सुरंग में फंसे श्रमिक के परिवार की ‘दुर्दशा’ दिखाने वाले पत्रकार, व्लॉगर के खिलाफ मामला दर्ज
खूंटी: झारखंड के खूंटी जिले में एक स्थानीय पत्रकार और एक व्लॉगर के खिलाफ कथित तौर पर सरकारी काम में “बाधा” डालने का मामला दर्ज किया गया है। इन लोगों ने उत्तराखंड में सिलक्यारा सुरंग में फंसे एक श्रमिक के परिवार की ‘दुर्दशा’ को रिकॉर्ड किया था।
सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिकों को बीते मंगलवार सुरक्षित निकाल लिया गया था। तोरपा के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) ओमप्रकाश तिवारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि खंड विकास अधिकारी स्मिता नागेसिया और क्षेत्राधिकारी वंदना भारती की शिकायत के आधार पर पत्रकार सोनू अंसारी तथा यूट्यूबर गुंजन कुमार के खिलाफ कर्रा पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एसडीपीओ ने कहा, “उन्होंने कथित तौर पर सरकारी काम में व्यवधान पैदा किया और अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार किया।” पुलिस के पास 30 नवंबर को दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया कि जब दोनों अधिकारी श्रमिक के घर गए तो दोनों लोग वहां पहले से ही मौजूद थे।
शिकायत के अनुसार,”उन्होंने सच जाने बिना ही रिकॉर्डिंग शुरू कर दी। जब उन्हें सच्चाई जानने के लिए कहा गया तो दोनों ने हमारे काम में बाधा डाली और दुर्व्यवहार किया।” तिवारी ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने कहा, “दण्ड प्रक्रिया संहिता के प्रावधानों के तहत दोनों को नोटिस जारी किया जाएगा और उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।” अंसारी और कुमार ने दावा किया कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट के माध्यम से श्रमिक विजय होरो के परिवार की स्थिति को उजागर किया। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि प्रशासन ने 12 नवंबर को सुरंग ढहने के दो सप्ताह बाद प्रशासन ने गरीब परिवार को राशन उपलब्ध कराया।