थरूर पर टिप्पणी का गलत मतलब निकाला गया, तिरुवनंतपुरम में भाजपा जीतेगी: ओ. राजगोपाल

तिरुवनंतपुरम. सांसद शशि थरूर की प्रशंसा करने और निकट भविष्य में केरल की राजधानी से कांग्रेस नेता को हराना मुश्किल होने की बात कहने के कुछ ही घंटे बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता ओ. राजगोपाल ने सोमवार को स्पष्ट किया कि उनके शब्दों का गलत मतलब निकाला गया है. उन्होंने यह दावा भी किया कि लोकसभा चुनाव में भाजपा तिरुवनंतपुरम निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल करेगी.

तिरुवनंतपुरम से 2014 के लोकसभा चुनाव में थरूर से हारने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री राजगोपाल ने सोमवार शाम यहां एक समारोह में कहा था कि लोगों के मन को प्रभावित करने की कांग्रेस सांसद की क्षमता ही इस निर्वाचन क्षेत्र से उनकी बार-बार जीत का कारण है.
उन्होंने एन रामचंद्रन फाउंडेशन पुरस्कार समारोह में कहा था, ”यही कारण है कि वह (थरूर) तिरुवनंतपुरम से बार-बार जीतने में सक्षम हैं. मुझे संदेह है कि निकट भविष्य में किसी और को (तिरुवनंतपुरम से) जीतने का मौका मिलेगा.” थरूर ने अपने भाषण के बाद राजगोपाल के पैर छुए थे और उन्हें गले लगाया था.

हालाँकि, कुछ घंटों के बाद ही भाजपा के वरिष्ठ नेता ने देर रात एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि उनकी टिप्पणियां इस संदर्भ में थीं कि थरूर ने तिरुवनंतपुरम लोकसभा क्षेत्र से एक से अधिक बार जीत हासिल की है. वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद राज्य के पहले भाजपा विधायक बने राजगोपाल ने कहा कि केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार की क्षमता के साथ-साथ बदले हुए राजनीतिक परिदृश्य में अगर पार्टी कार्यकर्ता और सदस्य कड़ी मेहनत करें, तो राज्य की राजधानी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जीतने की संभावना है.

उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में थरूर की लोकसभा क्षेत्र में उपस्थिति केवल नाममात्र की है और इससे उनकी संभावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने अपने भाषण में जो कहा वह विचारों की एक आलंकारिक अभिव्यक्ति थी और उनका व्यक्तिगत एवं राजनीतिक रुख यह है कि “भाजपा इस बार (आगामी लोकसभा चुनाव) तिरुवनंतपुरम से जीतेगी”. राजगोपाल के स्पष्टीकरण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए थरूर ने मंगलवार को कहा कि यह संभवत: भाजपा के निर्देश पर किया गया है.

उन्होंने कहा कि वह राजगोपाल के एक दिन पहले दिए गए बयान को केवल एक सभ्य व्यवहार के रूप में देखते हैं. थरूर ने कहा, “जो लोग वहां थे या उनके भाषण का वीडियो देखा, उन्होंने सुना कि उन्होंने क्या कहा, देखा कि उन्होंने इसे कैसे और किस तरीके से कहा. आखिरकार, ये मतदाता होते हैं जो तय करते हैं कि किसे जीतना चाहिए.”

उन्होंने यहां मलयालम में संवाददाताओं से कहा, “ओ. राजगोपाल, भाजपा या कांग्रेस जो कहते हैं, उसके आधार पर कोई नहीं जीतेगा.” थरूर ने कहा कि तिरुवनंतपुरम के लोगों ने उन पर तीन बार भरोसा किया है और अगर उनकी पार्टी दोबारा यहां से मैदान में उतारती है तो वह एक बार फिर जनता के पास पहुंचकर उसका समर्थन मांगेंगे.

पत्रकारों द्वारा यह कहे जाने पर कि एलडीएफ संयोजक ईपी जयराजन ने राजगोपाल के भाषण और वरिष्ठ नेता के प्रति थरूर के आचरण को भाजपा-कांग्रेस एकता का संकेत बताया है, तिरुवनंतपुरम के सांसद ने इसे “अर्थहीन बयान” करार दिया. थरूर ने कहा कि कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो देशभर में भाजपा का विरोध कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि वह खुद हमेशा भाजपा के खिलाफ बोलते रहे हैं.

कांग्रेस सांसद ने कहा, “हालांकि, अगर वे (एलडीएफ) अभी भी चिंतित हैं, तो वे हमारे साथ ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा क्यों हैं? तो, यह बिना किसी विचार या दिमाग के उनके द्वारा दिया गया एक निरर्थक बयान है.” इससे पहले, केरल में सत्तारूढ. वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ) के संयोजक ईपी जयराजन ने आज कहा कि थरूर की प्रशंसा से संबंधित राजगोपाल की टिप्पणी “राज्य में भाजपा-कांग्रेस एकता की शुरुआत का संकेत देती है.” जयराजन ने कहा कि कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता के भाषण से संकेत मिलता है कि उनकी पार्टी का थरूर के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने या तिरुवनंतपुरम लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार खड़ा करने का शायद कोई इरादा नहीं है.

उन्होंने कहा, ”उनके (राजगोपाल) बयान ने लोगों में चिंता पैदा कर दी है. थरूर की प्रशंसा करने वाली उनकी टिप्पणी एक राजनीतिक समस्या है. उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले ही शशि थरूर की जीत का ऐलान कर दिया.” एलडीएफ संयोजक ने कन्नूर में संवाददाताओं से कहा, “यह केरल में भाजपा-कांग्रेस एकता की शुरुआत का संकेत है.” राजगोपाल की टिप्पणी सोमवार को ऐसे समय में आई, जब भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव में तिरुवनंतपुरम सहित केरल में कम से कम कुछ प्रमुख सीट जीतने का प्रयास कर रही है.

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