उदयपुर: नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट, टेलर की हत्या, आरोपी हिरासत में, कई इलाकों में कर्फ्यू

जयपुर. राजस्थान में उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में सोमवार को दो व्यक्तियों ने एक टेलर की कथित रूप से गला काटकर हत्या कर दी और सोशल मीडिया पर एक वीडियो डालकर कहा कि उन्होंने ‘इस्लाम के अपमान’ का बदला लेने के लिए ऐसा किया. घटना के बाद रात 8 बजे उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता से शांति बनाये रखने की अपील की है.

कथित रूप से दिन दहाड़े हत्या को अंजाम देने वाले दोनों शख्स ने आॅनलाइन वीडियो डालकर इस गुनाह की जिम्मेदारी ली और पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है. पुलिस के अनुसार आरोपियों को राजसमंद जिले के भीम क्षेत्र से पकडा गया. राजसमंद के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कहा कि दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर हेलमेट पहनकर भागने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्हें भीम क्षेत्र में नाकेबंदी के दौरान पकड़ लिया गया.

उन्होंने कहा,‘‘हमने आरोपियों की पहचान की पुष्टि की है. 10 टीम को आरोपियों की तलाश में लगाया था.’’ एक वीडियो क्लिप में एक कथित हमलावर को कहते सुना जा सकता है कि उसने एक आदमी का सर कलम कर दिया है. उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए भी धमकी देते हुए कहा कि ‘‘यह छुरा उन तक भी पहुंचेगा’’. उसने परोक्ष रूप से नुपुर शर्मा का भी जिक्र किया जिन्हें पैगंबर मोहम्मद पर एक टिप्पणी के मामले में भाजपा से निलंबित किया गया था.

टेलर कन्हैया लाल साहू को सोशल मीडिया पर कुछ टिप्पणियां डालने के मामले में स्थानीय पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया था.
सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो के अनुसार दोनों आरोपी धानमंडी थाना क्षेत्र स्थित टेलर की दुकान पर दोपहर में पहुंचे. इनमें से एक ने अपना नाम रियाज बताया है. उसने अपने आप को एक ग्राहक के रूप में बताया और टेलर ने उसकी नाप लेना शुरू कर दिया. इस दौरान उसने टेलर पर हमला कर दिया वहीं दूसरे आरोपी ने मोबाइल फोन से घटना का वीडियो बनाया.

वीडियो के अनुसार जब टेलर नाप लेकर लिख रहा था उस दौरान रियाज ने अचानक धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गये और बाद में एक और वीडियो में उन्होंने अपराध करने की पुष्टि की.

घटना के सामने आने के बाद इसके विरोध में स्थानीय बाजारों में दुकानें बंद कर दी गयीं. दुकानदारों ने पुलिस को कन्हैयालाल का शव ले जाने से रोका और कहा कि हत्यारों की गिरफ्तारी होने और मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा तथा सरकारी नौकरी दिये जाने की घोषणा के बाद ही वे शव ले जाने देंगे. मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्विटर पर जनता से शांति बनाये रखने की अपील की और वीडियो साझा नहीं करने को कहा.

उन्होंने जोधपुर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा. पूरा पुलिस बल पूरी सतर्कता के साथ इस पर काम कर रहा है. हत्या के कारण लोगों में व्याप्त आक्रोश की मैं कल्पना नहीं कर सकता. हम कार्रवाई कर रहे हैं.’’ उदयपुर के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने भी कड़ी कार्रवाई का वादा किया.

उन्होंने कहा, ‘‘नृशंस हत्या हुई है. मोटे तौर पर यह सुनियोजित हत्या लगती है. हम मृतक के परिजनों की मांगों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं. अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मैं लोगों से शांति बनाये रखने की अपील करता हूं.’’ इस बीच एक अन्य ट्वीट में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उदयपुर में युवक की हत्या के दोनों आरोपियों को राजसमंद से गिरफ्तार किया गया है. इस केस में अनुसंधान केस आॅफिसर स्कीम के तहत किया जाएगा एवं त्वरित अनुसंधान सुनिश्चित कर अपराधियों को न्यायालय कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी. मैं पुन: सभी से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं.

गहलोत ने कहा कि देश में सांप्रदायिक तनाव है और प्रधानमंत्री को जनता को संबोधित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ंिहदू और मुस्लिम दोनों ंिचतित हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अगर प्रधानमंत्री बोलेंगे तो ज्यादा असर होगा. मेरा मानना है कि प्रधानमंत्री को इस मौके पर देश को संबोधित करना चाहिए तथा अपील करनी चाहिए कि हम किसी कीमत पर ंिहसा बर्दाश्त नहीं करेंगे. ऐसा कहने में क्या दिक्कत है?’’ घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की ‘‘तुष्टीकरण की राजनीति’’ का परिणाम है.

