अग्निपथ: विपक्षी दलों ने सरकार पर साधा निशाना, सरकार ने कहा- सशस्त्रों बलों में नयी क्षमता आएगी

नयी दिल्ली. विपक्ष ने बृहस्पतिवार को अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र पर अपना हमला तेज करते हुए इसे वापस लेने की मांग की. वहीं सरकार ने एक स्पष्टीकरण जारी करके कहा कि नया ‘मॉडल’ न केवल सशस्त्र बलों के लिए नयी क्षमताएं लाएगा, बल्कि निजी क्षेत्र में युवाओं के लिए अवसर के द्वार भी खोलेगा.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वे बेरोजगार युवाओं की आवाज सुनें और युवाओं को अग्निपथ पर चलाकर उनके धैर्य की ‘अग्निपरीक्षा’ नहीं लें. समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस कदम को देश के भविष्य के लिए ‘‘लापरवाह’’ और संभावित रूप से ‘‘घातक’’ बताया.

विपक्ष का यह हमला बिहार, उत्तर प्रदेश और हरियाणा समेत कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन के बीच आया है. सेना में भर्ती के आकांक्षी युवाओं ने ट्रेनों में आग लगा दी, बसों की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए और बिहार में सत्तारूढ़ भाजपा के एक विधायक सहित राहगीरों पर पथराव किया. युवाओं का यह विरोध प्रदर्शन लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा.

योजना को लेकर जताई जा रही ंिचताओं को दूर करने के लिए ‘मिथक बनाम सच’ दस्तावेज जारी करने के अलावा, सरकार की सूचना प्रसार शाखा ने सोशल मीडिया कई पोस्ट किये, जिनमें कहा गया कि आने वाले वर्षों में, अग्निवीरों की भर्ती सशस्त्र बलों में वर्तमान भर्ती से लगभग तिगुनी होगी और रेजिमेंट प्रणाली में किसी भी बदलाव से इनकार किया.

पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह योजना सशस्त्र बलों में नयी गतिशीलता लाएगी. यह बलों को नयी क्षमताओं को लाने और युवाओं के तकनीकी कौशल और नयी सोच का लाभ उठाने में मदद करेगी. यह युवाओं को राष्ट्र की सेवा करने का मौका देगी.’’ चार साल के कार्यकाल के अंत में प्रत्येक रंगरूट को ‘सेवा निधि पैकेज’ से दिए जाने वाले लगभग 11.71 लाख रुपये के वित्तीय पैकेज का उल्लेख करते हुए इसमें कहा गया है कि यह युवाओं को वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करेगा और उन्हें उद्यमी बनने में भी मदद करेगा.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं से ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर किसी बहकावे में नहीं आने की अपील करते हुए कहा कि यह योजना उनके जीवन को ‘‘एक नया आयाम देगी.’’ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने सशस्त्र बलों में अल्पकालिक भर्ती के लिए केंद्र सरकार की ओर से पेश की गई अग्निपथ योजना का स्वागत किया और कहा कि यह राज्य के युवाओं के लिये एक अच्छा अवसर है, जहां अधिकतर लोग सेना में काम करना चाहते हैं.

केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता अश्विनी कुमार चौबे ने योजना का विरोध कर रहे छात्रों से अपना आंदोलन रोकने और उन्हें उकसाने वालों से दूर रहने का आग्रह किया. गौरतलब है कि भाजपा की सहयोगी जद (यू) ने इस योजना पर पुर्निवचार करने की मांग की है. जद (यू) अध्यक्ष राजीव रंजन ंिसह ने ंिहदी में एक ट्वीट में कहा, ‘‘अग्निपथ योजना के निर्णय से बिहार सहित देशभर के नौजवानों, युवाओं एवं छात्रों के मन में असंतोष, निराशा व अंधकारमय भविष्य (बेरोजगारी) का डर स्पष्ट दिखने लगा है. केंद्र सरकार को अग्निवीर योजना पर अविलंब पुर्निवचार करना चाहिए क्योंकि यह निर्णय देश की रक्षा व सुरक्षा से भी जुड़ा है.’’

कांग्रेस ने सरकार से इस योजना पर रोक लगाने, सेवारत और सेवानिवृत्त अधिकारियों के साथ व्यापक विचार-विमर्श करने और गुणवत्ता, कार्यक्षमता और इससे जुड़ी आर्थिक स्थिति का निदान करने की मांग की. राहुल गांधी ने ंिहदी में एक ट्वीट में इस योजना को लेकर केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘‘न कोई रैंक, न कोई पेंशन, न 2 साल से कोई सीधी भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान. देश के बेरोजÞगार युवाओं की आवाजÞ सुनिए, इन्हें ‘अग्निपथ’ पर चला कर इनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी.’’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बेरोजगार युवाओं की आवाज सुननी चाहिए और उनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ नहीं लेनी चाहिए.’’ अजय माकन, सचिन पायलट और पवन खेड़ा के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि पेंशन बिल पर बचत का घोषित उद्देश्य एक कमजोर तर्क है और इसे संदेह से परे साबित नहीं किया गया है. उन्होंने दावा किया कि छह महीने के प्रशिक्षण और 42 महीनों की लघुकालीन सेवा की जो व्यवस्था की गई है उससे सैन्य बलों की गुणवत्ता, कार्यक्षमता और निपुणता प्रभावित होगी.

कांग्रेस नेता सांसद मनीष तिवारी ने इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किये जो कांग्रेस के रुख से अलग प्रतीत हुआ. उन्होंने कहा, ‘‘मैं उन युवाओं के साथ सहानुभूति रखता हूं, जिन्हें अग्निपथ भर्ती प्रक्रिया पर ंिचता है. वास्तविकता यह है कि भारत को एक युवा सशस्त्र बल की आवश्यकता है जो अत्याधुनिक हथियारों से लैस हो और प्रौद्योगिकी की जानकार हो.’’ उन्होंने कहा, ‘‘संघ का सशस्त्र बल रोजगार गारंटी कार्यक्रम नहीं होना चाहिए.’’ अग्निपथ योजना के विभिन्न प्रावधानों पर सवाल उठाते हुए, भाजपा सांसद वरुण गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ ंिसह को लिखे पत्र में कहा कि इससे युवाओं में और अधिक असंतोष पैदा होगा. उन्होंने सरकार से अपना रुख स्पष्ट करने को कहा.

वाम दलों ने यह आरोप लगाते हुए कि यह योजना भारत के राष्ट्रीय हितों के लिए “नुकसानदायक” है, इस योजना को रद्द करने और इसे संसद में चर्चा के लिए लाए जाने की मांग की. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरंिवद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से अपील की कि सरकार युवाओं को सिर्फ चार साल नहीं बल्कि जीवन भर देश की सेवा करने का मौका दे.

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने इस योजना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसे “ग्रामीण युवाओं के प्रति अनुचित” करार दिया. उन्होंने केंद्र से अपने फैसले पर तुरंत पुर्निवचार करने का आग्रह किया. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि उन्होंने रक्षा मंत्री को पत्र लिखकर योजना पर पुर्निवचार करने की मांग की है.

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