आम आदमी से जुड़े मुद्दों को उजागर करने के लिए ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू की: राहुल गांधी

भाजपा शोर मचाती है लेकिन उसमें संविधान को बदलने का साहस नहीं है : राहुल गांधी

मुंबई. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि बढ.ती बेरोजगारी, महंगाई और समाज में नफरत को उजागर करने के लिए उन्हें अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करने के लिए मजबूर होना पड़ा. अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समापन के बाद मुंबई के शिवाजी पार्क में ‘इंडिया’ गठबंधन की रैली में गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ”ईवीएम, ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग” के बिना लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाएंगे.

गांधी ने कहा, ”मोदी एक मुखौटा हैं, जो शक्ति के लिए काम करते हैं. वह हल्का आदमी हैं, जिनके पास 56 इंच का सीना नहीं है.” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी का ”भ्रष्टाचार पर एकाधिकार” है. उन्होंने सवाल किया, ”क्या आपको लगता है कि शिवसेना और राकांपा के लोग अलग होकर सत्तारूढ. गठबंधन में ऐसे ही शामिल हो गए.”

वर्ष 2022 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के विधायकों ने बगावत कर दी थी, जिससे पार्टी में विभाजन हो गया. बाद में शिंदे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन कर मुख्यमंत्री बने. वहीं, अजित पवार की बगावत के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में फूट पड़ गई.

गांधी ने यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र के एक नेता ने उनकी मां सोनिया गांधी के सामने रोते हुए कहा कि उन्हें शर्म आती है कि वह ”इस ताकत से और नहीं लड़ सकते और जेल नहीं जाना चाहते.” कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मोदी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बिना चुनाव नहीं जीत सकते. गांधी ने कहा, ”हमने निर्वाचन आयोग से वीवीपीएटी (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) की भी गिनती करने के लिए कहा, लेकिन हमारी मांग स्वीकार नहीं की गई.” विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के कई घटक दलों के नेताओं ने रैली को संबोधित किया.

भाजपा शोर मचाती है लेकिन उसमें संविधान को बदलने का साहस नहीं है : राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को दावा किया कि सत्तारूढ. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ”शोर बहुत मचाती” है लेकिन उसमें संविधान को ”बदलने” का साहस नहीं है. राहुल ने यह भी कहा कि सच्चाई और देश की जनता उनके साथ है. भाजपा सांसद अनंतकुमार हेगड़े ने हाल में कहा था कि उनकी पार्टी को संविधान में संशोधन करने के लिए और ”कांग्रेस द्वारा इसमें जोड़ी गईं अनावश्यक चीजों को हटाने के लिए” संसद के दोनों सदनों में दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होगी.

इसके बाद भाजपा ने हेगड़े की टिप्पणियों से पैदा हुए विवाद को शांत करने की कवायद में इसे उनका ”निजी विचार” बताया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा था. राहुल गांधी मुंबई में महात्मा गांधी के आवास मणि भवन से अगस्त क्रांति मैदान तक ‘न्याय संकल्प पदयात्रा’ करने के बाद यहां एक सभा को संबोधित कर रहे थे. अगस्त क्रांति मैदान में ही ब्रिटिश राज से आजादी के लिए भारत के संघर्ष के दौरान 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था.

उन्होंने कहा, ”भाजपा बहुत शोर मचाती है लेकिन उसमें संविधान को बदलने का साहस नहीं है. सच्चाई और लोगों का समर्थन हमारे साथ है.” वायनाड से लोकसभा सदस्य राहुल ने कहा कि मौजूदा लड़ाई केवल भाजपा और कांग्रेस के बीच नहीं बल्कि दो ”अभिव्यक्तियों” के बीच है.

उन्होंने कहा, ”कोई सोचता है कि देश एक केंद्र से चलना चाहिए, जहां एक व्यक्ति के पास सारा ज्ञान है. इसके विपरीत, हम सोचते हैं कि शक्ति का विकेंद्रीकरण होना चाहिए और लोगों की आवाज सुनी जानी चाहिए.” राहुल ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति के पास आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) की डिग्री है तो इसका यह मतलब नहीं है कि उसके पास किसी किसान के मुकाबले ज्यादा ज्ञान है. लेकिन भाजपा इस तरह काम नहीं करती है.

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सोच है कि सिर्फ एक व्यक्ति के पास ज्ञान है…किसान, मजदूर और बेरोजगार युवाओं को कोई ज्ञान नहीं है.” शनिवार को कांग्रेस सांसद ने मध्य मुंबई में डॉ. भीमराव आंबेडकर के स्मारक ‘चैत्यभूमि’ पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करके और संविधान की प्रस्तावना पढ.कर अपनी 63 दिवसीय ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का समापन किया. यह यात्रा 14 जनवरी को संघर्षग्रस्त मणिपुर से शुरू हुई थी.

राहुल गांधी ने मुंबई में निकाली ‘न्याय संकल्प पदयात्रा’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार सुबह दक्षिण मुंबई में महात्मा गांधी के आवास मणि भवन से ‘न्याय संकल्प पदयात्रा’ निकाली.
राहुल की बहन प्रियंका गांधी वाद्रा और महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी भी कांग्रेस समर्थकों के साथ पैदल मार्च में शामिल हुए. यह मार्च अगस्त क्रांति मैदान तक निकाला जाएगा, जहां 1942 में अंग्रेजों के शासन से भारत की आजादी के संघर्ष के दौरान ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ शुरू हुआ था. विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के कुछ सदस्य पदयात्रा में शामिल हुए.

शनिवार को कांग्रेस सांसद ने मध्य मुंबई में डॉ. भीमराव आंबेडकर के स्मारक ‘चैत्यभूमि’ पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करके और संविधान की प्रस्तावना पढ.कर अपनी 63 दिवसीय ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का समापन किया. यह यात्रा 14 जनवरी को संघर्षग्रस्त मणिपुर से शुरू हुई थी. विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन शक्ति प्रदर्शन के लिए रविवार शाम को यहां एक जनसभा आयोजित करेगा, जिसमें तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव हिस्सा ले सकते हैं.

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