नारायणपुर: संदिग्ध नक्सलियों ने की ग्रामीण की हत्या

नारायणपुर/कांकेर. छत्तीसगढ. के नारायणपुर जिले में संदिग्ध नक्सलियों ने पुलिस का मुखबिर होने के संदेह में 25 वर्षीय युवक की हत्या कर दी. पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी. बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने कहा कि पुलिस को घटना के बारे में जानकारी मिली है तथा इस संबंध में और जानकारी एकत्र की जा रही है.

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने अमर उइके नामक ग्रामीण की सोनपुर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत गोमे गांव में जन-अदालत लगाकर हत्या कर दी . सुंदरराज ने बताया, ”हम जानकारी की पुष्टि कर रहे हैं तथा इस संबंध में अधिक जानकारी एकत्र की जा रही है. पुलिस दल को घटनास्थल के लिए भेजा गया है.” पुलिस विभाग के सूत्रों ने एक कथित माओवादी बैनर की तस्वीर साझा की है जिसमें माओवादियों के रावघाट एरिया कमेटी ने दावा किया है कि उन्होंने उइके को जन-अदालत में मौत की सजा दी है.

नक्सलियों ने आरोप लगाया है कि उइके कथित तौर पर राज्य पुलिस की नक्सल विरोधी इकाई जिला रिजर्व गार्ड के मुखबिर के रूप में काम कर रहा था. माओवादियों ने यह भी दावा किया है कि उइके ने कथित तौर पर पुलिस को गुप्त सूचना दी जिसके कारण इस साल 21 अक्टूबर को गोमे गांव के पास नक्सलियों और सुरक्षार्किमयों के बीच मुठभेड़ हुई.

पुलिस ने दावा किया था कि 21 अक्टूबर को नारायणपुर और कांकेर जिले की सीमा पर स्थित गोमे गांव के करीब पुलिस के साथ मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए थे. पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से एक इंसास राइफल, एक 12 बोर राइफल और अन्य हथियार तथा गोला-बारूद भी बरामद किया गया था.

उन्होंने बताया कि एक अन्य घटना में सुरक्षाबल के जवानों ने सोमवार को कांकेर जिले के उलिया और मद पखांजूर गांव के बीच नक्सलियों द्वारा लगाए गए पांच बारूदी सुरंग बरामद किया है. कांकेर और नारायणपुर, बस्तर क्षेत्र के उन सात जिलों में से है, जहां सात नवंबर को विधानसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान हुआ था. इस महीने की शुरुआत में चुनाव से पहले नक्सलियों ने पुलिस मुखबिर होने के संदेह में कांकेर जिले में तीन और बीजापुर जिले में एक ग्रामीण की हत्या कर दी थी. वहीं नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने चुनाव प्रचार के दौरान एक भाजपा नेता की हत्या कर दी थी.

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