उन्होंने कहा कि वीडियो में देखे गये लोगों ने 17 जून को मृतक को धमकी दी थी. उन्होंने दावा किया, ‘‘पीड़ित ने सुरक्षा की मांग की थी लेकिन पुलिस ने नहीं दी.’’ पूनियां ने कहा कि यह राज्य सरकार की उदासीनता को दिखाता है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राजस्थान में हालात ऐसे हैं कि ंिहदुओं पर हमले किये जा रहे हैं और कई जगह तो उनकी हत्या की जा रही है. यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तुष्टीकरण की राजनीति की वजह से हो रहा है.’’ धानमंडी थानाधिकारी गोंिवद ंिसह ने कहा कि टेलर ने सोशल मीडिया पर कुछ दिन पहले कथित विवादित बयान दिये थे और उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि उन्होंने विवादित बयान के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने घटना की ंिनदा करते हुए कहा कि धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती और आतंक फैलाने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं. धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती. इस कदर हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख़्त सजÞा मिले.’’ उदयपुर के जिलाधीश ताराचंद मीणा ने सात थाना क्षेत्रों– धानमंडी, घंटाघर, हाथीपोल, अंबामाता सूरजपोल, भूपालपुरा और सवीना में कर्फ्यू के आदेश जारी किये.

मीणा के अनुसार हालांकि आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों, परीक्षा में बैठने वाले छात्रों और परीक्षा प्रक्रिया में लगे कर्मचारियों को कर्फ्यू से छूट दी जायेगी. उनका कहना था कि शहर में मोबाइल इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया है. उनके मुताबिक इस दौरान स्थिति पर नजर बनाये रखने के लिये दो अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, एक पुलिस उपमहानिरीक्षक, एक पुलिस अधीक्षक, राजस्थान पुलिस सेवा के 30 अधिकारियों और पांच आरएसी की कंपनियों को उदयपुर भेजा गया है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) हवा ंिसह घुमरिया ने कहा, ‘‘ राज्य स्तर पर अलर्ट जारी किया गया है और रेंज पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक को एहतियात के तौर पर गश्त बढ़ाने के लिये कहा गया है.’’

राजस्थान में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद, धारा 144 होगी लागू : मुख्य सचिव

उदयपुर के धानमंडी थानाक्षेत्र में सोमवार को दो व्यक्तियों द्वारा एक टेलर की कथित रूप से गला काटकर हत्या किए जाने के बाद मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने मंगलवार शाम उच्च स्तरीय बैठक की और सभी संभागीय आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों एवं जिलाधिकारियों को प्रदेशभर में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए.

एक सरकारी बयान में मुख्य सचिव ने कानून-व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से प्रदेशभर में आगामी 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद किये जाने, सभी जिलों में आगामी एक माह तक धारा 144 लागू करने,पुलिस एवं प्रशासन के सभी अधिकारियों के अवकाश निरस्त करने, शांति समिति की बैठक आयोजित करने और उदयपुर जिले में आवश्यकतानुसार कर्फ्यू लगाये जाने के निर्देश दिए हैं.
मुख्य सचिव ने सभी संभागीय आयुक्त को निर्देश दिए हैं कि उदयपुर की घटना के वीडियो का मोबाइल एवं अन्य माध्यमों से प्रसार पर सख्ती से रोक लगाई जाए. साथ ही वीडियो को प्रसारित करने वाले लोगों पर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.
उन्होंने कहा कि धर्म गुरुओं से अपील की जाए कि वे साम्प्रदायिक सौहार्द एवं शान्ति बनाये रखने में सहयोग करें.

उदयपुर घटना कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण नीति का ही परिणाम है : पूनियां

राजस्थान के उदयपुर में एक टेलर की हत्या के मामले में कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने मंगलवार को कहा कि यह कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण नीति का ही परिणाम है. उन्होंने कहा कि वीडियो में जो लोग दिखाई दे रहे है उन्होंने टेलर को 17 जून को धमकी दी थी और फिर उन्होंने इसे अंजाम दे दिया. उन्होंने कहा ,‘‘टेलर ने सुरक्षा की मांग की थी लेकिन पुलिस ने सुरक्षा नहीं दी . यह सरकार की लापरवाही को दर्शाता है.’’

पूनियां ने संवाददाताओं से कहा कि ‘‘राजस्थान में हालात बने हुए हैं और बहुसंख्यक हिन्दुओं पर जिस तरीके से जगह-जगह पर हमले भी हुए.. उनकी हत्याएं हुई… आज जो वारदात हुई .. (वैसे में) मुझे लगता है कि यह कांग्रेस की तुष्टिकरण की.. अशोक गहलोत सरकार की तुष्टिकरण की नीति का ही परिणाम है .’’ उन्होंने कहा, ‘‘ (उदयपुर की) घटना दुर्भाग्यपूर्ण है.. शर्मनाक है.. वीभत्स है और उदयपुर समेत पूरा राजस्थान उद्वेलित है. ’’ पूनिया ने कहा कि एक व्यक्ति के द्वारा दिनदहाडेÞ ऐसा हमला संभव नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में पीएफआई एवं अन्य आतंकी संगठनों को संरक्षण मिल रहा है. प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने भी घटना की ंिनदा की है और कहा कि वह आज रात उदयपुर पहुंच रहे है.

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