लालू-राबड़ी के सामने हाथ जोड़कर माफी मांगे थे नीतीश: तेजस्वी

मोहनिया. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने गठबंधन करने से पहले उनके माता-पिता (लालू प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी) से पिछले विश्वासघातों के लिए माफी मांगी थी.

तेजस्वी ने बिहार के कैमूर जिले के मोहनिया में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत आयोजित एक एक रैली को संबोधित करते हुए यह दावा किया. कुमार के अचानक भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में वापस चले जाने पर पिछले महीने तेजस्वी ने उपमुख्यमंत्री की कुर्सी खो दी थी.

युवा राजद नेता ने स्थानीय बोली भोजपुरी में कहा, ” हाथ जोड़कर माफी मांगने के बाद नीतीश जी ने मेरे माता-पिता से कहा था कि हमर पार्टी तोड़ता, हमर विधायक लोगन के लुभावत है (भाजपा उनकी पार्टी को तोड़ने और उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है).

राजद नेता ने कहा, ”शुरुआत में हम उन पर दोबारा भरोसा करने के इच्छुक नहीं थे. लेकिन देशभर के नेताओं से बातचीत हुई, सभी की राय थी कि भाजपा के खिलाफ लड़ाई के व्यापक हित में हमें सहमत होना चाहिए, इसलिए हमने एक कुर्बानी दी.” अपने पूर्व बॉस को ”थका हुआ मुख्यमंत्री” बताते हुए राजद नेता ने कहा, ”मुझे गर्व है कि केवल 17 महीनों में हमने बड़े पैमाने पर बेरोजगारों को सरकारी नौकरियां दीं.”

यादव ने दावा किया, ”हम विधानसभा चुनाव जीत गए होते, लेकिन प्रशासन के हेरफेर के कारण महागठबंधन के उम्मीदवारों को हारा हुआ दिखाया गया.” कुमार ने दावा किया है कि वह ”हमेशा के लिए” अपने पुराने सहयोगियों के पास लौट आए हैं, जबकि भाजपा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह बिहार में अपनी सरकार बनाने की अपनी महत्वाकांक्षा नहीं छोड़ेगी. ऐसे में तेजस्वी यादव ने चुटकी लेते हुए कहा, ”अब जब नीतीश जी भाजपा के साथ वापस आ गए हैं, इस बात की क्या गारंटी है कि वह दोबारा पलटी नहीं मारेंगे.”

राजद नेता ने कहा, ”मैंने बिहार विधानसभा में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी गारंटी पर गर्व करते हैं. हालांकि कोई भी उन पर भरोसा नहीं करता है, लेकिन वह भी यह गारंटी नहीं दे सकते कि नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी नहीं मारेंगे.” युवा राजद नेता ने कहा, ”हमने मुख्यमंत्री से पूछा कि कम से कम यह बताएं कि वह हमसे मुंह क्यों चुरा रहे हैं. लेकिन वह कोई कारण नहीं बता सके. क्या वह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से डरते हैं.” इससे पहले निकटवर्ती रोहतास जिले में किसानों के एक महापंचायत को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की मांगों पर कोई ध्यान नहीं देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा.

राजद नेता ने कहा, ”उनके पास किसानों के लिए दो मिनट का भी समय नहीं है. वह प्रियंका चोपड़ा से जरूर मिलेंगे, लेकिन हमारे किसान भाइयों से नहीं मिलेंगे.” यादव का इशारा कुछ साल पहले बॉलीवुड अभिनेत्री के साथ प्रधानमंत्री की मुलाकात जिसमें अभिनेत्री द्वारा पहनी गई पोशाक पर सोशल मीडिया पर भारी प्रतिक्रिया व्यक्त की गयी थी, की ओर था.

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर प्रहार जारी रखते हुए कहा, ”ये नफरत की राजनीति जो लोग करते हैं… झूठ का प्रचार करते हैं . मैंने पहले भी कहा था कि मोदी जी ‘झूठ बोलने की फैक्टरी, थोक विक्रेता, विनिर्माता और वितरक’ हैं.” यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर उनके पलटी मारकर फिर भाजपा नीत राजग में चले जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा, ”कहते थे कि अब दोबारा गलती नहीं करेंगे, मिट्टी में मिल जाएंगे पर भाजपा के साथ नहीं जाएंगे. हम भोले-भाले लोग हैं, देश में संप्रदायिक शक्तियों को रोकने के लिए एक ”थके हुए मुख्यमंत्री” को फिर से स्वीकार कर लिया.”

यादव ने पिछले महीने बिहार में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के पहले चरण में गांधी के साथ शामिल होने में असमर्थता का भी जिक्र किया और कहा, ”एक दिन मेरे पिता को ईडी के सामने पेश किया गया था और अगले दिन मेरी बारी थी लेकिन हम उनमें से नहीं हैं जो ऐसी चीजों से डर जाएंगे.” इससे पूर्व राजद नेता तेजस्वी यादव, रोहतास जिला के डेहरी मुफस्सिल थाना अंतर्गत जमुहार में राहुल गांधी के रात्रि विश्राम के बाद शुक्रवार की सुबह वहां पहुंचे. इसके बाद उनके साथ गांधी एक लाल खुली जीप में सवार हुए और अपनी यात्रा की फिर से शुरुआत की. इस जीप को तेजस्वी, जिनके बगल में अगली सीट पर गांधी बैठे हुए थे, चलाते हुए विश्राम स्थल से आगे की यात्रा के लिए रवाना हुए. जीप पर पीछे पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार बैठी हुई थी.

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