ISI की संदिग्ध महिला ‘हैंडलर’ से गोपनीय दस्तावेज साझा करने पर रक्षाकर्मी गिरफ्तार

हैदराबाद. एक रक्षा प्रयोगशाला के एक संविदा कर्मचारी को आईएसआई की एक संदिग्ध महिला हैंडलर के साथ गोपनीय जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि विश्वसनीय सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 17 जून को रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (डीआरडीएल) के संविदा कर्मचारी को गिरफ्तार किया.

इसमें कहा गया कि कर्मचारी ने कथित तौर पर ‘‘डीआरडीएल-आरसीआई परिसर की अत्यधिक सुरक्षित और गोपनीय जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से एक संदिग्ध आईएसआई महिला हैंडलर के साथ लीक की थी, जिससे राष्ट्रीय अखंडता और सुरक्षा को नुकसान पहुंचने की आशंका है.’’ वर्ष 2014 में इंजीनियंिरग पूरी करने वाले आरोपी ने विशाखापत्तनम में एक निजी फर्म में ‘क्वालिटी चेक इंजीनियर’ के रूप में काम किया था और 2018 में नौकरी छोड़ दी थी.

बाद में, उसने बेंगलुरु स्थित एक कंपनी की हैदराबाद शाखा में काम किया, जो डीआरडीएल की एक परियोजना से संबद्ध थी. कंपनी को हालांकि डीआरडीएल से बाद में कोई और परियोजना की जिम्मेदारी नहीं मिली. आरोपी ने फरवरी 2020 में एक परियोजना में अनुबंध कर्मचारी के रूप में नामांकन करने के लिए सीधे डीआरडीएल अधिकारियों से संपर्क किया. तब से वह शहर के आरसीआई, बालापुर में उसी स्थान पर काम कर रहा था.

मार्च 2020 में आरोपी को सोशल मीडिया पर नताशा राव नाम की महिला की तरफ से मित्रता के लिये अनुरोध प्राप्त हुआ जिसे उसने स्वीकार कर लिया. महिला ने खुद को ‘‘यूके डिफेंस जर्नल’’ की कर्मचारी के रूप में पेश किया और दावा किया कि वह प्रकाशन में थी.
बताया जाता है कि उससे बातचीत के दौरान आरोपी ने गोपनीय जानकारी साझा की थी.

आरोपी दुक्का मल्लिकार्जुन रेड्उी उर्फ अर्जुन बिट्टू ने नताशा राव के साथ अपना बैंक खाता नंबर भी साझा किया, जो दिसंबर, 2021 तक उसके संपर्क में थी. रक्षा कर्मी को 17 जून को गिरफ्तार किया गया था और उसके खिलाफ लोक सेवक द्वारा आपराधिक विश्वासघात के आरोप और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था.

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