महरौली हत्या : अदालत ने आफताब की पुलिस हिरासत की अवधि पांच दिन और बढ़ाई

विहिप, अन्य संगठनों के समर्थन में लोग निकालेंगे कैंडल मार्च

नयी दिल्ली/मुंबई. दिल्ली की अदालत ने शहर पुलिस को महरौली हत्याकांड के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला से पांच दिन और पूछताछ करने की बृहस्पतिवार को अनुमति दे दी. एक अन्य न्यायाधीश ने फोरेंसिक प्रक्रिया से गुजरने के लिए आरोपी के सहमति देने के बाद इस मामले का खुलासा करने के लिए उसके ‘नार्को टेस्ट’ की भी अनुमति दी.

मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला ने आरोपी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पेश किए जाने के बाद यह आदेश पारित किया.
इस बीच वकीलों ने पूनावाला के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अदालत परिसर में एकत्र होकर उसके लिए मौत की सजा की मांग की.
अभियुक्त की पहले की हिरासत की अवधि समाप्त होने पर अदालत के समक्ष पेश करने से पहले, दिल्ली पुलिस ने न्यायाधीश के समक्ष एक याचिका दाखिल की और आरोपी को ‘‘कुछ धार्मिक संगठनों और उपद्रवियों’’ से खतरा होने के मद्देनजर उसे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पेश किये जाने का आग्रह किया.

न्यायाधीश ने आवेदन को स्वीकार करते हुए कहा, ‘‘मुझे मामले की संवेदनशीलता और मीडिया कवरेज के बारे में जानकारी है, मुझे यह भी पता है कि लोग इस मामले पर ध्यान लगाये हुए हैं.’’ सुनवाई के बाद अदालत के सूत्रों ने बताया कि आरोपी को पांच और दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया जबकि उसने मामले में पूछताछ के लिए उसे 10 दिन के लिए हिरासत में दिये जाने का आग्रह किया था.
विस्तृत आदेश की प्रतीक्षा है.

इस बीच मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट विजयश्री राठौड़ ने पुलिस को मामले का खुलासा करने के लिए पूनावाला का नार्को टेस्ट कराने की अनुमति दे दी. पुलिस ने 12 नवंबर को नार्को टेस्ट के लिए अर्जी दी थी. पुलिस के अनुसार, 28 वर्षीय पूनावाला ने अपनी ‘लिव-इन पार्टनर’ श्रद्धा वालकर (27) की गत 18 मई की शाम को कथित तौर पर गला घोंट कर हत्या कर दी थी और उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए, जिन्हें उसने दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने आवास पर लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर के फ्रिज में रखा तथा कई दिनों तक विभिन्न हिस्सों में फेंकता रहा.

महरौली हत्या मामले के आरोपी के खिलाफ वकीलों ने किया प्रदर्शन

दिल्ली के एक अदालत के परिसर में बृहस्पतिवार को कुछ वकीलों ने महरौली हत्याकांड मामले के आरोपी के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. यहां साकेत जिला अदालत में प्रैक्टिस करने वाले लगभग 100 अधिवक्ता अपराह्न करीब तीन बजे एकत्र हो गए, जब उन्हें पता चला कि आरोपी को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला के सामने पेश किया जाएगा. उन्होंने आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को मौत की सजा देने की मांग करते हुए नारेबाजी की. विरोध प्रदर्शन कर रहे वकीलों में से एक सुरेंद्र कुमार ने कहा कि प्रदर्शन आरोपी के जघन्य अपराध के खिलाफ आयोजित किया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘हम मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं. इस मामले की त्वरित अदालत में शीघ्र सुनवाई होनी चाहिए.’’

विहिप, अन्य संगठनों के समर्थन में लोग निकालेंगे कैंडल मार्च

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कहा है कि 27 वर्षीय श्रद्धा वालकर की जघन्य हत्या से ‘‘आक्रोशित’’ लोग आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को फांसी की सजा की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को दिल्ली में कैंडल मार्च निकालेंगे. विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने पीटीआई-भाषा को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में ‘‘अवैध धर्मांतरण और लव जिहाद’’ के खिलाफ कड़े कानून बनाने की मांग को लेकर शाम में दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके में आठ अलग-अलग स्थानों से कैंडल मार्च निकाला जाएगा.

विहिप नेता ने कहा, ‘‘श्रद्धा वालकर की नृशंस हत्या से आक्रोशित लोग पीड़िता को श्रद्धांजलि देने और हत्या के मामले में त्वरित सुनवाई तथा तीन महीने के भीतर दोषी को मौत की सजा देने की मांग के लिए महरौली में मार्च निकालेंगे.’’ बंसल ने कहा, ‘‘वे अवैध धर्मांतरण और लव जिहाद के खिलाफ कड़े कानून बनाने की भी मांग करेंगे.’’ उन्होंने कहा कि लोगों के कैंडल मार्च को विहिप और कई अन्य समूहों का समर्थन प्राप्त है.

आफताब आमीन पूनावाला: ‘फूड ब्लॉगर’ से बना बर्बर हत्यारा
पेशे से शैफ और फोटोग्राफर आफताब आमीन पूनावाला के बारे में कभी किसी ने नहीं सोचा था एक दिन वह हैवानियत की सभी हदें पार कर देगा. पूनावाला (28) पर अपनी लिव-इन-पार्टनर श्रद्धा वालकर (27) की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े करने का आरोप है. पेशे से ‘फूड ब्लॉगर’ की तुलना अब कुख्यात सीरियल किलर और यौन अपराधी जेफ्री डेहमर और टेड बंडी से की जा रही है, जिन्होंने कई महिलाओं के साथ बलात्कार किया, बर्बरता की और कई की हत्या कर दी थी.

