धनखड़ की नकल मुद्दे पर ममता ने कहा : इसका मकसद उनका अपमान करना नहीं, “हम सभी का सम्मान करते हैं

नयी दिल्ली. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी के एक सांसद द्वारा राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की नकल उतारे जाने के मुद्दे को कोई तवज्जो नहीं देते हुए बुधवार को कहा कि इसका मकसद उनका अपमान करना नहीं था. धनखड़ की नकल को लेकर विवादों में फंसे तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने भी कहा कि उनका इरादा सभापति की भावनाओं को ठेस पहुंचाने या अनादर करने का नहीं था.

इस विवाद को लेकर सवाल किए जाने पर ममता बनर्जी ने कहा, “हम सभी का सम्मान करते हैं. यह अपमानजनक नहीं था. यह सिर्फ राजनीतिक रूप से, आकस्मिक था… अगर राहुल जी ने इसे रिकॉर्ड नहीं किया होता तो आपको इसकी जानकारी भी नहीं मिलती.” ममता राज्य के लिए लंबित केंद्रीय कोष को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने के लिए बुधवार को संसद भवन आयी थीं.

इस बीच प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक में ममता बनर्जी के साथ जाने वाले नेताओं की सूची से कल्याण बनर्जी का नाम हटा दिया गया था. हालांकि मुलाकात में शामिल होने वाले नेताओं की सूची में पहले उनका नाम था. कल्याण बनर्जी ने कहा कि उनका इरादा किसी को आहत करने का नहीं था. हालांकि उन्होंने इस मुद्दे को लेकर कोई माफी नहीं मांगी. धनखड़ ने उनके कृत्य को उपराष्ट्रपति पद, किसानों और अपनी जाति का अपमान बताया है.

तृणमूल सांसद ने कहा, ”नकल करना कोई अपराध नहीं है, वे (भाजपा) मुख्य मुद्दे को बदलने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या विपक्षी सांसदों का निलंबन सही है.” उन्होंने दावा किया कि विगत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी ऐसा कर चुके हैं. कल्याण बनर्जी ने बुधवार को कहा, “उपराष्ट्रपति सहित किसी को भी ठेस पहुंचाने का उनका कोई इरादा नहीं था. वह संवैधानिक पदों का सम्मान करते हैं.” उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दों पर धनखड़ के साथ उनके मतभेद हो सकते हैं लेकिन उनके अनादर का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि धनखड़ उनके गृह राज्य पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं और उनकी तरह एक वकील हैं.

उल्लेखनीय है कि संसद की सुरक्षा में सेंध की घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग को लेकर हंगामा करने पर दोनों सदनों के 141 विपक्षी सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था. निलंबन के विरोध में विपक्ष के सांसदों ने कल मंगलवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया और सदन की ‘मॉक कार्यवाही’ का आयोजन किया था.

निलंबित सांसदों ने संसद भवन के द्वार पर धरना दिया. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति और लोकसभा के अध्यक्ष द्वारा, सदनों की कार्यवाही का संचालन किए जाने की नकल उतारी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, बनर्जी द्वारा कार्यवाही के संचालन की नकल उतारे जाने का मोबाइल फोन से वीडियो बनाते देखे गए.

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