राउत का उन्हें और उनके विधायक भाई को धमकी मिलने का दावा, दो हिरासत में लिये गये

कोई व्यक्ति धमकियों से किसी की आवाज नहीं दबा सकता? शरद पवार

मुंबई/पुणे. शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य संजय राउत और उनके भाई को कथित रूप से जान की धमकी मिलने के बाद शुक्रवार को दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया. उससे पहले राउत ने कहा था कि उन्हें और उनके भाई को जान से मारने की धमकी मिली है . उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से इसे गंभीरता से लेने की मांग की थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन दोनों व्यक्तियों को यहां उपनगरीय क्षेत्र गोवांदी से पकड़ा गया है.

उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में एक आधिकारिक शिकायत की प्रतीक्षा कर रही है, जब शिकायत दर्ज करा दी जाएगी तब दोनों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि सुनील राउत के पास एक फोनकॉल आया था और फोनकर्ता ने उन्हें और उनके भाई संजय राउत को गोलियों से भून देने की धमकी दी थी. संजय राउत ने यह भी कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार को सोशल मीडिया पर मिली धमकी एक गंभीर मुद्दा है . उन्होंने दावा किया कि ये विपक्ष में डर पैदा करने वाले कदम हैं.

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ”मुझे नहीं बल्कि, इस सरकार को इसे (उन्हें और उनके भाई को मिली धमकी को) गंभीरता से लेना चाहिए . यह मामला पुलिस के पास है और उसे उस पर गौर करना होगा.” संजय राउत ने दावा किया, ” सुनील राउत को धमकी मिली. मैंने (अपनी धमकी के बारे में) कोई शिकायत नहीं दर्ज करायी. हमें उसकी (धमकी की) चिंता नहीं है.” संजय राउत को अतीत में भी ऐसी धमकियां मिल चुकी हैं.

शुक्रवार को राकांपा ने दावा किया था कि पवार (82) को फेसबुक पर धमकी मिली थी कि उनका हश्र अंधविश्वास विरोधी अभियानकर्ता नरेन्द्र दाभोलकर जैसा होगा. दाभोलकर की 20 अगस्त, 2013 को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. पवार को मिली धमकी का जिक्र करते हुए शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि धमकी विपक्ष के बीच डर पैदा करने या केंद्रीय एजेंसी द्वारा उसके नेताओं को ‘आतंकित करने’ का कदम है.

उन्होंने कहा, ” उनके पीछे एक अदृश्य शक्ति है जिसे 40 लोग (मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना विधायक) सर्वशक्तिमान कहा करते थे. यह राजनीतिक मकसद के लिए राज्य को तबाह कर रही है. ” उनका परोक्ष इशारा संभवत: भारतीय जनता पार्टी की ओर था.

कोई व्यक्ति धमकियों से किसी की आवाज नहीं दबा सकता? शरद पवार

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि अगर कोई यह सोचता है कि धमकियां देकर किसी की आवाज दबाई जा सकती है तो वह व्यक्ति ”गलतफहमी” में है. सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी मिलने से जुड़े सवाल पर राकांपा प्रमुख ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें महाराष्ट्र पुलिस पर पूरा भरोसा है.

पवार ने कहा, ”देश के प्रत्येक नागरिक को किसी भी विषय पर अपनी राय व्यक्त करने की स्वतंत्रता है. हालांकि, अगर कोई यह सोचता है कि धमकियां देकर किसी की आवाज दबाई जा सकती है तो यह उसकी गलतफहमी है.” राकांपा के अनुसार, 82 वर्षीय पवार को सोशल मीडिया पर एक संदेश मिला, जिसमें लिखा था, ”जल्द ही उनका (नरेंद्र) दाभोलकर जैसा हश्र होगा.”

उल्लेखनीय है कि अंधविश्वास के खिलाफ लड़ने वाले नरेंद्र दाभोलकर की 20 अगस्त, 2013 को पुणे में उस समय मोटरसाइकिल सवार दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वह सुबह की सैर के लिए निकले थे. पवार ने कहा, ”मुझे पुलिस पर पूरा भरोसा है इसलिए मैं इसके बारे में चिंतित नहीं हूं.” उन्होंने कहा कि जिनके पास राज्य की बागडोर है, वे जिम्मेदारी से नहीं बच सकते.

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