केरल में आयोजित कार्यक्रम में हमास नेता के भाषण की जांच करेगी पुलिस : विजयन
कोच्चि. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोमवार को कहा कि राज्य में हाल में आयोजित इस्लामी समूह के कार्यक्रम को ऑनलाइन माध्यम से हमास नेता द्वारा कथित तौर पर संबोधित करने की जांच पुलिस करेगी और अगर कुछ भी गलत हुआ है तो उचित कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) केवल फलस्तीन का समर्थन करने के लिए लोगों को झूठे मुकदमों में फंसा रही है और जोर दिया कि इसकी अनुमति केरल में नहीं दी जाएगी.
उन्होंने रेखांकित किया कि राज्य और देश ने हमेशा से फलस्तीन का समर्थन किया है और केवल अब केंद्र ने अपना रुख बदला है.
विजयन ने यह टिप्पणी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर के आरोपों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में की, जिसमें कहा गया था कि न तो केरल की वाम सरकार ने और न ही पुलिस ने हमास नेता को संबोधित करने से रोका. मुख्यमंत्री ने कहा कि संबोधन पूर्व रिकॉर्ड किया गया था और उसमें क्या कहा गया, इसकी जांच की जा रही है.
कोचिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (सीआईएएल) पर संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा, ” जिसे फलस्तीनी लड़ाका बताया जा रहा है उसने जमात-ए-इस्लामी की युवा शाखा, सॉलिडैरिटी यूथ मूवमेंट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया था. हम देख रहे हैं कि उसने क्या कहा था.” उन्होंने बताया, ”ऐसा प्रतीत हो रहा है कि भाषण पूर्व में रिकॉर्ड किया गया था. हमें इसे ठीक से समझने की जरूरत है.”
विजयन ने कहा कि अगर जमात-ए-इस्लामी या अन्य संगठन पुलिस से कार्यक्रम की अनुमति लेने आएंगे तो उन्हें मना नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा,”जो हुआ वह आकस्मिक होने वाली घटना है. अगर कुछ गलत हुआ है तो पुलिस उसकी जांच कर कार्रवाई करेगी.” इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि चंद्रशेखर और उनके मित्र ” फलस्तीन का समर्थन दिखाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के तरीके तलाशने की कोशिश कर रहे हैं.” नड्डा ने वाम सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि जब इस्लामी उग्रवादी समूह हमास के एक नेता ने केरल में आयोजित एक डिजिटल बैठक को संबोधित किया तो वामपंथी सरकार ”मूक दर्शक” बनी रही.
उन्होंने कहा, ”इसका क्या मतलब है? आप ‘गॉड्स ऑन कंट्री’ (ईश्वर का अपना देश) केरल को बदनाम कर रहे हैं.” भाजपा के सैकड़ों समर्थक सुबह करीब छह बजे से ही सचिवालय के तीन प्रवेश द्वारों के बाहर एकत्र हो गए. उनको संबोधित करते हुए नड्डा ने लोगों से सवाल किया कि क्या वे इस प्रकार की चीजों की अनुमति देंगे? चंद्रशेखर ने सोमवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के नेतृत्व में केरल का कट्टरपंथी तत्वों एवं कट्टरपंथ के प्रति नरम रुख रहा है.