बजट में 2047 के विकसित भारत की नींव को मजबूत करने की गारंटी: प्रधानमंत्री मोदी

नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए अंतरिम आम बजट को ‘ऐतिहासिक, समावेशी और नवोन्मेषी’ करार दिया और कहा कि यह बजट 2047 के ‘विकसित भारत’ की नींव को मजबूत करने की गारंटी है.

बजट पेश होने के बाद प्रधानमंत्री ने एक वीडियो संदेश के जरिए बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए यह भी कहा कि यह देश के भविष्य के निर्माण का बजट है जो विकसित भारत के चार स्तंभों क्रमश: युवा, गरीब, महिला और किसान को सशक्त बनाएगा. उन्होंने कहा, ”आज का ये बजट समावेशी और नवोन्मेषी बजट है. इस बजट में निरंतरता का विश्वास है. ये बजट विकसित भारत के चार स्तंभ- युवा, गरीब, महिला और किसान… सभी को सशक्त करेगा. यह बजट देश के भविष्य के निर्माण का बजट है.

वित्त मंत्री और उनकी पूरी टीम को बधाई देते हुए मोदी ने कहा कि इस बजट में 2047 के विकसित भारत की नींव को मजबूत करने की गारंटी है. उन्होंने कहा कि इस बजट में युवा भारत की युवा आकांक्षा का प्रतिबिंब भी है. उन्होंने कहा, ”बजट में दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. शोध और नवोन्मेष पर एक लाख करोड़ रुपये का फंड बनाने की घोषणा की गई है. बजट में स्टार्टअप्स को मिलने वाली टैक्स छूट के विस्तार का ऐलान भी किया गया है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बजट में राजकोषीय घाटे को नियंत्रण में रखते हुए पुंजीगत व्यय को 11 लाख 11 हजार 111 करोड़ रुपए की ऐतिहासिक ऊंचाई दी गई है.

उन्होंने कहा, ”अर्थशा्त्रिरयों की भाषा में कहें तो ये एक प्रकार से ‘स्वीट स्पॉट’ है. इससे भारत में 21वीं सदी के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के साथ ही युवाओं के लिए अनगिनत रोजगार के नए अवसर तैयार होंगे.” मोदी ने कहा कि बजट में वंदे भारत स्टैंडर्ड की 40 हजार आधुनिक बोगियां बनाकर, उन्हें सामान्य यात्री ट्रेनों में लगाने का ऐलान किया गया है. उन्होंने कहा कि इससे देश के अलग-अलग रेल रूट पर करोड़ों यात्रियों में आरामदायक यात्रा का अनुभव बढ़ेगा.

उन्होंने कहा, ”इस बजट में गरीब और मध्यम वर्ग को सशक्त करने और उनके लिए आय के नए अवसर बनाने पर भी जोर दिया गया है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि आज आयकर से संबंधित जिस नयी योजना की घोषणा की गई, उससे मध्यम वर्ग के एक करोड़ लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.

उन्होंने कहा, ”पिछली सरकारों ने सामान्य जन के सिर पर दशकों से ये बहुत बड़ी तलवार लटका कर रखी थी.” प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार एक बड़ा लक्ष्य तय करती और उसे हासिल करने के बाद उससे भी बड़ा लक्ष्य तय करती है. उन्होंने कहा, ”गांवों और शहरों में गरीबों के लिए हमने चार करोड़ से अधिक घर बनाए और अब हमने दो करोड़ और घर बनाने का लक्ष्य रखा है. हमने दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा था, अब इसे बढ़ाकर तीन करोड़ कर दिया है.”

प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना ने गरीबों की बहुत मदद की है और अब आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बजट में गरीब और मध्यम वर्ग को सशक्त करने के लिए और उनके लिए आय के नए अवसर बनाने पर भी बहुत जोर दिया गया है.

उन्होंने कहा, ”छत पर सौर प्रणाली लगाने (रूफटॉप सोलराइजेशन) के अभियान में 1 करोड़ परिवारों को सोलर रूफ टॉप के माध्यम से मुफ्त बिजली प्राप्त होगी. इतना ही नहीं, सरकार को अतिरिक्त बिजली बेचकर लोगों को 15 से 20 हजार प्रतिवर्ष की आय भी होगी और ये हर परिवार को होगी.” प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट में किसानों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण और बड़े निर्णय लिए गए हैं.
उन्होंने कहा, ”नैनो यूरिया का उपयोग हो, पशुओं के लिए नई योजना हो, पीएम मत्स्य संपदा योजना का विस्तार हो और आत्मनिर्भर ऑयल सीड अभियान हो, इससे किसानों की आय बढ़ेगी और खर्च कम होगा.”

बजट आत्मविश्वास से लबरेज और आत्मनिर्भर भारत की दृष्टि को रेखांकित करता है: राजनाथ

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किया अंतरिम बजट ‘आत्मविश्वास से लबरेज, मजबूत और आत्मनिर्भर विकसित भारत’ की दृष्टि को रेखांकित करता है. साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 2027 तक बढ़कर 5,000 अरब डॉलर से अधिक हो जाएगा. सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में यह भी कहा कि इस बजट में ‘समाज के हर वर्ग’ के लिए कुछ न कुछ है.

