कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति का अपमान किया: पीयूष गोयल

नयी दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति का ‘अपमान’ करने और अपने आचरण से देश को ‘र्शिमंदा’ करने का आरोप लगाया. पिछले पांच दिनों के भीतर संसद के दोनों सदनों के 92 सदस्यों को निलंबित किए जाने के सिलसिले में केंद्र की सत्तारूढ. पार्टी की यह प्रतिक्रिया सामने आई है.

केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने संवाददाताओं से कहा कि विपक्षी सदस्य तख्तियां लेकर आए और जानबूझकर संसदीय कार्यवाही को बाधित किया जबकि पहले फैसला लिया गया था कि सदन में तख्तियां ले जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के टी आर बालू और तृणमूल कांग्रेस के सौगत रे सहित 33 विपक्षी सदस्यों को संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर तख्तियां दिखाने और नारे लगाने के लिए लोकसभा से निलंबित कर दिया गया. द्रमुक के 10, तृणमूल कांग्रेस के नौ, कांग्रेस के आठ और आईयूएमएल, जदयू और आरएसपी के एक-एक सदस्य सहित 30 सदस्यों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया जबकि कांग्रेस के तीन अन्य सदस्यों को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक निलंबित कर दिया गया.

विपक्षी सदस्यों ने इस मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग करते हुए सदन की कार्यवाही बाधित की. पिछले सप्ताह लोकसभा की कार्यवाही बाधित करने के लिए विपक्ष के 13 सदस्यों को निलंबित कर दिया गया था और राज्यसभा से एक सदस्य को निलंबित कर दिया गया था. कुल 33 सदस्यों के निलंबन की घोषणा के तुरंत बाद लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. इसके कुछ ही देर बाद विपक्ष के 45 सदस्यों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया.

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