पंचायत चुनाव में तृणमूल भारी जीत की ओर अग्रसर, 35 हजार से अधिक ग्राम पंचायत सीटें जीतीं

कोलकाता. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) हिंसा प्रभावित पंचायत चुनाव में बुधवार को भारी जीत हासिल करने की ओर अग्रसर है, क्योंकि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा अब तक घोषित परिणामों में उसे अजेय बढ.त मिल गई है. एसईसी की ओर से बुधवार शाम साढ.े चार बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार तृणमूल ने 34,901 ग्राम पंचायत सीट जीत ली हैं, साथ  ही उसके उम्मीदवार 613 सीट पर आगे है. ग्राम पंचायत की कुल 63,229 सीट के लिए चुनाव हुए हैं.

एसईसी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार सत्तारूढ. दल की निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 9,719 सीट पर जीत दर्ज कर चुकी है और 151 सीट पर उसके उम्मीदवार आगे हैं. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने 2,938 सीट पर जीत दर्ज की है और 67 सीट पर आगे है. कांग्रेस ने 2,542 ग्राम पंचायत सीट पर जीत दर्ज की तथा 66 अन्य पर आगे है.

सत्तारूढ. तृणमूल ने पंचायत समिति की 6,430 सीट अपने नाम की, जबकि 193 सीट पर आगे है. भाजपा ने 982 सीट जीती तथा 53 सीट पर आगे है, जबकि माकपा ने 176 सीट जीती और 14 अन्य सीट पर बढ.त हासिल की है और कांग्रेस ने 266 सीट अपने नाम की और छह पर उसके उम्मीदवार आगे हैं. पंचायत समिति की कुल 9,728 सीट के लिए चुनाव हुए थे.

तृणमूल कांग्रेस ने जिला परिषद की कुल 928 सीट में से 674 अपने नाम कर ली है और अन्य 149 सीट पर वह आगे है. भाजपा ने 21 सीट जीती और पांच सीट पर आगे है. माकपा ने दो सीट जीती जबकि कांग्रेस ने छह सीट अपने नाम की और पांच पर उसके उम्मीदवार आगे हैं.

दक्षिण 24 परगना के भांगर में मंगलवार देर रात एक मतगणना केंद्र के बाहर हुई झड़प में इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के दो कार्यकर्ताओं सहित तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि मालदा जिले के रामपुर गांव में कथित तौर पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के 24 वर्षीय एक कार्यकर्ता की पीट-पीट कर हत्या कर दी, जबकि कई अन्य घायल हो गए.

ऐसा दावा किया जा रहा है कि इलाके में ग्राम पंचायत चुनाव जीतने के बाद टीएमसी कार्यकर्ता, कांग्रेस के कार्यकर्ता के घर के सामने पटाखे फोड़ रहे थे, जिसके बाद झड़प हो गई. सभी दल 2024 लोकसभा चुनाव से पहले इन चुनाव के जरिए देश के इस हिस्से में जनता के संभावित रुख को जानने का प्रयास कर रहे थे.

तृणमूल ने एक ट्वीट में अपनी जीत को ”लोगों की जीत” करार दिया और हिंसा का आरोप विपक्ष पर लगाया. पार्टी ने कहा, ” विपक्षी दलों द्वारा भड़काई गई हिंसा की आग…पंचायत चुनाव के अंत तक जारी है.” टीएमसी ने दावा किया गया कि दक्षिण 24 परगना जिले के चंदपाशा गांव के उसके एक कार्यकर्ता की ”भाजपा के गुंडों” ने हत्या कर दी.

पश्चिम बंगाल में आठ जुलाई को हुए पंचायत चुनाव में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी जिसमें 15 लोगों की मौत हो गयी थी. इन 15 में से 11 लोग तृणमूल कांग्रेस से संबद्ध थे. राज्य में चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद से हुई हिंसा में 36 लोगों की जान जा चुकी है. हताहत हुए लोगों में से करीब 60 प्रतिशत लोगों का नाता तृणमूल कांग्रेस से था.

विभिन्न दलों द्वारा चुनाव में हिंसा और मतपेटियों से छेड़छाड़ के आरोप लगाये जाने के मद्देनजर एसईसी ने 696 सीट पर पुनर्मतदान का आदेश दिया था और सोमवार को इन सीट पर चुनाव कुल मिलाकर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ था. हिंसा पर रिपोर्ट देने के लिए दिल्ली पहुंचे राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा, ”राजनीतिक दलों को यह महसूस करना चाहिए कि चुनाव किसी की शारीरिक ताकत को परखने का आधार नहीं हैं.”

तृणमूल नेता कुणाल घोष ने ट्वीट किया, ”अब जनता के फैसले के बाद राज्यपाल बोस को इस्तीफा देकर बंगाल से बाहर चले जाना चाहिए. उन्होंने भाजपा के ‘एजेंट’ के रूप में काम किया है, अनैतिक तरीकों से विपक्ष को उकसाया है, बंगाल का अपमान किया है. उन्हें राज्यपाल बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.” कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि चुनाव पहले ही एक तमाशा बनकर रह गया है.

उन्होंने कहा, ”हमारी आशंका के अनुसार सत्तारूढ. दल, पुलिस और राज्य निर्वाचन आयोग के बीच सांठगांठ और जबरदस्त हिंसा के कारण 40 से अधिक लोगों की मौत हुई है. मतगणना के बाद चुनाव बाद हिंसा फैलाई जायेगी.” माकपा नेता सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, ”टीएमसी सरकार के तहत पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की हत्या. स्थानीय निकाय चुनावों में 60 से अधिक लोगों की मौत हुई और 100 से अधिक घायल हुए हैं. मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं.” तथ्यान्वेषी दल का नेतृत्व करने के लिए बुधवार को यहां पहुंचे

भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, ”पंचायत चुनावों के दौरान हिंसा और हत्या की घटनाएं अस्वीकार्य हैं. इतने सारे लोग मारे गए हैं; इस चुनाव में इतने लोगों की मौत क्यों हुई. हम उत्तर और दक्षिण बंगाल के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे.” उन्होंने कहा, ”बाद में, हम अपनी रिपोर्ट हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा को सौंपेंगे.” अधिकारियों ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के लिए लगभग 74,000 सीट पर मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह आठ बजे शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुईं थी. उन्होंने बताया कि 22 जिलों में 339 स्थानों पर मतगणना जारी थी और इसके बुधवार को संपन्न होने की संभावना है.

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