उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे नीतीश, भाजपा के इंकार करने पर भड़क गए : सुशील

पटना. भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति बनना चाहते थे, और उनकी महत्वाकांक्षा जब पूरी नहीं हुयी तो उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ लिया. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री रह चुके मोदी के आरोप को कुमार की पार्टी जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने खारिज करते हुए उनपर कटाक्ष किया कि ‘‘नीतीश जी के साथ सुशील जी के अच्छे संबंध थे, जिस कारण भाजपा ने उन्हें ‘‘सजा’’ दी थी और उन्हें रोड पर रख दिया .’’ उन्होंने सुशील के बारे में कहा, ‘‘अब कुछ बोलकर अगर उनका पुनर्वास हो जाता है तो उसमें हमें दिक्कत नहीं है, वे अपना कराएं लेकिन जो कुछ उन्होंने कहा है वह सफेद झूठ है.’’

राजद को तोड़ने की कोशिश करेंगे नीतीश, कार्यकाल पूरा करने से पहले गिर जाएगी उनकी सरकार

भारतीय जनता पार्टी के नेता सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को कहा कि बिहार की नयी सरकार 2025 में अपना कार्यकाल पूरा करने से पहले ही गिर जाएगी. मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ने और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले महागठबंधन का नेता चुने जाने के एक दिन बाद यह बात कही. मोदी ने यह भी कहा कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रमुख नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को वोट देने वाली बिहार की जनता का अपमान किया है.

बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री मोदी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि कुमार लालू प्रसाद यादव की खराब तबीयत का फायदा उठाकर राजद को धोखा देंगे और ‘‘उसे तोड़ने की कोशिश करेंगे.” उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के जरिये ”षड़यंत्र” रचे जाने के जदयू के आरोपों को खारिज कर दिया और दावा किया केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नीतीश कुमार से मंजूरी लेने के बाद सिंह को मंत्रिमंडल में शामिल किया था. भाजपा नेता ने चुटकी लेते हुए कहा, ”हम यह देखना चाहते हैं कि असली मुख्यमंत्री (राजद नेता) तेजस्वी के नेतृत्व में बिहार की नयी सरकार किस तरह काम करती है. यह अगले चुनाव से पहले गिर जाएगी.”

 

Related Articles

Back to top button