बांग्लादेश के यूनुस ने ब्रिटेन से शेख हसीना की भतीजी के भ्रष्टाचार कांड की जांच करने को कहा

ढाका. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने ब्रिटिश मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक और उनके परिवार की संपत्तियों की जांच की मांग की है. खबरों में रविवार को यह जानकारी दी गयी. यूनुस ने संकेत दिया है कि सिद्दीक ने अपनी मौसी शेख हसीना के बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल के दौरान अवैध तरीकों से ये संपत्तियां अर्जित की होंगी.

‘टाइम्स’ अखबार को दिए एक साक्षात्कार में यूनुस ने सिद्दीक और उनके परिवार को “उनकी मौसी की अपदस्थ सरकार के सहयोगियों” द्वारा उपहार में दी गई संपत्तियों के उपयोग की निंदा की. उन्होंने मांग की कि यदि यह पाया जाता है कि उन्हें “स्पष्ट लाभ” मिला है तो उनकी संपत्ति बांग्लादेश को वापस कर दी जाए.

यूनुस ने कहा, “यह साफ तौर पर डकैती है.” उन्होंने पिछली सरकार पर धोखाधड़ी के जरिये धन की हेराफेरी करने का आरोप लगाया, जिसका देश पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ा है. ब्रिटेन के लेबर कैबिनेट की सदस्य सिद्दीक, आर्थिक मामलों की मंत्री के रूप में कार्यरत हैं, जो ब्रिटेन के वित्तीय बाजारों में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए जिम्मेदार हैं.

यूनुस के साक्षात्कार को प्रकाशित करने के एक दिन बाद, ब्रिटिश अखबार ने रविवार को एक और खबर छापी, जिसका शीर्षक था “बांग्लादेशी नेता की फटकार के बाद (ब्रिटेन के) प्रधानमंत्री से ट्यूलिप सिद्दीक को बर्खास्त करने का आग्रह”. इसमें कहा गया है कि “भ्रष्टाचार-निरोधक मंत्री को इस्तीफा देने के लिए दबाव का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि बांग्लादेश के नेता ने पूर्व शासन द्वारा उन्हें और उनके परिवार को उपहार में दी गई संपत्तियों के उपयोग की निंदा की है.”

इसमें कहा गया है, “भ्रष्टाचार-निरोधक मंत्री को इस्तीफा देने के लिए दबाव का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि बांग्लादेश के नेता ने पूर्व शासन द्वारा उन्हें और उनके परिवार को उपहार में दी गई संपत्तियों के उपयोग की निंदा की है.” ‘संडे टाइम्स’ के अनुसार, 42-वर्षीय सिद्दीक से जुड़े घोटाले पर यूनुस की टिप्पणी से उन पर इस्तीफा देने का दबाव बढ. जाएगा, हालांकि ऐसी भी खबरें हैं कि डाउनिंग स्ट्रीट पहले से ही उनके स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति की तलाश कर रहा है.

यूनुस का हस्तक्षेप तब आया जब संडे टाइम्स की जांच में पाया गया कि सिद्दीक ने कई वर्षों तक हैम्पस्टेड की एक संपत्ति में रहते हुए समय बिताया, जिसे पनामा पेपर्स में नामित एक ‘ऑफशोर कंपनी’ (विदेशी स्वामित्व वाली कंपनी) ने खरीदा था और जिसका संबंध दो बांग्लादेशी व्यापारियों से था.

‘टाइम्स’ को दिए गए साक्षात्कार में यूनुस ने कहा कि यह एक “विडंबना” है कि सिद्दीक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है.
यूनुस ने एक हालिया आधिकारिक रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें पाया गया कि अवामी लीग शासन से जुड़े लोगों ने बांग्लादेश से प्रति वर्ष अरबों डॉलर बाहर भेजे, जिनमें से कुछ धन का उपयोग विदेशों में संपत्ति सहित अन्य परिसंपत्तियों की खरीद में किया गया. उन्होंने कहा, “उन्होंने बताया कि किस प्रकार धन की चोरी की गयी, लेकिन यह चोरी नहीं है- जब आप चोरी करते हैं, तो आप उसे छिपाते हैं. यह डकैती है.” यह पूछे जाने पर कि क्या यह लंदन में हसीना के परिवार के सदस्यों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली संपत्तियों पर भी लागू हो सकता है, मुख्य सलाहकार यूनुस ने कहा, “बिल्कुल, यह सीधे-सीधे डकैती है. इसके अलावा कुछ नहीं”.

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