंने रामलीला मैदान में आयोजित विपक्ष की ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ के दौरान भगवान राम और रामायण का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री और भाजपा पर निशाना साधा. प्रियंका गांधी ने इस बात का जिक्र किया कि वह बचपन में अपनी दादी इंदिरा गांधी के साथ रामलीला मैदान में कई रामलीलाओं की साक्षी बनीं तथा इंदिरा गांधी ने उन्हें भगवान राम के जीवन और उनके संदेश के बारे में बताया.

उन्होंने दावा किया, ” आज जो लोग सत्ता में हैं, वो अपने आपको रामभक्त कहते हैं. मुझे लगता है कि वो कर्मकांड में उलझ गए हैं और दिखावे में लिप्त हो गए हैं. इसलिए उन्हें यह याद दिलाना जरूरी है कि हजारों साल पुरानी गाथा क्या थी.” प्रियंका गांधी के अनुसार, ”भगवान राम जब सत्य के लिए लड़े, तो उनके पास सत्ता और संसाधन नहीं थे. रथ, सत्ता, और संसाधन रावण के पास थे. वह सोने की लंका में रहता था. भगवान राम के पास सत्य था.” उन्होंने कहा, ”मैं सत्ता में बैठे सरकार के सदस्यों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को याद दिलाना चाहती हूं कि इस गाथा और भगवान राम का यही संदेश था कि सत्ता सदा नहीं रहती, अहंकार चूर-चूर हो जाता है.”

‘कलयुग का अमृतकाल’ है, अमृत कलश को बुरे लोगों के हाथ से वापस लाना होगा: येचुरी
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने रविवार को दावा किया कि देश में ‘कलयुग का अमृतकाल’ चल रहा है तथा अब ‘बुरे लोगों के हाथ से अमृत कलश’ को वापस लाना होगा ताकि इसका इस्तेमाल जनता के हित में हो सके. उन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन की ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ में यह भी कहा कि अगर देश में बेरोजगारी, महंगाई और भुखमरी से मुक्ति चाहिए तो इसके लिए मौजूदा सरकार से मुक्ति पानी होगी.

येचुरी ने समुद्र मंथन का उल्लेख करते हुए दावा किया, ”यह कलयुग का अमृतकाल है. उस समय समुद्र मंथन में विष का कलश अच्छे लोगों (देवताओं) के पास और अमृत का कलश बुरे लोगों (राक्षसों) के पास गया था…आज भी हमें बुरे लोगों के हाथ से अमृत कलश को वापस लाना है और इसे जनता के हित में इस्तेमाल करना है.” उनका कहना था कि देश में वैकल्पिक सरकार का गठन जरूरी है और इसके लिए लोगों को ‘इंडिया’ गठबंधन को जिताना होगा. इस रैली में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी. राजा ने कहा कि ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ विपक्षी दलों का सामूहिक संकल्प है.

उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों को निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. राजा ने कहा, ”भारत के लोकतंत्र और देश के भविष्य के लिए यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है. अगर देश और लोकतंत्र को बचाना है तो भाजपा को केंद्र की सत्ता से हटाना होगा.” भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने दावा किया कि सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है तथा चुनावी बॉण्ड से मिले धन का उपयोग विपक्ष को तोड़ने के लिए हो रहा है.

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