रेडक्रॉस का उद्देश्य मानवता की सेवा – राज्यपाल हरिचंदन

रायपुर. राजभवन में आज राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन की अध्यक्षता में विश्व रेडक्रॉस दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त भारत अभियान के तहत सक्रिय रूप से कार्य करने वाले नि-क्षय मित्रों एवं जिलों के जिलाधीशों को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर रक्तदान शिविर भी आयोजित की गई. साथ ही रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़ की वेबसाइट का लोकार्पण भी किया गया. इस अवसर पर राज्यपाल हरिचंदन ने कहा कि रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा मानवता की सेवा का महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस के स्वयं सेवक युद्ध, महामारी या प्राकृतिक आपदा की स्थिति में बिना किसी भेद-भाव के सभी की सेवा करता है.

इस अवसर पर राज्यपाल हरिचंदन ने कहा कि भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की छत्तीसगढ़ इकाई, स्वास्थ्य एवं सामाजिक क्षेत्रों में सराहनीय कार्य कर रही है. रेडक्रॉस द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर, आयोजित करने के साथ ही गरीब मरीजों को इलाज के लिए राशि, दिव्यांग मरीजों को निःशुल्क सहायक उपकरण वितरण किया जाता है. कोविड के दौरान रेडक्रॉस ने जो कार्य किया वह अतुलनीय है. रेडक्रॉस के कार्यकताओं ने फ्रण्ट लाइन वर्कर बनकर काम किया. उन्होेंने कलेक्टरों को महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को रेडक्रॉस में अधिक से अधिक संख्या में जोड़ने का आव्हान किया.

राज्यपाल ने वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ और भारत में टी. बी. बीमारी को जड़ से खत्म करने के अभियान में सक्रिय भागीदारी करने की अपील की. प्रधानमंत्री टी.बी मुक्त भारत अभियान के तहत छत्तीसगढ़ में लगभग 22 हजार टी.बी. मरीजो को टी. बी. रोग से मुक्त करने के लिए विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, बैंक, उद्योग एवं अन्य संस्थाओं के लोगो को नि-क्षय मित्र बनने एवं प्रत्येक को कम से कम 100 टी.बी. रोगियों को गोद लेने की अपील की.

राज्यपाल हरिचंदन, प्रधानमंत्री टी.बी. मुक्त अभियान में भागीदारी करते हुए राज्य के सुदूर आदिवासी जिला दंतेवाड़ा के 51 टी.बी. मरीजों के लिए आज स्वयं नि-क्षय मित्र बने और दूसरे अन्य लोगांे को भी नि-क्षय मित्र बनने का संदेश दिया. राज्यपाल द्वारा इन टी. बी. मरीजों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए दंतेवाड़ा की रेडक्रॉस शाखा को राशि प्रदान की गई.

छत्तीसगढ़ रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरमैन अशोक अग्रवाल ने बताया कि रेडक्रॉस विश्व के लगभग सभी देशो में कार्य कर रहा है. छत्तीसगढ़ को टी.बी. मुक्त करने के लिए 1200 नि-क्षय मित्रों ने लगभग 2000 टी. बी. मरीजों को गोद लिया है. उन्होंने बताया है कि बस्तर और मुंगेली जिले में जितने भी टी. बी. मरीज हैं, उन सभी के लिए नि-क्षय मित्र बनाये जा चुके हैं. रायपुर सहित सात जिलों ने इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाई है.

इस अवसर पर प्रधानमंत्री टी.बी मुक्त भारत अभियान सेंट्रल टी. बी. डिवीजन दिल्ली के राष्ट्रीय परामर्शदाता डी. धर्मा राव, रवि तिवारी ने भी अपने विचार रखे. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री टी. बी. मुक्त भारत अभियान के नि-क्षय मित्रों को अवार्ड देकर सम्मानित किया गया. साथ ही अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने वाले जिले रायपुर, कबीरधाम महासमुंद, बस्तर, सूरजपुर, बालोद, और रायगढ़ जिले के कलेक्टर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सम्मानित किया गया.

इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव अमृत कुमार खलखो, विधिक सलाहकार राजेश श्रीवास्तव, उपसचिव दीपक अग्रवाल, रेडक्रॉस छत्तीसगढ़ शाखा के सचिव डॉ. रूपल पुरोहित, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, जिले के कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, औद्योगिक संस्थानों व चेम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि, विभिन्न बैंको के प्रतिनिधि, रेडक्रॉस सोसायटी के विभिन्न जिला शाखाओं के पदाधिकारी, महाविद्यालयों के विद्यार्थी, स्वैच्छिक रक्तदाता उपस्थित थे.

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