सीतारमण ने बृहस्पतिवार को अंतरिम बजट 2024-25 पेश करते हुए कहा कि सरकार भारत को 2047 तक विकसित देश बनाने के लिए काम कर रही है. सिंह ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”यह अंतरिम बजट है लेकिन यह अंतरिम बजट जो उन्होंने प्रस्तुत किया है वह बहुत उत्साहवर्धक है और आगे के रास्ते के लिए भी उम्मीद जगाता है. और इस समय भारत की अर्थव्यवस्था का जो आकार है… मुझे विश्वास है कि इस बजट से हमें जो भी संकेत मिले हैं, हमारी अर्थव्यवस्था का आकार… जो अभी शीर्ष पांच में है… 2027 तक पांच हजार अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो जाएगा. 2030 तक यह बढ़कर 7,000 अरब डॉलर से अधिक हो जाएगा.” वर्ष 2047 के लिये सरकार के रोडमैप के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ”हम उस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे. हमें पूरा भरोसा है.” सिंह ने बाद में ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए ‘सकारात्मक और उत्साहजनक अंतरिम बजट’ पेश करने के लिए सीतारमण को बधाई दी.

उन्होंने कहा कि यह बजट आत्मविश्वास से भरे, मजबूत और आत्मनिर्भर विकसित भारत के लिए दृष्टिकोण को रेखांकित करता है.
सिंह ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विजन से प्रेरित यह बजट भारत के तेज आर्थिक परिवर्तन की झलक पेश करता है. इस बजट में समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए कुछ न कुछ है. इस बजट में बुनियादी ढांचे, निर्माण, विनिर्माण और आवास और प्रौद्योगिकी विकास पर काफी जोर दिया गया है.”

उन्होंने कहा, ”कोविड महामारी के दौरान जब दुनिया लड़खड़ा रही थी, भारत आशा की किरण के रूप में उभरा. यह बजट प्रधानमंत्री के पंचामृत लक्ष्यों के अनुरूप है और यह अगले पांच वर्षों के अभूतपूर्व विकास का मार्ग भी प्रशस्त करता है.” उन्होंने कहा, ”इस बजट में वित्त वर्ष 24 से पूंजीगत व्यय परिव्यय को बढ़ाकर 11.1 प्रतिशत कर वित्त वर्ष 25 के लिए 11.11 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है. पूंजीगत व्यय को लेकर किया गया यह बड़ा कदम 2027 तक भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करेगा.”

पिछले 10 साल में मोदी सरकार की उपलब्धियों पर रोशनी डालता है बजट भाषण

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि 2024-25 का अंतरिम बजट 2047 तक विकसित भारत बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने की रूपरेखा प्रस्तुत करने वाला है. शाह ने यह भी कहा कि वित्त मंत्री का बजट भाषण भारत को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाने की यात्रा में पिछले 10 वर्ष में मोदी सरकार द्वारा प्राप्त उपलब्धियों पर रोशनी डालता है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को लगातार छठी बार संसद में बजट प्रस्तुत किया.

शाह ने ‘एक्स’ पर ‘विकसित भारत बजट’ हैशटैग के साथ लिखा, ”केंद्रीय बजट 2047 तक विकसित भारत बनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने की रूपरेखा प्रस्तुत करता है. बजट भाषण भारत को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाने की मोदी सरकार की यात्रा में पिछले 10 वर्ष में प्राप्त उपलब्धियों पर रोशनी डालता है.” उन्होंने कहा, ”इन कार्यों की बुनियाद पर विकसित भारत की भव्य इमारत खड़ी की जा रही है. इस उत्कृष्ट यात्रा के माध्यम से देश का नेतृत्व करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जी का और गहरी सोच वाले बजट भाषण के लिए वित्त मंत्री निर्मली सीतारमण जी का हृदय से आभार.”

वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत की निर्यात वृद्धि बरकरार रहेगी : गोयल

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को कहा कि इजराइल-हमास युद्ध जैसे मुद्दों के कारण उभरी वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत ने अपनी निर्यात वृद्धि बरकरार रखी है. दिन में पेश अंतरिम बजट पर उन्होंने कहा कि इसने आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत नींव रखी है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निश्चित रूप से, इन संघर्षों के कारण देश को ‘बहुत गंभीर’ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. बजट के बाद गोयल ने पीटीआई-भाषा से कहा, ह्ललेकिन इन चुनौतियों के बावजूद, भारत आर्थिक वृद्धि के मामले में उज्ज्वल स्थान बना हुआ है. …और हमने अपने निर्यात को व्यापक रूप से जारी रखा है. मुझे लगता है, भारत की कहानी मजबूती और ताकत की है.ह्व वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट के बाद अपने भाषण में कहा कि भूराजनीतिक रूप से युद्ध और संघर्षों के कारण वैश्विक मामले अधिक जटिल और चुनौतीपूर्ण होते जा रहे हैं.

रूस-यूक्रेन युद्ध, इस्राइल-हमास संघर्ष और लाल सागर संकट ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित कर दिया है. लाल सागर सबसे व्यस्त व्यापार मार्ग है क्योंकि यहां से वैश्विक कंटेनर यातायात का 30 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार का 12 प्रतिशत हिस्सा होता है.
गोयल ने कहा कि इन चुनौतियों के कारण व्यापार के मोर्चे पर हमारी वृद्धि क्षमता काफी धीमी हो गई है और कमजोरी दिख रही है.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर, 2023 में भारत का निर्यात केवल एक प्रतिशत बढ़कर 38.45 अरब डॉलर रहा है, जबकि व्यापार घाटा तीन महीने के निचले स्तर 19.8 अरब डॉलर तक कम हो गया.

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