शेयर बाजार में तेजी लौटी, सेंसेक्स 128 अंक चढ़ा

मुंबई. घरेलू शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को तेजी लौटी और बीएसई सेंसेक्स 128 अंक की बढ़त में रहा. अप्रैल में जीएसटी संग्रह के रिकॉर्ड स्तर, विनिर्माण के आंकड़े सकारात्मक रहने और विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई.
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 128.33 अंक यानी 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74,611.11 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 329.65 अंक तक चढ़ गया था.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 43.35 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 22,648.20 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में पावरग्रिड, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, एनटीपीसी, सन फार्मा, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एचडीएफसी बैंक, टाटा कंसल्टेंसी र्सिवसेज और जेएसडब्ल्यू स्टील प्रमुख रूप से लाभ में रहीं. दूसरी तरफ, कोटक महिंद्रा बैंक में सबसे ज्यादा गिरावट आई. बैंक के संयुक्त प्रबंध निदेशक केवीएस मणियन के इस्तीफे की घोषणा के बाद इसका शेयर 2.95 प्रतिशत नीचे आया.

वहीं निजी क्षेत्र के देश के तीसरे सबसे बड़े बैंक आईसीआईसीआई बैंक का शेयर एक प्रतिशत से अधिक नीचे आया. बैंक ने अपने प्रबंध निदेशक और सीईओ के हटने की इच्छा को लेकर मीडिया में आई रिपोर्ट को खारिज कर दिया. इसके अलावा, भारती एयरटेल, एक्सिस बैंक, विप्रो और इंडसइंड बैंक प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं.

जियोजीत फाइनेंशियल र्सिवसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”मानक सूचकांकों में हल्की वृद्धि हुई. अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दर को यथावत रखने निर्णय के बाद यह वैश्विक रुख के अनुरूप है. बाजार ने फेडरल रिजर्व के निर्णय को स्वीकार किया है. अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने मुद्रास्फीति के उच्चस्तर को लेकर सतर्क रुख रखते हुए नीतिगत दर में संभावित कटौती का संकेत दिया है.” उन्होंने कहा कि छोटी और मझोली कंपनियों के शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाले सूचकांक सीमित दायरे में रहे. वहीं वाहन कंपनियों के हाल के बिक्री के आंकड़ों पर सकारात्मक टिप्पणियों से क्षेत्र का प्रदर्शन अच्छा रहा.

वित्त मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि सकल माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह अप्रैल में सालाना आधार पर 12.4 प्रतिशत बढ़कर 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया. घरेलू लेनदेन तथा आयात में मजबूत वृद्धि से यह संग्रह बढ़ा है. रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ”बाजार में कारोबार हल्का रहा. विभिन्न संकेतों के कारण यह हल्की बढ़त में बंद हुआ. निफ्टी की शुरुआत सकारात्मक रही लेकिन यह पूरे दिन सीमित दायरे में रहा और अंत में वायदा एवं विकल्प खंड में सौदों के साप्ताहिक निपटान के दिन 22,648.20 अंक पर बंद हुआ.” उन्होंने कहा, ”वैश्विक रुख ने मिली-जुली तस्वीर प्रस्तुत की. इससे धारणा कमजोर हुई. हालांकि, कुल मिलाकर रुख सकारात्मक रहा.” बीएसई मिडकैप 0.91 प्रतिशत और स्मॉलकैप सूचकांक 0.29 प्रतिशत मजबूत हुआ.

देश के विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियां अप्रैल में धीमी रहीं लेकिन फिर भी बढ़ती मांग से मिले समर्थन से परिचालन स्थितियों में साढ़े तीन साल में दूसरा सबसे तेज सुधार दर्ज किया गया. मौसमी रूप से समायोजित ‘एचएसबीसी इंडिया विनिर्माण क्रय प्रबंधक सूचकांक’ (पीएमआई) अप्रैल में घटकर 58.8 हो गया जो मार्च में 59.1 था. यह साढ़े तीन साल में क्षेत्र की सेहत में दूसरे सबसे अच्छे सुधार का संकेत है.

पीएमआई के तहत 50 से ऊपर सूचकांक होने का मतलब उत्पादन गतिविधियों में विस्तार से है जबकि 50 से नीचे का आंकड़ा गिरावट को दर्शाता है. एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहा.

यूरोप के प्रमुख बाजारों में बुधवार को मिला-जुला रुख रहा. अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट में बुधवार को मिला-जुला रुख था. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.02 प्रतिशत बढ़कर 84.29 डॉलर प्रति बैरल रहा. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 1,071.93 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे. घरेलू शेयर बाजार बुधवार को ‘महाराष्ट्र दिवस’ के मौके पर बंद थे. बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 188.50 अंक के नुकसान में रहा था, जबकि एनएसई निफ्टी 38.55 अंक नीचे आया था.

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