‘क्राइम शो’ देखने के शौकीन पूनावाला ने शादी को लेकर हुए झगड़े के बाद कथित तौर पर अपने लिव-इन पार्टनर श्रद्धा की हत्या कर दी. उसने बताया कि शव के 35 टुकड़े करने का विचार उसे एक अमेरिकी क्राइम टीवी सीरीज ‘डॅक्सटर’ से आया. पूनावाला का जन्म मुंबई में हुआ और वह वहां अपने छोटे भाई अहद, पिता आमिन और मां मुनीरा बेन के साथ वसई उपनगर स्थित ‘युनीक पार्क हाउसिंग सोसायटी’ में रहता था. सोसायटी के लोगों का कहना है कि दोनों भाइयों में काफी झगड़े होते थे लेकिन कभी उसके व्यक्तित्व में ऐसा कुछ नजर नहीं आया जिससे इसके इस शैतानी पक्ष का पता चल पाता.

मुंबई के एल. एस. रहेजा कॉलेज से स्रातक पूनावाला इस साल की शुरुआत में श्रद्धा से मिलने के बाद दिल्ली में रहने लगा. पूनावाला के सोशल मीडिया अकाउंट ‘हंगरी छोकरों’ पर 29 हजार से अधिक ‘फॉलोअर्स’ हैं. श्रद्धा से उसकी मुलाकात एक डेंिटग एप के जरिए हुई थी. इसके बाद उन्होंने मुंबई में एक कॉल सेंटर में साथ काम करना शुरू किया और दोनों के बीच वहीं से प्रेम संबंध शुरू हुए. अलग-अलग धर्म से नाता रखने के कारण उनके माता-पिता को उनके रिश्ते से ऐतराजÞ था इसलिए ही वे दिल्ली आ गए थे. दोनों के बीच शादी को लेकर 18 मई को बहस हुई, जिसके बढ़ने पर पूनावाला ने श्रद्धा की हत्या कर दी. अगले दिन उसने एक आरी और एक 300 लीटर का फ्रिज खरीदा.

पूनावाला ने ‘होटल मैनेजमेंट’ की पढ़ाई की थी और उसे धारदार चाकू चलाना आता था. उसने मांस काटने का दो सप्ताह का प्रशिक्षण भी लिया था. उसने उसी तकनीक का इस्तेमाल श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े करने के लिए किया. उसने दो दिन तक उसके शव के टुकड़े किए. कुछ टुकड़े उसने फ्रिज के ‘डीप फ्रीजÞर’ में रखे और कुछ ‘ट्रे’ में..कुछ दिन बाद वह ‘डीप फ्रीजÞर’ में रखे टुकड़े ‘ट्रे’ में और उसमें रखे टुकड़े ‘डीप फ्रीजÞर’ में रख देता था. वह कमरे से दुर्गंध को हटाने के लिए अगरबत्ती और ‘रूम फ्रेशनर’ का इस्तेमाल करता था.
पुलिस ने बताया कि वह थैली में शव के टुकड़े डालता और उसे अपने बैग में रखकर जंगल ले जाता था.

एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ देर रात करीब दो बजे वह जंगल जाता था और कुछ घंटे बाद लौटता था. ऐसा उसने करीब 20 दिन तक किया.’’ पुलिस ने कहा कि यह पूनावाला की ‘‘चालाकी’’ ही है कि वह ंिहदी जानते हुए भी अंग्रेजी में जवाब देता है. वह श्रद्धा के सोशल मीडिया खातों पर भी सक्रिय रहता था, लेकिन आखिरकार उसकी किस्मत ने उसका साथ देना बंद कर दिया और पुलिस उस तक पहुंच ही गई.
पूनावाला को गत रविवार को गिरफ्तार किया गया था.

मुंबई पुलिस ने बताया कि महाराष्ट्र की मानिकपुर पुलिस ने उसे अक्टूबर और इस महीने की शुरुआत में जब पूछताछ के लिए बुलाया, तब उसके बर्ताव में कोई पछतावा नहीं दिख रहा था. उसके बार-बार बयान बदलने के कारण पुलिस को संदेह हुआ और फिर उसने जांच में दिल्ली पुलिस को शामिल करने का फैसला किया.

इसके बाद ही पूनावाला से फिर पूछताछ की गई और सारा मामला सामने आया. उसे गत रविवार को गिरफ्तार किया गया.
पूनावाला का आक्रामक रूप दिल्ली के एक चिकित्सक ने मई में उसका इलाज करते समय देखा था. उसी महीने श्रद्धा की हत्या की गई थी. डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि पूनावाला बेहद उग्र व अशांत नजर आ रहा था. जब मैंने उससे पूछा कि उसे चोट कैसे लगी तो उसने कहा कि फल काटते समय. हत्या के मामले के सामने आने से कुछ दिन पहले ही पूनावाला ने अपने परिवार को वसई से मुंबई जाकर रहने में मदद की थी. दिल्ली पुलिस ने पूनावाला का ‘नार्को टेस्ट’ कराने की मांग की है, ताकि शव के बाकी हिस्से बरामद किए जा सके.

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