Tripura Election: दोबारा चुनाव लड़ रहे 43 में से 41 विधायकों की संपत्ति बढ़ी

'गरीब' हुए दो MLA में एक CM भी

पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति दल प्रचार में जुटे हुए हैं। 60 विधानसभा सीटों वाली त्रिपुरा विधानसभा के लिए इस बार कुल 259 प्रत्याशी मैदान में हैं। राज्य में 16 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। इस बार मुख्य मुकाबला सत्ताधारी भाजपा गठबंधन और कांग्रेस-सीपीएम गठबंधन के बीच है। इस बीच, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक्स रिफॉर्म्स (ADR) ने दोबारा चुनाव लड़ रहे विधायकों की संपत्ति पर एक रिपोर्ट जारी की है।

एडीआर के मुताबिक इस बार 43 मौजूदा विधायक फिर से चुनाव मैदान में हैं। इन 43 विधायकों में से 95 फीसदी यानी 41 विधायकों की संपत्ति में चार फीसदी से लेकर 4,890 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। मुख्यमंत्री माणिक साहा समेत दो विधायक ऐसे भी हैं जिनकी संपत्ति घट गई है।

पांच साल में बढ़ी औसत संपत्ति
बीते पांच साल में इन 43 दोबारा चुनाव लड़ने वाले विधायकों की औसत संपत्ति में 64 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। 2018 से 2023 के बीच यह बढ़ोतरी 94.58 लाख रुपये रही। 2018 में निर्दलीय सहित विभिन्न दलों द्वारा मैदान में उतारे गए इन विधायकों की औसत संपत्ति 1.48 करोड़ रुपये थी। वहीं, 2023 के चुनावों में औसत संपत्ति बढ़कर 2.42 करोड़ रुपये हो गई।

टॉप 5 में पांचों विधायकों भाजपा के
दोबारा चुनाव लड़ रहे इन 43 विधायकों में टॉप 5 बढ़ोतरी वाले विधायक सत्ताधरी भाजपा के हैं। बरजाला सीट से BJP के डॉ. दिलीप कुमार दास ने अपनी संपत्ति में सबसे ज्यादा 6.47 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी बताई है। 2018 में दास की संपत्ति ₹1.87 करोड़ थी जो 2023 में बढ़कर 8.35 करोड़ हो गई।

इस सूची में दूसरा नाम धर्मनगर से भाजपा विधायक बिस्वा बंधु सेन का है। उनकी संपत्ति 2018 में 4 करोड़ रुपए थी जो 2023 में बढ़कर 9.73 करोड़ हो गई। तीसरे नंबर पर चारिलाम से भाजपा के जिष्णु देव वर्मा हैं। उनकी संपत्ति 2018 में 11.07 करोड़ थी जो 2023 में बढ़कर 15.58 करोड़ हो गई।

खयेरपुर से भाजपा विधायक रतन चक्रबर्ती की संपत्ति में पिछले पांच साल में करीब तीन करोड़ का इजाफा हुआ है। 2018 में उन्होंने अपनी संपत्ति 93 लाख बताई थी जो 2023 में बढ़कर 3.84 करोड़ हो गई। इस लिस्ट में पांचवां नाम पानीसागर से भाजपा के बिनय भूषण दास का है। पिछले चुनाव में बिनय की संपत्ति 60 लाख थी जबकि इस चुनाव में संपत्ति 2.7 करोड़ हो गई।

27 भाजपा विधायकों की संपत्ति बढ़ी
दोबारा चुनाव लड़ने वाले विधायकों की औसत संपत्ति में बढ़ोतरी का पार्टी-वार आंकड़ा देखें तो 27 विधायकों के साथ यहां भी भाजपा आगे है। पिछले चुनाव में इनकी औसत संपत्ति 1.78 करोड़ थी जो इस चुनाव में 3 करोड़ हो चुकी है। इस सूची में राज्य की मुख्य विपक्षी CPI(M) के 7 विधायक हैं। 2018 में इनकी औसत संपत्ति 52 लाख थी जो 2023 में 97 लाख हो गई है। इस मामले में 3 विधायकों के साथ कांग्रेस तीसरे स्थान पर है। पिछले पांच साल में पार्टी के विधायकों की औसत संपत्ति 2.98 करोड़ से बढ़कर 3.12 करोड़ हो गई।

3 विधायकों के साथ भाजपा की सहयोगी इंडिजेनस पीपल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा चौथे स्थान पर है। टिपरा मोथा पार्टी (2 विधायक) पांचवें पर है। इस सूची में एक निर्दलीय उमीदवार भी हैं।

मुख्यमंत्री साहा की संपत्ति घटी
कुल 43 दोबारा चुनाव लड़ रहे विधायकों में केवल दो विधायक ऐसे हैं जिनकी संपत्ति घटी है। दिलचस्प है कि राज्य के मुख्यमंत्री माणिक साहा भी इस सूची में हैं। 2018 चुनाव में साहा की संपत्ति 13.97 करोड़ थी जो अब 2023 चुनाव में घटकर 13.90 करोड़ हो गई। इस अवधि में मुख्यमंत्री के संपत्ति में 7.23 लाख की कमी आई है।

जिन विधायकों की संपत्ति घटी है उसमें दूसरा नाम है दिबाचंद्र हरंगखाल। कर्मचारा सीट से पिछली बार भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने वाले दिबाचंद्र अबकी बार कांग्रेस की टिकट पर मैदान में हैं। 2018 में उनकी संपत्ति 41.02 लाख थी जो अब 2023 में घटकर मात्र 45,661 रुपए रह गई है। पिछले पांच साल में उनकी संपत्ति करीब 99 फीसदी कम हुई।

नगालैंड में 59 सीटों के लिए चार महिलाएं समेत 183 उम्मीदवार मैदान में
नगालैंड में 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में 59 सीटों के लिए कुल 183 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें केवल चार महिलाएं हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) वी शशांक शेखर ने शुक्रवार को बताया कि भाजपा उम्मीदवार काझेतो किनिमी (Kazheto Kinimi) अकुलुतो विधानसभा क्षेत्र से निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने कहा कि कुल 225 नामांकन में से 25 अवैध पाए गए, जबकि 16 उम्मीदवारों ने शुक्रवार शाम तक अपना नामांकन वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक छह उम्मीदवारों वाले निर्वाचन क्षेत्रों में तेनिंग, सनिस और तेहोक शामिल हैं।

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