कांग्रेस ने ‘महंगाई मुक्त भारत’ अभियान के तहत दिया देशव्यापी धरना

नयी दिल्ली. कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के ‘महंगाई मुक्त भारत’ अभियान के तहत बृहस्पतिवार को देश के विभिन्न हिस्सों में धरना दिया तथा पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी पर लगाम लगाने की मांग की.
इस अभियान के तहत पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य सांसदों ने संसद के निकट धरना दिया.

राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों को नियंत्रित करना चाहिए और किसी भी तरह की वृद्धि नहीं करनी चाहिए, क्योंकि महंगाई की सबसे ज्यादा मार गरीबों एवं मध्यम वर्ग के लोगों पर पड़ रही है. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के महासचिवों एवं प्रदेश प्रभारियों की गत शनिवार को हुई एक बैठक में फैसला लिया गया था कि पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और कई खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर सरकार को घेरने के लिए पार्टी 31 मार्च से तीन चरणों में ‘महंगाई मुक्त भारत’ अभियान चलाएगी. यह अभियान सात अप्रैल तक चलेगा.

कांग्रेस सांसदों ने संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही आरंभ होने से करीब डेढ़ घंटे पहले विजय चौक पर कांग्रेस के ‘महंगाई मुक्त भारत’ अभियान के तहत धरना दिया. इसमें राहुल गांधी के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और कई अन्य सांसद शामिल हुए. कांग्रेस सांसदों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.

इस धरने के बाद राहुल गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘महंगाई, खासकर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस पार्टी पूरे देश में विरोध जता रही है. पिछले 10 दिनों में नौ बार बढ़ोतरी की गई है. सरकार इस वृद्धि से हजारों करोड़ रुपये कमा रही है. इसकी सबसे ज्यादा चोट गरीबों और मध्यम वर्ग पर पड़ती है.’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘हमारी मांग है कि सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम नियंत्रित करे और कीमतें बढ़ाना बंद करे.’’

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘रसोई गैस सिंिलडर की कीमत दोगुनी हो गई है. दिल्ली में अब पेट्रोल की कीमत 102 रुपये प्रति लीटर हो गई है. सरकार सिर्फ एक चीज कर रही है- गरीबों की जेब से पैसे निकालो और दो-तीन बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाओ.’’ कांग्रेस के मुताबिक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर और कई अन्य राज्यों में धरने-प्रदर्शन का आयोजन किया गया.

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार की अगुवाई में पार्टी कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने की मांग की. भारतीय युवा कांग्रेस, एनएसयूआई और महिला कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी ईंधन की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया.

युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी. वी. ने कहा, ‘‘2014 से पहले मोदी जी पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ने पर आसमान सिर पर उठा लेते थे. सिलेंडर की कीमतें बढ़ने पर स्मृति ईरानी सड़कों पर उतर जाती थीं. लेकिन अब इन्हें जनता के दुख दर्द से कोई लेना देना नहीं है.’’ महिला कांग्रेस की कार्यवाहक अध्यक्ष नेटा डिसूजा की अगुवाई में संगठन के कार्यकर्ताओं ने संसद मार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया. संगठन का दावा है कि उसके कई नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और बल प्रयोग भी किया.

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