गैर-हिंदुओं को गरबा में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए: विहिप
नागपुर. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने मंगलवार को गरबा कार्यक्रमों के आयोजकों से अपील की कि वे गैर-हिंदुओं को समारोह में भाग लेने की अनुमति न दें. विहिप के महाराष्ट्र-गोवा प्रांत सचिव गोविंद शेंडे ने कहा कि नवरात्रि उत्सव के दौरान गरबा नृत्य कार्यक्रमों में आधार कार्ड की जांच के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी जानी चाहिए. शेंडे ने संवाददाताओं से कहा कि विहिप कई वर्षों से मांग कर रही है कि जिस व्यक्ति की देवी में आस्था नहीं है, उसे गरबा कार्यक्रमों में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव तीन अक्टूबर से शुरू हो रहा है.
विहिप नेता ने कहा कि गरबा पूजा का एक रूप है, न कि केवल नृत्य कार्यक्रम या सांस्कृतिक कार्यक्रम. शेंडे ने कहा, “इसलिए जिन लोगों की देवी भगवती में आस्था नहीं है, उन्हें ऐसे कार्यक्रमों में नहीं जाना चाहिए. वे एक खास मानसिकता के साथ वहां जाते हैं, जिससे हमारी बहनों को परेशानी होती है और हमारी धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं, इसलिए पिछले कुछ सालों से हम गरबा आयोजकों से अपील कर रहे हैं कि ऐसे लोगों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.” उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रतिभागी को प्रवेश द्वार पर रखी देवी की तस्वीर के सामने झुकने के लिए भी कहा जाना चाहिए.