गृह मंत्री ने कुछ सप्ताह पहले जरूरी कदम क्यों नहीं उठाए, मणिपुर को जलने क्यों दिया: कांग्रेस

पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में जरूर भाग लेंगे: कांग्रेस

नयी दिल्ली. कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा मणिपुर हिंसा की जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाने और कुछ अन्य घोषणाएं किए जाने के बाद बृहस्पतिवार को कहा कि इन कदमों का स्वागत है, लेकिन ये कुछ सप्ताह पहले क्यों नहीं उठाए गए.
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया कि केंद्र सरकार ने पूर्वोत्तर के इस प्रदेश को एक महीने तक जलने क्यों दिया.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि मणिपुर में हुई जातीय हिंसा की जांच के लिए उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश स्तर के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग का गठन किया जाएगा.

लगातार तीन दिनों तक राज्य के विभिन्न हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा करने और राजनीतिक दलों व सामाजिक संगठनों से चर्चा के बाद यहां संवाददाता सम्मेलन में शाह ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुईया उइके की अध्यक्षता में एक शांति समिति के गठन की घोषणा की. साथ ही उन्होंने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए मुआवजे व राहत और पुनर्वास पैकेज का भी ऐलान किया.

रमेश ने ट्वीट किया, ”केंद्रीय गृह मंत्री ने मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए आज कई कदमों की घोषणा की. इनका स्वागत है.” उन्होंने सवाल किया, ”यह काम गृह मंत्री ने कुछ सप्ताह पहले क्यों नहीं किया? मोदी सरकार ने एक महीने तक मणिपुर को जलने क्यों दिया? क्या केवल मणिपुर का वोट कीमती है, वहां के लोगों का जीवन कीमती नहीं है?”

रमेश ने आरोप लगाया, ”आरएसएस के एजेंडे, राज्य की भाजपा सरकार के द्वेषपूर्ण कदम और केंद्र सरकार की नि्क्रिरयता के कारण मणिपुर में आज विभाजन की स्थिति है. जो कुछ भी मणिपुर में हुआ है उसका असर पूरे पूर्वोत्तर पर है.” उन्होंने यह दावा भी किया कि मणिपुर हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘चुप्पी’ हैरान करने वाली नहीं है.

पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में जरूर भाग लेंगे: कांग्रेस

कांग्रेस बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पटना में 12 जून को बुलाई गई बैठक में जरूर भाग लेगी, लेकिन इसमें पार्टी की तरफ से कौन शामिल होगा, इसका फैसला पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य नेता मिलकर करेंगे. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बृहस्पतिवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ”12 जून की बैठक में कांग्रेस जरूर भाग लेगी. कांग्रेस की तरफ से कौन जाएगा, इस बारे में जानकारी अभी नहीं दे सकता . इस पर कांग्रेस अध्यक्ष और अन्य नेता चर्चा करेंगे और 12 जून से पहले इसकी जानकारी मिल जाएगी.”

उल्लेखनीय है कि जनता दल (यूनाइटेड) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पिछले कुछ महीनों से विपक्षी एकजुटता का प्रयास कर रहे हैं. इस प्रयास के तहत वह कांग्रेस अध्यक्ष खरगे समेत कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. नीतीश ने इसी प्रयास के तहत 12 जून को पटना में विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई है.

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